किराना कारोबारी सुसाइड से पहले बता गए थे नाम, रिटायर्ड पुलिस अधिकारी, उनका बेटा सहित तीन गिरफ्तार | Names were told before grocery businessman suicide, police arrested t | Patrika News

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किराना कारोबारी सुसाइड से पहले बता गए थे नाम, रिटायर्ड पुलिस अधिकारी,  उनका बेटा सहित तीन गिरफ्तार | Names were told before grocery businessman suicide, police arrested t | Patrika News

किराना कारोबारी सुसाइड से पहले बता गए थे नाम, रिटायर्ड पुलिस अधिकारी, उनका बेटा सहित तीन गिरफ्तार | Names were told before grocery businessman suicide, police arrested t | Patrika News

ब्याज पर चलाने के लिए लिए थे पैसे
कोरोना से पहले मनमोहन ने आरोपियों के साथ मिलकर ब्याज पर चलाने के लिए पैसे फाइनेंस किए थे। आरोपियों ने जब रुपए नहीं लौटाए तो उन्होंने मामला दर्ज करा दिया। पुलिस ने इस मामले में जांच के बाद एफआर लगा दी थी। इसके बाद से इनके बीच ठन गई थी। पुलिस ने बताया कि मनमोहन सोनी का जयपुर में रिद्धि-सिद्धि चौराहे के पास डिपार्टमेंटल स्टोर हैं। वह तीनों आरोपियों को पहले से जानते थे। उन्हें पता था कि लोन के बदले काफी ब्याज देते हैं। इसी वजह से उन्होंने आरोपियों को साढ़े 6 करोड़ रुपए इन्वेस्टमेंट के लिए दे दिए। इस बीच कोरोना आ गया और लोगों ने किस्तें देनी बंद कर दीं। मनमोहन के करोड़ों रुपए डूबने लगे तो उन्होंने आरोपियों से लौटाने की बात कही। कोरोना की वजह से लोगों के हालात खराब होते चले गए और उनका पैसा फंसता चला गया।

पत्नी ने दो साल पहले दर्ज करवाया था मामला
पैसा नहीं आने की वजह से पत्नी ने 2020 में दर्ज करवाया था। जब रुपए नहीं आए तो मनमोहन की पत्नी नीतू ने 2020 में शास्त्री नगर थाने में आरोपियों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। रिपोर्ट में बताया था- रमेश चंद्र तिवाड़ी ने सत्यार्थ तिवाड़ी के साथ मिलकर पति को झांसे में लिया। इसके बाद हमारा मकान गिरवी रख साढ़े 6 करोड़ रुपए पति से ले लिए। जब मेरे पति ने रुपए मांगे तो पहले वह टालता रहा। फिर एक दिन सत्यार्थ तिवाड़ी ने पैसा देने के लिए अपने घर बुलाया। इस दौरान रमेश चंद्र तिवाड़ी भी मौजूद थे। उन्होंने मेरे पति के साथ अभद्र व्यवहार किया। धमकाया- दोबारा रुपए मांगे तो अच्छा नहीं होगा।

डिप्रेशन में चल रहे थे मनमोहन
परिवार वालों ने बताया था कि साढ़े छह करोड़ रुपए डूब गए थे। इसलिए वह परेशान चल रहे थे। डिप्रेशन में पहले भी किया था सुसाइड का प्रयास, नींद की गोलियां खाईं नीतू ने बताया कि मामला दर्ज कराने के बाद पुलिस ने बिना जांच कर एफआर (फाइनल रिपोर्ट) लगा दी। नीतू ने बताया कि इससे दुखी होकर मेरे पति ने दोबारा सत्यार्थ तिवाड़ी समेत अन्य लोगों के खिलाफ कोर्ट में शिकायत दी थी। इसके बाद उन्हें धमकी मिलती रही। बार-बार नोटिस भेज परिवार को परेशान किया जा रहा था। ऐसे में वह डिप्रेशन में आ गए और 18 दिसंबर 2020 को मनमोहन ने नींद की गोलियां खाकर सुसाइड का प्रयास किया था। तब घरवालों को समय से पता चल गया तो उन्हें हॉस्पिटल ले जाया गया था।

देर रात थाने के सामने बैठे परिजन और समाज के लोग मनमोहन ने गोली सीने में मारी थी, जो आर-पार हो बेड की लकड़ी में घुस गई। अब लकड़ी को कटवाकर निकाली जाएगी। इधर, जन समस्या मंच के सूरज सोनी के नेतृत्व में लोगों ने आरोपियों की गिरफ्तार की मांग की थी। इसके बाद थाने का घेराव किया था और शव लेने से मना करते हुए रात को परिजनों के साथ सैकड़ों लोग धरने पर बैठ गए थे। घर में मनमोहन व उसके छोटे भाई रोहित का परिवार रहता है। मनमोहन के 20 साल का बेटा यश व 16 साल की बेटी ईशिता है।



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