गरीब को कोई भी पीट सकता है… कर्ज लेकर पति को ICU में देखने पहुंची पत्नी का छलका दर्द

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गरीब को कोई भी पीट सकता है… कर्ज लेकर पति को ICU में देखने पहुंची पत्नी का छलका दर्द

गरीब को कोई भी पीट सकता है… कर्ज लेकर पति को ICU में देखने पहुंची पत्नी का छलका दर्द

नई दिल्ली: उसका कुसूर सिर्फ इतना था कि उसने अपनी ड्यूटी निभाते हुए एक पीटी टीचर से पार्किंग शुल्क के रूप में मात्र 60 रुपये मांग लिए थे। पीटी टीचर ने उसे क्रिकेट बैट से इतना मारा कि आज वह मौत और जिंदगी की बीच जंग लड़ रहा है। दिल्ली एम्स में आईसीयू में भर्ती है। उसकी पत्नी सोभा देवी ने कभी यह नहीं सोचा था कि अपने झारखंड के छत्र गांव से पति से मिलने जब वह दिल्ली आएगी तो उसका पति ठीक से बोल भी नहीं पाएगा। पति कि जिंदगी की भीख मांगने के लिए उसने हर तरफ से पैसों का जुगाड़ किया लेकिन अब तो सोभा की हिम्मत भी जवाब दे रही है। कर्ज लेकर जब वह अपने पति को देखने एम्स अस्पताल पहुंची तो उसके आंखों से आंसू छलक पड़े। सोभा ने कहा कि गरीबों को कोई भी पीट सकता है।

‘मेरे पास अब कोई उम्मीद नहीं बची है’
विकास ठाकुर की पत्नी शोभा अपने पति की हालत को देखकर काफी दुखी है। उसने दुखी मन से कहा कि मेरे पास अब कोई उम्मीद नहीं बची है। देवी ने पूछा कि कोई किसी आदमी को इतने बुरे तरीके से कैसे मार सकता है। मार भी ऐसी कि वह व्यक्ति ठीक से बोल भी न पाए। सोभा ने कहा कि मेरे पति अपनी ड्यूटी कर रहे थे। मेरे पास अब कोई उम्मीद नहीं बची है। मैं अपने तीनों बच्चों को अपने परिवार के पास छोड़ कर आई हूं। मुझे नहीं पता वह तीनों हमारे बिना कैसे रहेंगे। मेरा घर बिखर रहा है।

पहली बार जब पति से मिलने गई शोभा
शोभा देवी का पति विकास दिल्ली एम्स के ICU यूनिट में है। जब वह उसे देखने पहली बार गई तो शोभा ने बताया कि विकास का पूरा शरीर बैंडेज से ढका हुआ था। देखकर लगा जैसे मेरी पूरी दुनिया खत्म हो रही है। मैं अपने पति से बेहद प्यार करती हूं। मेरे पति और मेरे बच्चों के अलावा मेरा कोई नहीं है। डॉक्टरों के अनुसार, विकास को एम्स के ट्रामा सेंटर में एडमिट कराया गया था। उसे सिर पर काफी चोटों आई थीं। दिमाग के दोनों हिस्सों में खून जम गया था। इसके बाद हमने उसका इलाज शुरू किया और अभी वह ICU में है।

मार्च में घर आने वाला था विकास, बच्चों ने कहा था- मेला घूमने जाऐंगे
विकास ठाकुर और उसकी पत्नी मूलत: झारखंड के छत्र गांव के रहने वाले हैं। विकास ने अपने परिवार से वादा किया था कि वह मार्च में आएगा। पिता के आने की खुशी में बच्चों ने भी मेला घूमने का प्लान किया था। देवी ने बताया कि उनका गांव में मिट्टी का घर है और उनके पास लोन के नाम पर भारी-भरकम रकम चुकाने के भी पैसे नहीं हैं। शोभा ने बताया कि उसे अपने पति के इलाज के लिए 25 हजार का एक और लोन लेना पड़ा लेकिन, इसमें से ज्यादातर पैसे खाने और आने-जाने में खर्च हो गए। इस घटना से जुड़ा वीडियो भी सामने आया है जिसमें आरोपी विक्रमजीत सिंह के हाथ में वही क्रिकेट बैट देखा जा सकता है जो उसने विकास को मारने के लिए उपयोग में लाया था। पुलिस ने बताया कि विकास पर कम से कम बैट से दर्जनों बार वार किया गया था।

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