गणतंत्र दिवस के मंच से उचित नहीं राजनीतिक टिप्पणी: बीजेपी

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गणतंत्र दिवस के मंच से उचित नहीं राजनीतिक टिप्पणी: बीजेपी

गणतंत्र दिवस के मंच से उचित नहीं राजनीतिक टिप्पणी: बीजेपी


प्रमुख संवाददाता, नई दिल्लीः गणतंत्र दिवस अभिभाषण के लिए बनाए मंचों से बीजेपी नेताओं पर राजनीतिक हमला करने पर दिल्ली बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने विरोध जताया है। उनका कहना है कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि आम आदमी पार्टी सरकार ऐसे मंचों को भी केंद्र सरकार के खिलाफ टीका-टिप्पणी करने के लिए इस्तेमाल कर रही है, ताकि एलजी और दिल्ली सरकार के बीच टकराव और बढ़े।

उन्होंने कहा कि पिछले 8 वर्षों से दिल्ली सरकार इसी तरह से संघर्षों में उलझी है, जिससे दिल्ली का विकास प्रभावित हो रहा है। गणतंत्र दिवस के अभिभाषण के लिए जो मंच बनाया गया है, बुधवार को वहां भी सीएम केंद्र सरकार पर टीका-टिप्पणी करने से बाज नहीं आए। ऐसे मंचों से सेना का मनोबल बढ़ाने वाले शब्दों का इस्तेमाल होना चाहिए। लेकिन, मुख्यमंत्री ने सेना के जवानों के लिए दो शब्द भी नहीं कहे। सेना के जवानों को हतोत्साहित करने के लिए अब वह उनके पराक्रम का सबूत मांग रहे हैं। सचदेवा के मुताबिक, ऐसे मंचों का इस्तेमाल तो सिर्फ सेना के जवानों और देश के लिए शहीद होने वालों के लिए किया जाना चाहिए। यह वह मंच नहीं है, जहां जीएसटी या अन्य किसी मुद्दे पर बात की जाए। ऐसे मुद्दों के लिए अलग प्लेटफॉर्म उपलब्ध हैं। मुख्यमंत्री सिर्फ समस्याओं को खड़ी करते हैं, उनके पास किसी समस्या का समाधान नहीं है।

देश को आगे ले जाने के लिए हमें मिलकर काम करना चाहिए: CM
बता दें, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया कि देश के कई राज्यों को केंद्र द्वारा नियुक्त राज्यपालों और उपराज्यपालों द्वारा प्रताड़ित किया जा रहा है और वे निर्वाचित सरकारों के काम में बाधा डालकर ऐसा कर रहे हैं। उन्होंने पूछा कि क्या लोकतंत्र पर ‘काला साया’ मंडरा रहा है। केजरीवाल ने यहां दिल्ली सरकार द्वारा आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह में कहा, ‘74वें गणतंत्र दिवस पर हमें यह सोचने की जरूरत है कि लोकतंत्र को इन लाट साहबों (राज्यपालों/उपराज्यपालों) से कैसे बचाया जाए।’ आम आदमी पार्टी (आप) के प्रमुख केजरीवाल ने न्यायपालिका, राज्य सरकारों के साथ ही किसानों और व्यापारियों के साथ केंद्र के कथित ‘‘संघर्ष’’ का भी उल्लेख किया और इस तरह के विवादों को समाप्त करने का आह्वान किया ताकि भारत दुनिया में ‘नंबर एक’ देश बन सके। केजरीवाल ने कहा, ‘इन दिनों वे न्यायपालिका से लड़ रहे हैं। न्यायाधीशों से लड़ने की क्या जरूरत है? वे राज्य सरकारों, किसानों और व्यापारियों से भी लड़ रहे हैं। अगर हम साथ मिलकर काम करें और एक-दूसरे से सीखें तो भारत को दुनिया का नंबर वन देश बनने से कोई नहीं रोक सकता।’

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