कॉम्पिटैटिव एग्जाम की ‘सुरक्षा’ करने में राजस्थान सरकार फेल, जानें 3 साल कितनी भर्ती परीक्षा हुई रद्द
जयपुर: राजस्थान में प्रतियोगिता परीक्षाओं (competitive exam in rajasthan) की सुरक्षा के मामले में सरकार हर बार फेल साबित होती है। प्रदेश के युवा सरकारी नौकरी पाने के लिए घर से सैंकड़ों किलोमीटर दूर शहरों में जाकर पढाई और कोचिंग करते हैं। माता-पिता की गाढी कमाई खर्च करके भर्ती परीक्षाओं की तैयारी करते हैं लेकिन परीक्षा के वक्त पेपर आउट होने से फिर से तैयारी करनी पड़ती है। ऐसा अमूमन हर प्रतियोगिता परीक्षा में होने लगा है। शनिवार 12 नवंबर को दूसरी पारी में हुई वनरक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर एग्जाम (forest gaurd paper leak ) शुरू होने से पहले ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। लिहाजा परीक्षा आयोजित कराने वाले राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने परीक्षा को निरस्त कर दिया।
लाइब्रेरियन भर्ती परीक्षा 2019 में हुआ था पेपर आउट
प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों के साथ हर बार धोखा होता है। पिछले तीन साल में लाखों अभ्यर्थी 6 बार छले गए। कांग्रेस सरकार के सत्ता में आने के बाद सबसे पहले लाइब्रेरियन भर्ती परीक्षा 2019 का पेपर आउट हुआ था। एग्जाम से दो घंटे पहले ही पेपर वायरल हो गया था। बोर्ड को एग्जाम रद्द करना और 19 सितंबर 2020 को फिर से एग्जाम कराना पड़ा।
जेईएन भर्ती परीक्षा हुई थी साल 2020 में
2 दिसंबर 2020 को हुई जेईएन भर्ती परीक्षा 2020 का पेपर लीक होने पर एग्जाम रद्द करना पड़ा। इसके बाद में 12 सितंबर 2021 में फिर से परीक्षा आयोजित करवाई गई, जिसका परिणाम जारी होने के बाद योग्य उम्मीदवारों को नौकरी मिल गई है। इसके बाद जेईएन भर्ती 2022 भी हुई है।
राजस्थान में ये परीक्षाएं भी हुई रद्द
26 सितंबर 2021 को हुई रीट भर्ती परीक्षा 2021 लेवल टू का पेपर आउट हुआ था। राज्य सरकार को एग्जाम रद्द करना पड़ा। 14 मई 2022 को दूसरी पारी में आयोजित कांस्टेबल भर्ती परीक्षा का पेपर आउट होने पर परीक्षा को निरस्त करना पड़ा था। इसके बाद बिजली विभाग की टेक्निकल हेल्पर की परीक्षा का पेपर भी आउट हुआ था और अब वनरक्षक भर्ती परीक्षा का पेपर भी आउट हो गया।
इन परीक्षाओं में भी पकड़े गए फर्जी अभ्यर्थी
6 प्रतियोगिता परीक्षाओं के पेपर आउट होने के साथ ही लगभग सभी प्रतियोगिता परीक्षाओं में डमी अभ्यर्थी पकड़े जाने के मामले सामने आते हैं। जुलाई में हुई पटवार भर्ती परीक्षा में 50 से ज्यादा फर्जी अभ्यर्थियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। साथ ही इस साल हुई रीट परीक्षा के दौरान भी कई फर्जी अभ्यर्थी पकड़े गए। फर्जी अभ्यर्थियों के पकड़े जाने पर पेपर को आउट नहीं माना जाता है क्योंकि पेपर अन्य किसी के पास नहीं जाता है। लेकिन डमी परीक्षार्थी के पकड़े जाने पर परीक्षा की विश्ननीयता पर सवाल जरूर खड़े होते हैं। (रिपोर्ट – रामस्वरूप लामरोड़)
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लाइब्रेरियन भर्ती परीक्षा 2019 में हुआ था पेपर आउट
प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों के साथ हर बार धोखा होता है। पिछले तीन साल में लाखों अभ्यर्थी 6 बार छले गए। कांग्रेस सरकार के सत्ता में आने के बाद सबसे पहले लाइब्रेरियन भर्ती परीक्षा 2019 का पेपर आउट हुआ था। एग्जाम से दो घंटे पहले ही पेपर वायरल हो गया था। बोर्ड को एग्जाम रद्द करना और 19 सितंबर 2020 को फिर से एग्जाम कराना पड़ा।
जेईएन भर्ती परीक्षा हुई थी साल 2020 में
2 दिसंबर 2020 को हुई जेईएन भर्ती परीक्षा 2020 का पेपर लीक होने पर एग्जाम रद्द करना पड़ा। इसके बाद में 12 सितंबर 2021 में फिर से परीक्षा आयोजित करवाई गई, जिसका परिणाम जारी होने के बाद योग्य उम्मीदवारों को नौकरी मिल गई है। इसके बाद जेईएन भर्ती 2022 भी हुई है।
राजस्थान में ये परीक्षाएं भी हुई रद्द
26 सितंबर 2021 को हुई रीट भर्ती परीक्षा 2021 लेवल टू का पेपर आउट हुआ था। राज्य सरकार को एग्जाम रद्द करना पड़ा। 14 मई 2022 को दूसरी पारी में आयोजित कांस्टेबल भर्ती परीक्षा का पेपर आउट होने पर परीक्षा को निरस्त करना पड़ा था। इसके बाद बिजली विभाग की टेक्निकल हेल्पर की परीक्षा का पेपर भी आउट हुआ था और अब वनरक्षक भर्ती परीक्षा का पेपर भी आउट हो गया।
इन परीक्षाओं में भी पकड़े गए फर्जी अभ्यर्थी
6 प्रतियोगिता परीक्षाओं के पेपर आउट होने के साथ ही लगभग सभी प्रतियोगिता परीक्षाओं में डमी अभ्यर्थी पकड़े जाने के मामले सामने आते हैं। जुलाई में हुई पटवार भर्ती परीक्षा में 50 से ज्यादा फर्जी अभ्यर्थियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। साथ ही इस साल हुई रीट परीक्षा के दौरान भी कई फर्जी अभ्यर्थी पकड़े गए। फर्जी अभ्यर्थियों के पकड़े जाने पर पेपर को आउट नहीं माना जाता है क्योंकि पेपर अन्य किसी के पास नहीं जाता है। लेकिन डमी परीक्षार्थी के पकड़े जाने पर परीक्षा की विश्ननीयता पर सवाल जरूर खड़े होते हैं। (रिपोर्ट – रामस्वरूप लामरोड़)