खतरों के खिलाड़ी 13 के लिए शिव ठाकरे ने छोड़ी 2 फिल्में, आकांक्षा पुरी संग रिश्ते पर तोड़ी चुप्पी

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खतरों के खिलाड़ी 13 के लिए शिव ठाकरे ने छोड़ी 2 फिल्में, आकांक्षा पुरी संग रिश्ते पर तोड़ी चुप्पी

खतरों के खिलाड़ी 13 के लिए शिव ठाकरे ने छोड़ी 2 फिल्में, आकांक्षा पुरी संग रिश्ते पर तोड़ी चुप्पी

बिग बॉस सीजन 16 के फर्स्ट रनर अप शिव ठाकरे अब खतरों के खिलाड़ी 13 में नजर आएंगे। इसके लिए उन्होंने अपनी कमर कस ली है। एक के बाद एक रियलिटी शोज कर शिव ठाकरे लोगों के बीच अपनी एक अलग पहचान बना चुके हैं। हालांकि इतना नेम-फेम हासिल करने वाले एक्टर हालांकि बहुत तंगी से गुजरे हैं। उन्होंने अपनी लाइफ में काफी कुछ झेला है। एक इंटरव्यू मे शिव ठाकरे ने बताया है उनका फोबिया क्या है और जब उन्होंने रोहित शेट्टी के शो के लिए हां कहा तो आई का रिएक्शन क्या था। इतना ही नहीं, उन्होंने आकांक्षा पुरी के साथ अपने लिंकअप की अफवाहों पर भी चुप्पी तोड़ी है। साथ ही उन्होंने अपने स्ट्रगल के दिनों को भी याद किया है।

शिव ठाकरे ने ‘खतरों के खिलाड़ी 13’ में परफॉर्मेंस प्रेशर पर कहा, ‘शुरुआत में मैंने प्रेशर लिया लेकिन अब मैंने इसे मोटिवेशन में बदल दिया है। अब यह सिर्फ मेरा सपना नहीं है बल्कि और भी कई लोगों का सपना है। मुझे इसे हासिल करने के लिए अपना सब कुछ झोंक देना होगा। अब डबल जिद से करना है… मैंने खुद को मानसिक रूप से तैयार किया है कि जो भी वहां जा रहा है वह स्ट्रॉन्ग है और मुझे अपना बेस्ट देना है। और शिव ठाकरे को थोड़ा ज्यादा करना है।’

शिव ठाकरे को है इससे फोबिया

शिव ठाकरे ने अपने फोबिया पर भी बात की। कहा, ‘मैं हर चीज से डरता हूं, चाहे वह पानी हो, शेर हो या सांप, लेकिन मैं सभी स्टंट करने के लिए जा रहा हूं और हार नहीं मानने वाला। मुझे लगता है कि जब आपने अपने पूरे जीवन में किसी चीज का सपना देखा है और आप उसे हासिल कर लेते हैं, तो डर दूसरी जगह ले लेता है। डर साइड हो जाएगा जब आप अपने सपने को हकीकत बनते हुए देखेंगे।’

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‘रोहित शेट्टी के साथ करनी है फिल्म”

शिव ठाकरे ने रोहित शेट्टी के साथ काम करने को लेकर भी अपने दिल की बात कही। उन्होंने कहा, ‘मुझे उम्मीद है कि मैं रोहित शेट्टी का पसंदीदा बन जाऊंगा। अगर मैं सभी स्टंट अच्छी तरह से करता हूं, तो मैं निश्चित रूप से उनका पसंदीदा बन जाऊंगा। और शायद इससे मुझे उनके साथ एक फिल्म करने में मदद मिल सकती है। शायद वो सोचे चल एक बार ऑडिशन लेके देखते हैं… अगर ऐसा होगा तो मजा आ जायेगा। कई अन्य लोगों की तरह, मैं भी इसका सपना देखता हूं।’

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शिव ठाकरे और उनकी मां

शिव ठाकरे ने अपनी मां के रिएक्शन पर भी अपनी राय रखी। वह बताते हैं, ‘मेरी मां बहुत खुश थीं क्योंकि मैं हमेशा से ऐसा करना चाहता था और उन्हें इस बारे में पता था। लेकिन वह कीड़े-मकौड़ों को लेकर परेशान है। यहां तक कि मेरी दादी भी डर गई थीं। मैंने उन्हें समझाया कि एक टीम है जो सभी कंटेस्टेंट की सुरक्षा का ख्याल रखती है। अब वो मुझे अच्छा करने के लिए मोटिवेट करते हैं। वह मुझसे डरने के लिए मना करती हैं। सबसे अच्छी बात यह होगी कि मैं पूरे शो की शूटिंग के बाद वापस लौटने के बाद उनके साथ शो देखूंगा। जब मैं उनके आसपास नहीं होता तो वह चिंतित हो जाती है।’

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शिव ठाकरे ने छोड़ी दो मराठी फिल्में

शिव ठाकरे ने अपनी अपकमिंग फिल्म के बारे में बात की। उन्होंने कहा, ‘हां, मुझे दो मराठी फिल्मों का ऑफर मिला था, जिनकी शूटिंग लंदन में होनी थी। लेकिन मैं पहले ही शो के लिए कमिटेड हो चुका था और मैं पीछे नहीं हटना चाहता था। मैं दोनों करना चाहता था लेकिन ये मुमकिन नहीं था क्योंकि दोनों की शूटिंग अलग-अलग देशों में होने वाली थी। उसमें मेरा लीड रोल था। यह शो भी बहुत बड़ा था इसलिए मैंने दो फिल्मों के बजाय खतरों के खिलाड़ी 13 को चुना। मैं कुछ अन्य फिल्मों के लिए बातचीत कर रहा हूं और उम्मीद है कि अगर चीजें काम करती हैं तो मैं उन्हें खतरों के बाद कर सकता हूं।’

