गहलोत गुट के हमले पर पायलट मौन, राजस्थान में महाराष्ट्र जैसे हालात बनने की क्यों होने लगी चर्चा?

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गहलोत गुट के हमले पर पायलट मौन, राजस्थान में महाराष्ट्र जैसे हालात बनने की क्यों होने लगी चर्चा?

जयपुर:राजनीति में पासा कब पलट जाए, कहा नहीं जा सकता। राजस्थान में सियासी संकट के बाद सब कुछ ठीक होने का दावा करने वाली कांग्रेस पार्टी के साथ इन दिनों कुछ ऐसा ही हो रहा है। सरकार गिराने की साजिश और हॉर्स ट्रेडिंग के मुद्दे ने प्रदेश की राजनीति में जोर पकड़ रखा है। वहीं इस मुद्दे पर गहलोत गुट फिर से सचिन पायलट को घेरने में जुट गया है। सीएम अशोक गहलोत के बाद अब उनके सबसे नजदीकी माने जाने वाले मंत्री शांति धारीवाल ने भी केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के साथ पायलट के मिले होना का आरोप लगा डाला है। इधर लगातार हो रहे हमले के बावजूद सचिन पायलट इस पर मौन है, मानों की अपने ‘सब्र’ का इम्तिहान दे रहे हो, जिसकी तारीफ राहुल गांधी भी कार्यकर्ताओं के सामने खुले मंच से कर चुके हैं।

क्या बन रहे महाराष्ट्र जैसे हालात
उल्लेखनीय है कि राजस्थान में सियासी ज्वार और आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति बढ़ने के बाद महाराष्ट्र जैसे सियासी हालात होने के आसार जताए जा रहे हैं। यह कहा जा रहा है पायलट और गहलोत गुट के बीच बढ़ रही कड़वाहट प्रदेश के सियासी संकट को पनपा सकती है। वहीं यह भी कहा जा रहा है कि अगर इस बार पार्टी में बगावत होती है, जो राजस्थान में मिड टर्म में ही चुनाव हो जाएंगे। बीजेपी की ओर से भी मध्यावधि चुनाव होने की बात कही जा रही है।

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बीजेपी कह रही है कि महाराष्ट्र के बाद राजस्थान में भी सीएम गहलोत में भी कुर्सी जाना का डर बैठ गया है। यही वजह है गहलोत का सभी विधायकों पर नरम रुख दिख रही है। इस मुद्दे पर गजेंद्र सिंह शेखावत ने सीएम गहलोत से यह सवाल किया है कि उन्होंने क्यों पायलट गुट के नेताओं को मंत्री बनाया और क्यों वो उन नेताओं के साथ मिजाजपुर्सी कर रहे हैं, जिन्होंने उनकी सरकार को गिराने का प्रयास किया था।

सोशल मीडिया पर भी दिख रही दोनों गुटों के बीच नाराजगी
उल्लेखनीय है कि जून महीने से लगातार पायलट और गहलोत गुट की नाराजगी सामने आ रही है, जो फिर से गुटबाजी के संकेत दे रही है। सोशल मीडिया पर भी गुटबाजी दिख रही है। इसे नेताओं के ट्वीट से समझा जा सकता है। विगत 26 जुलाई को पायलट खेमे के विधायक इंद्राज गुर्जर ने अपने ट्वीट में लिखा था कि जमीन पर बैठा हुआ आदमी कभी नहीं गिरता, फिक्र उनको है जो हवा में है। वहीं पायलट के समर्थक कहे जाने वाले आचार्य प्रमोद कृष्णम ने 26 जुलाई को एक ट्वीट में श्रावण मास में उनके सीएम बनाए जाने का संकेत दे दिया है।

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राहुल की तारीफ के बाद बढ़े कयास
दरअसल ईडी की कार्रवाई को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच राहुल गांधी की ओर से सचिन पायलट की तारीफ किए जाने के बाद यह कयास लगाए जा रहे हैं कि पार्टी जल्द ही उन्हें बड़ा पद से सकती है। राजनीति के जानकारों का कहना है कि यह भी एक वजह है कि गहलोत गुट के निशाने पर पायलट फिर से आ गए हैं। बता दें कि राजस्थान में सियासी संकट के बाद पायलट बिना पद के संगठन के लिए काम कर रहे हैं।

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