क्या हुआ तेरा वादा… राजस्थान आ रहे केसी वेणुगोपाल से CM की कुर्सी को लेकर नेता पूछ सकते हैं सवाल?

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क्या हुआ तेरा वादा… राजस्थान आ रहे केसी वेणुगोपाल से CM की कुर्सी को लेकर नेता पूछ सकते हैं सवाल?

क्या हुआ तेरा वादा… राजस्थान आ रहे केसी वेणुगोपाल से CM की कुर्सी को लेकर नेता पूछ सकते हैं सवाल?

जयपुर: सीएम कुर्सी को लेकर चल रही जंग के बीच राहुल गांधी राजस्थान पहुंचने वाले हैं, लेकिन अभी तक इस मसले का हल नहीं निकला है। इसी बीच सीएम अशोक गहलोत ने सचिन पायलट को गद्दार कहकर इस रस्साकशी को और बढ़ा दिया है। ढाई साल पहले सचिन पायलट समर्थकों ने कुर्सी के लिए बगावती तेवर अपनाए थे। अब गहलोत समर्थकों ने बगावती तेवर दिखा दिए। हालांकि सभी ने मुख्यमंत्री तय करने का निर्णय कथित तौर पर आलाकमान पर छोड़ दिया है। गेंद केंद्र के पाले में गई तो कांग्रेस के महासचिव के सी वेणुगोपाल ने भी 48 घंटे में इस मसले का हल निकलने की बात कह डाली थी। लेकिन अभी तक इस मामले का हल नहीं निकला है।

25 सितंबर के बाद बगावती की आग और बढ़ गई
25 सितंबर को राजस्थान कांग्रेस में मचे घमासान से पार्टी की देशभर में बदनामी हुई। एक सत्ताधारी पार्टी के 92 विधायकों की ओर से इस्तीफे दिए जाने के दावे किए गए। हालांकि सच्चाई क्या है। यह दो महीने बाद तक किसी को नहीं पता। गहलोत के समर्थक दावा करते हैं कि कांग्रेस के 92 विधायकों ने इस्तीफे दिए जबकि एक दर्जन से ज्यादा विधायक कह चुके हैं कि उन्होंने इस्तीफे दिए ही नहीं।

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सियासी बवंडर के बाद 29 सितंबर को अशोक गहलोत दिल्ली पहुंचे और सोनिया गांधी से माफी मांगी। इसी दिन 29 नवंबर को कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा था कि आगामी दो दिन में यानी 48 घंटे में राजस्थान के मुख्यमंत्री के बारे में निर्णय लिया जाएगा। दो महीने बीतने के बाद भी केसी वेणुगोपाल के दो दिन का वादा अभी तक पूरा नहीं हुआ। अर्थात कांग्रेस आलाकमान ने मुख्यमंत्री के बारे में कोई निर्णय नहीं सुनाया।

फैसले के इंतजार में कई नेता कर चुके बयानबाजी
केसी वेणुगोपाल की ओर से दो दिन का समय मांगे जाने के बाद सोनिया गांधी भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने के लिए दक्षिण भारत चली गईं। कुछ ही दिनों बाद केसी वेणुगोपाल भी राहुल गांधी की यात्रा में शामिल होने चले गए। ऐसे करते करते दिन बीतते गए और 26 नवंबर तक कांग्रेस आलाकमान ने कोई निर्णय कांग्रेसी कार्यकर्ताओं और नेताओं को नहीं बताया। इसी बीच राज्यमंत्री राजेन्द्र सिंह गुढ़ा सहित कई नेताओं ने आलाकमान की विश्वसनीयता पर ही सवाल खड़े कर दिए।

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इन नेताओं का कहना है कि जो भी फैसला करना हो शीघ्र करना चाहिए ताकि स्थिति साफ हो सके। कई नेताओं को लगता है कि सचिन पायलट मुख्यमंत्री होंगे तो कई नेताओं को लगता है कि अशोक गहलोत ही मुख्यमंत्री रहें। कई नेताओं का कहना है कि यह भ्रम की स्थिति दूर करने के लिए कांग्रेस हाईकमान को अपना फैसला सुना देना चाहिए।

29 नवंबर को राजस्थान आ रहे हैं केसी वेणुगोपाल, नेता फिर मांगेंगे जवाब
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के मद्देनजर कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल 29 नवंबर को राजस्थान आ रहे हैं। इस दौरान कांग्रेस के नेता सीधे उनसे जवाब मांग सकते हैं कि आपकी ओर से दिए गए दो दिन के समय का क्या हुआ। वहीं केसी वेणुगोपाल को मीडिया के सवालों का भी सामना करना पड़ेगा। इन सवालों से वेणुगोपाल कैसे बच पाते हैं यह तो 29 नवंबर को ही पता चलेगा। हालांकि इतना साफ है कि केसी वेणुगोपाल के राजस्थान दौरे के दौरान राजनैतिक चाणक्य हावभाव से ही पता लगा लेंगे कि प्रदेश में मुख्यमंत्री बदलने वाला है या नहीं। (रिपोर्ट – रामस्वरूप लामरोड़, जयपुर)

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