काम की खबर: अब तक नहीं मिला DL, परेशान मत हों… चालान से बचने का तरीका आया सामने, अधिकारी ने दिए टिप्स

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काम की खबर: अब तक नहीं मिला DL, परेशान मत हों… चालान से बचने का तरीका आया सामने, अधिकारी ने दिए टिप्स

काम की खबर: अब तक नहीं मिला DL, परेशान मत हों… चालान से बचने का तरीका आया सामने, अधिकारी ने दिए टिप्स


गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में ड्राइविंग लाइसेंस नहीं बन पाने के कारण परेशान लोगों के लिए राहत की खबर है। दरअसल, जिले के 17 हज़ार लोगों के ड्राइविंग लाइसेंस (DL) फंस गए हैं। इनके लाइसेंस पोर्टल पर तो दिख रहे हैं, लेकिन प्रिंट नहीं हो पा रहे। यूक्रेन से आने वाले चिपयुक्त स्मार्टकार्ड की आपूर्ति नहीं होने से यह दिक्कत है। इसकी वजह से करीब 5 महीने से डीएल प्रिंट नहीं हो रहे। फरवरी में जहां गाजियाबाद में 9300 लोगों को ड्राइविंग लाइसेंस का स्मार्टकार्ड नहीं मिला था। अब यह संख्या बढ़कर 17 हज़ार तक पहुंच चुकी है। अधिकारियों का कहना है कि जब तक लोगों के पास डीएल का स्मार्टकार्ड नहीं आ रहा है, तब तक वह डिजीलॉकर के माध्यम से अपने ड्राइविंग लाइसेंस को डाउनलोड करके प्रयोग कर सकते हैं। इसकी मान्यता भी स्मार्टकार्ड के लाइसेंस जितनी है। इसको दिखाने पर ट्रैफिक पुलिस चालान नहीं करेगी। अधिकारियों ने बताया कि इस महीने के अंत तक स्थिति ठीक हो जाएगी। इसके बाद लोगों को लाइसेंस दे दिए जाएंगे।

इस तरह कार्रवाई से बचें

डीएल नहीं होने पर वाहन चेकिंग और पुलिस से बचने के लिए लोग रास्ता बदल देते हैं, लेकिन आप इन सबसे बच सकते हैं। अधिकारियों का कहना है कि डीएल के लिए आवेदन के बाद वाहन चेकिंग के दौरान आवेदक अपना रजिस्ट्रेशन नंबर दिखा सकता है, जिन लोगों के लाइसेंस पोर्टल पर शो हो रहे हैं, वे इसे डिजीलॉकर में सुरक्षित कर सकते हैं। डिजीलॉकर में सुरक्षित लाइसेंस दिखाकर भी चालान से बचा जा सकता है।

इस तरह डाउनलोड करें डीएल

सबसे पहले मोबाइल में डिजीलॉकर ऐप इंस्टॉल कर लें। डिजीलॉकर पर लॉगइन के लिए आधार कार्ड की जरूरत होगी। सुनिश्चित कर लें कि आधार कार्ड का नाम और डीएल का नाम अलग न हो। ऐप में ड्राइविंग लाइसेंस पर क्लिक करके अपना राज्य चुनें। राज्य पर टच करते ही नाम, जन्मतिथि दिखेगी। आधार कार्ड में दिया गया नाम और जन्मतिथि ही इसमें आती है। इन दोनों कॉलम के ठीक नीचे डीएल नंबर देना होगा।

डीएल नंबर डालने के बाद गेट डॉक्युमेंट पर टच करें। कुछ ही सेकंड में आपका ई-डीएल डाउनलोड होकर Issued मेन्यू में दिखने लगेगा, वहां जाकर डीएल पर क्लिक करके जांच करने वाले अधिकारी को मोबाइल में ही दिखा सकते हैं। डिजीलॉकर में रखा गया ई-डीएल भी स्मार्ट कार्ड वाले डीएल की तरह हर जगह मान्य है।

क्या कहते हैं अधिकारी

एआरटीओ प्रशासन राहुल श्रीवास्तव का कहना है कि डीएल के लिए आवेदन के बाद वाहन चेकिंग के दौरान आवेदक अपना रजिस्ट्रेशन नंबर दिखा सकता है, जिन लोगों के लाइसेंस पोर्टल पर शो हो रहे हैं, वे इसे डिजीलॉकर में सुरक्षित कर सकते हैं। इस तरह चालान से बचा जा सकता है।

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