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शिव ठाकरे को मिली नसीहतें

शिव ठाकरे ने बताया कि जब उन्हें लोग एक्टिंग में करियर न बनाने की नसीहत देते थे। ‘सबकी तरह मैंने भी पर्दे पर आने का सपना देखा था। किसी ने मुझसे कहा था कि मुझे अपने सपनों को हासिल करने के लिए 2 से 3 साल दो। मुझसे कहा गया था तुम अपना भविष्य बर्बाद मत करो। तुमने इंजीनियरिंग की है और इसलिए अगर यहां कुछ नहीं होता है, तो वापस जाओ और नौकरी की तलाश करो। लेकिन मुझे अपना सपना पूरा करना था और इसके लिए मैंने खुद को झोंक दिया था। मुझे अपने सपनों का पीछा करने के लिए अपना पूरा जीवन देने में कोई हिचक नहीं है क्योंकि मैं साथ-साथ पैसा कमा रहा था। मुझे पूरा यकीन था कि मैं हार नहीं मानूंगा, भले ही मुझे नहीं पता था कि मेरा भविष्य क्या है। अब, मुझे एहसास हुआ है कि अगर आप ईमानदारी से काम करते हैं तो सपने सच हो सकते हैं। मैं बस खुद को रोडीज ऑडिशन के लिए कतार में खड़े होने और अब केकेके के लिए इंटरव्यू देने के लिए यहां बैठने की कल्पना करता हूं।’

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पापा के पान की दुकान पर शिव

शिव ठाकरे ने अपने पापा की पान की दुकान का जिक्र भी किया। वह बताते हैं, ‘मैं बहुत जिद्दी और हठी हूं। मुझे एक बार भी ऐसा नहीं लगा कि मैं अपने सपनों को हासिल नहीं कर पाऊंगा। मुझे अपने पिता की पान की दुकान पर काम करने में बहुत मजा आया और वहां बैठकर मैंने बहुत कुछ सीखा। मैं अलग-अलग लोगों से मिला और मुझे एक व्यक्ति के रूप में आत्मविश्वास मिला। अब जब मुझे ऐसे लोगों के फोन आते हैं जो मेरा फायदा उठाने की कोशिश करते हैं और मुझे बेवकूफ बनाते हैं, तो मैं उन्हें पकड़ लेता हूं। उन्हें लगता है, अरे छोटे शहर से आया है इसको उल्लू बना सकते हैं, लेकिन अब मैं उन्हें समझता हूं। मैं पान की दुकान पर काम करते हुए अलग-अलग लोगों से मिला हूं और उन्हें अच्छी तरह से हैंडल किया है।’

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शिव ठाकरे ने कमाए थे 15 रुपये

शिव ठाकरे ने कहा, ‘मुझे अपने पिता की पान की दुकान पर बैठना अच्छा लगता था। वह मुझे स्कूल के दिनों में दाल पकवान खाने के लिए 5 रुपये देते थे लेकिन मुझे 20 रुपये की जरूरत होती थी, इसलिए मैंने बाकी के 15 रुपये खुद कमाए। मेरा सफर काफी फिल्मी और दिलचस्प रहा है। मुझे लगता है, अगर मुझे सब कुछ आसानी से मिल जाता, तो मुझे इतना मजा नहीं आता, जितना अभी आ रहा है। अब जब मैंने सब कुछ अपने दम पर किया है, तो मुझे इसमें और मजा आता है। मेरी मां चाहती थीं कि मैं इंजीनियर बनूं, मैंने वह किया। मेरी मां मेरी पढ़ाई को लेकर काफी इमोशनल थीं। मेरे पास पिछले 10-12 सालों से एक कॉलर ट्यून है जो शाहरुख की – जो भी चाहूं वो मैं पाऊं है। मैंने हमेशा इसमें विश्वास किया है।’

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आकांक्षा पुरी पर बोले शिव ठाकरे

शिव ठाकरे ने आकांक्षा पुरी के साथ नाम जुड़ने पर कहा, ‘मैं अफवाहों वाली लड़कियां नहीं चाहता, मैं अफवाहों वाला शिव ठाकरे नहीं बनना चाहता। मैं अपने जीवन में एक सामान्य व्यक्ति चाहता हूं जिसे अपने प्यार को साबित करने के लिए सोशल मीडिया की जरूरत नहीं है। रिश्ते या डेटिंग एक दिन में नहीं होते। जब आप किसी को पसंद करते हैं तो आप उसके साथ समय बिताते हैं, आप एक-दूसरे से बात करते हैं और एक-दूसरे को समझते हैं। जब रोमांस की बात आती है तो मैं ओल्ड स्कूल पर्सन हूं। फिलहाल मैं KKK के लिए पूरी तरह से डेडिकेटेड हूं। मुझे अभी काम मिल गया है और इस जगह तक पहुंचने में मुझे कई साल लग गए हैं। एक समय आएगा जब मुझे सही व्यक्ति मिल जाएगा और किसी पब्लिसिटी की जरूरत नहीं होगी।’