कोर्ट से शिवाजी पार्क तो मिल गया लेकिन बालासाहेब के विचार हमारे साथ… उद्धव ठाकरे पर एकनाथ शिंदे का पलटवार
मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने दशहरे के अवसर पर बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स के एमएमआरडीए मैदान में मेगा रैली की। रैली को संबोधित करते हुए एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे पर हमला बोला। शिंदे ने कहा कि कोर्ट से शिवाजी पार्क तो मिल गया लेकिन बालासाहेब के विचार हमारे साथ हैं। उन्होंने कहा कि उनका विद्रोह ‘विश्वासघात’ कतई नहीं था, बल्कि एक ‘बगावत’ थी। उन्होंने शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे से पार्टी संस्थापक बाल ठाकरे के आदर्शों के खिलाफ जाने और कांग्रेस एवं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के साथ गठबंधन करने के लिए उनके (बाल ठाकरे के) स्मारक पर घुटने टेकने और माफी मांगने को कहा।
शिंदे ने दशहरे के अवसर पर बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स के एमएमआरडीए मैदान में एक महारैली को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य में मतदाताओं ने 2019 के विधानसभा चुनावों में शिवसेना और भाजपा को चुना, लेकिन उद्धव ठाकरे ने महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार के गठन के लिए कांग्रेस और राकांपा से हाथ मिलाकर राज्य की जनता को ‘धोखा’ दिया। उन्होंने कहा कि उनकी दशहरा रैली में भारी भीड़ यह दिखाने के लिए पर्याप्त है कि बाल ठाकरे की विरासत के सच्चे उत्तराधिकारी कौन हैं।
राज ठाकरे, नारायण राणे क्या सब गलत थे?
एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए सवाल किया कि क्या राज ठाकरे, नारायण राणे या हम लोग जिन्होंने शिवसेना छोड़ी वो गलत थे। मैंने राज्य और शिवसेना के हित की बात कही थी लेकिन आपने कुछ भी नहीं किया क्योंकि आपको तो पांच साल तक मुख्यमंत्री बने रहना था। इसीलिए हमने फैसला लिया और उसका हमें दुख भी हुआ। इसी के चलते जून महीने में इस पूरे घटनाक्रम का अंत हुआ।
ढाई साल में ढाई घंटे मंत्रााालयय गए
एकनाथ शिंदे यहीं नहीं रुके उद्धव ठाकरे को घेरते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि आप ढाई साल में ढाई घंटे मंत्रालय गए। कोरोना काल में आपने मंदिर और दुकान तो बंद करवा दिए लेकिन आपकी असली दुकान शुरू थी। यह मुझसे बेहतर आखिर और कौन जानता है।
मोदी का मजाक उड़ाने वालों का यही हश्र
एकनाथ शिंदे ने मंच पर जनता को संबोधित करते हुए पूछा कि क्या एक किसान का बेटा मुख्यमंत्री नहीं बन सकता। एक चाय बेचने वाला इंसान देश का प्रधानमंत्री बन चुका है और आप उसका मजाक उड़ा रहे हैं। हम सब देख रहे हैं कि जिस पार्टी ने इस तरह का मजाक उड़ाया। आज उनकी हालत क्या है। आज उनकी पार्टी तो मौजूद है लेकिन उन्हें अध्यक्ष नहीं मिल रहा है। जबकि आप एक पार्टी के अध्यक्ष हैं लेकिन पार्टी के नाम पर आपके पास कुछ भी नहीं हैं।
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राज ठाकरे, नारायण राणे क्या सब गलत थे?
एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए सवाल किया कि क्या राज ठाकरे, नारायण राणे या हम लोग जिन्होंने शिवसेना छोड़ी वो गलत थे। मैंने राज्य और शिवसेना के हित की बात कही थी लेकिन आपने कुछ भी नहीं किया क्योंकि आपको तो पांच साल तक मुख्यमंत्री बने रहना था। इसीलिए हमने फैसला लिया और उसका हमें दुख भी हुआ। इसी के चलते जून महीने में इस पूरे घटनाक्रम का अंत हुआ।
ढाई साल में ढाई घंटे मंत्रााालयय गए
एकनाथ शिंदे यहीं नहीं रुके उद्धव ठाकरे को घेरते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि आप ढाई साल में ढाई घंटे मंत्रालय गए। कोरोना काल में आपने मंदिर और दुकान तो बंद करवा दिए लेकिन आपकी असली दुकान शुरू थी। यह मुझसे बेहतर आखिर और कौन जानता है।
मोदी का मजाक उड़ाने वालों का यही हश्र
एकनाथ शिंदे ने मंच पर जनता को संबोधित करते हुए पूछा कि क्या एक किसान का बेटा मुख्यमंत्री नहीं बन सकता। एक चाय बेचने वाला इंसान देश का प्रधानमंत्री बन चुका है और आप उसका मजाक उड़ा रहे हैं। हम सब देख रहे हैं कि जिस पार्टी ने इस तरह का मजाक उड़ाया। आज उनकी हालत क्या है। आज उनकी पार्टी तो मौजूद है लेकिन उन्हें अध्यक्ष नहीं मिल रहा है। जबकि आप एक पार्टी के अध्यक्ष हैं लेकिन पार्टी के नाम पर आपके पास कुछ भी नहीं हैं।
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