खुशखबरी: नोएडा- गाजियाबाद मेट्रो यात्रियों को मिलेगी घर तक ड्रॉप, तेज हुईं तैयारियां, जानिए क्या है प्लान?

121
खुशखबरी: नोएडा- गाजियाबाद मेट्रो यात्रियों को मिलेगी घर तक ड्रॉप, तेज हुईं तैयारियां, जानिए क्या है प्लान?

खुशखबरी: नोएडा- गाजियाबाद मेट्रो यात्रियों को मिलेगी घर तक ड्रॉप, तेज हुईं तैयारियां, जानिए क्या है प्लान?

गाजियाबाद: मेट्रो में सफर जितना सुहावना होता है, कई बार उतनी ही परेशानी घर तक पहुंचने में होती है। इस समस्या से निजात दिलाने के लिए अब शासन से कदम उठाया जा रहा है। प्रमुख सचिव आवास एवं शहरी नियोजन अनुभाग ने मेरठ मंडलायुक्त की अध्यक्षता में कमिटी का गठन किया है। इसमें जीडीए वीसी, नगर आयुक्त, एसएसपी और आरटीओ शामिल होंगे। कमिटी की मीटिंग मंडलायुक्त की अध्यक्षता में गुरुवार को होगी।

जिस तरह दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) दिल्ली के स्टेशनों से लास्ट माइल कनेक्टिविटी दे रहा है, उसी तरह गाजियाबाद और नोएडा में भी इंतजाम किया जाएगा। यहां के मेट्रो स्टेशनों से यात्रियों को घर तक पहुंचने के लिए फीडर बसें, ई-रिक्शा, साइकल शेयरिंग और कैब का इंतजाम किया जाएगा। कम बजट में यात्रियों को घर तक पहुंचाने का प्लान है। अथॉरिटी, नगर निगम, आरटीओ की तरफ से इस संबंध में प्लानिंग की जा रही है। किस रूट पर कहां से कहां तक पब्लिक ट्रांसपोर्ट का कौन सा साधन चलाना चाहिए, कल की मीटिंग में इसी का प्रस्ताव रखा जाएगा। नगरीय विकास की संसदीय समिति ने दिल्ली में डीएमआरसी के प्लान के आधार पर इसे गाजियाबाद और नोएडा मेट्रो के लिए लागू किए जाने की रिपोर्ट बनाकर शासन को भेजा था। इसी क्रम में शासन ने इस दिशा में कार्रवाई शुरू की है।

कैब कियॉस्क

डीएमआरसी ने राजीव चौक, द्वारका सेक्टर-21 और सिकंदरपुर मेट्रो स्टेशन पर कैब कियॉस्क का इंतजाम किया गया है। वहां पर यात्रियों के लिए हर समय कैब उपलब्ध रहती है। किराया भी किमी के हिसाब से तय किया गया है। दिलशाद गार्डन से न्यू बस अड्डा और वैशाली मेट्रो स्टेशन के पास महत्वपूर्ण स्टेशनों पर कियॉस्क का इंतजाम किया जा सकता है।

मेट्रो फीडर बस

डीएमआरसी दिल्ली में 70 मेट्रो स्टेशनों से फीडर बसों की सुविधा दे रहा है। इसे 32 रूटों पर संचालित किया जाता है। 10 नए रूटों पर 100 एसी बस संचालित किए जाने की डीएमआरसी तैयारी कर रहा है। गाजियाबाद और नोएडा में संभागीय परिवहन कार्यालय ने कुछ रूट फाइनल किए हैं। वहां से फीडर बसों का संचालन शुरू हो सकता है।

ई-रिक्शा सर्विस

डीएमआरसी 15 मेट्रो स्टेशन से लास्ट माइल कनेक्टविटी के लिए 800 ई-रिक्शा की सुविधा दे रहा है। एक सप्ताह में करीब एक लाख यात्री इस सुविधा का लाभ ले रहे हैं। जल्द इस सुविधा को 24 और स्टेशनों से शुरू करने की तैयारी है। न्यू बस अड्डा से लेकर दिलशाद गार्डन के बीच हर मेट्रो स्टेशन पर यह सुविधा काफी कारगार हो सकती है।

ई-स्कूटर सर्विस

मान्य ऑपरेटर के माध्यम से डीएमआरसी 7 स्टेशनों पर ई-स्कूटर की सुविधा चालू कर चुका है। गाजियाबाद में मेट्रो स्टेशन पर उतरने वाले लोग इस सुविधा का जाम से बचने के लिए ज्यादा लाभ उठा सकते हैं। यह पॉकेट फ्रेंडली सफर होगा। अधिकारियों ने जो सर्वे किया है उसके अनुसार, सभी स्टेशन से इसको चलाया जा सकता है।

साइकल शेयरिंग सर्विस

डीएमआरसी दिल्ली के 48 मेट्रो स्टेशनों पर बैट्री और पैडल से चलने वाली साइकल शेयरिंग की सुविधा को संचालित कर रहा है। एक हजार से ज्यादा साइकल स्टेशनों पर उपलब्ध हैं। प्रति घंटे के चार्ज के हिसाब से इनका रेट तय किया गया है। गाजियाबाद और नोएडा में कई स्टेशनों से यह सुविधा भी शुरू की जा सकती है।

किराया कितना होगा?

डीएमआरसी के दिल्ली के किराये को यदि आधार माना जाए तो गाजियाबाद और नोएडा में लास्ट माइल कनेक्टविटी के लिए न्यूनतम 10 रुपये का रेट तय किया जा सकता है। फीडर बसों का किराया दूरी के हिसाब से होगा। साइकल शेयरिंग की सेवा प्रति घंटे के रेट पर मिलेगी।

फीडर बसें

प्रति चार किलोमीटर- 10 रुपये
चार से आठ किलोमीटर- 15 रुपये
आठ से 12 किलोमीटर- 20 रुपये
12 किलोमीटर से अधिक- 25 रुपये

इसके अलावा ई-रिक्शा पांच किलोमीटर के लिए 10 रुपये। इसके बाद प्रति किलोमीटर पांच रुपये अतिरिक्त शुल्क लेगा। वहीं साइकल शेयरिंग का दो घंटे के लिए 10 रुपये किराया निर्धारित किया जा सकता है।

उत्तर प्रदेश की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Uttar Pradesh News