कानपुर : डेडिकेटेड डेंगू हॉस्पिटल में ही नहीं हैं फिजीशियन, न टेस्ट की सुविधा, CMO बोले- जल्द डॉक्टर मिलेंगे

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कानपुर : डेडिकेटेड डेंगू हॉस्पिटल में ही नहीं हैं फिजीशियन, न टेस्ट की सुविधा, CMO बोले- जल्द डॉक्टर मिलेंगे

कानपुर : डेडिकेटेड डेंगू हॉस्पिटल में ही नहीं हैं फिजीशियन, न टेस्ट की सुविधा, CMO बोले- जल्द डॉक्टर मिलेंगे

कानपुर: यूपी के कानपुर में डेंगू मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। मंगलवार को डेंगू के 67 नए एक्टिव पेशेंट मिलने से स्वास्थ्य महकमें में हलचल बढ़ गई। डेंगू के बढ़ते मामलों को देखते हुए मुख्यमंत्री ने डेडिकेटेड हॉस्पिटल बनाने के निर्देश दिए थे। कानपुर में कांशीराम ट्रामा सेंटर को डेडिकेटेड डेंगू अस्पताल बनाया है। लेकिन डेडिकेटेड अस्पताल खुद बीमार है, तो यहां पर मरीजों का इलाज कैसे होगा। डेडिकेटेड अस्पताल में डेंगू जांच की सुविधा नहीं है, और न हीं यहां पर फिजीशियन की तैनाती है। इसके साथ ही डेंगू का एक भी मरीज भर्ती नहीं है।

कानपुर के प्राइवेट अस्पताल डेंगू और वायरल फीवर के मरीजों से भरे पड़े हैं। हैलट और उर्सला अस्पताल में डेंगू के 61 मरीज भर्ती हैं। वहीं हैलट और उर्सला की माइक्रोबॉयोलॉजी लैब में डेंगू जांच की सुविधा है। डेडिकेटेड हॉस्पिटल में डेंगू की जांच के लिए आने मरीजों के सैंपल हैलट या फिर उर्सला अस्पताल भेजे जाते हैं।

डेडिकेटेड हॉस्पिटल में डेंगू मरीजों के लिए 20 बेडों का वार्ड बनाया गया है। सभी बेडों पर मच्छदानी और अन्य सुविधा मुहैया कराई गई हैं। वहीं सीमएओ डॉ आलोक रंजन का कहना है कि जरूरत पड़ने पर बेडों की संख्या बढ़ा दी जाएगी।

डेडिकेटड डेंगू हॉस्पिट में नहीं पेशेंट
डेंगू पॉजिटिव पेशेंट के लिए डेडिकेटेड हॉस्पिटल बनाया गया है। लेकिन आप को यह सुनकर हैरान रह जाएंगे कि इस हॉस्पिटल में एक भी डेंगू पेशेंट भर्ती नहीं है। बुखार के चार मरीज भर्ती थे, लेकिन उनकी डेंगू रिपोर्ट नेगेटिव आई थी। वहीं कांशीराम अस्पताल के इकलौते फिजीशियन डॉ पीयूष मिश्रा का ट्रांसफर हो गया था। इसके बाद से अस्पताल में एक भी फिजीशियन की तैनाती नहीं हुई थी।

डेंगू जांच के लिए मशीन और किट
कांशीराम हॉस्पिटल के सीएमएस डॉ स्वदेश गुप्ता का कहना है कि अस्पताल में दवाएं और फ्लुइड की पर्याप्त व्यवस्था है। फिजीशियन के लिए सीएमओ को पत्र लिखा गया है। उर्सला अस्पताल से जल्द ही डॉक्टर मिल जाएंगे। इसके साथ ही डेंगू की जांच के लिए मशीन और किट की भी डिमांड की गई है। फिलहाल डेंगू के सैंपल जांच के लिए उर्सला अस्पताल भेजा जा रहा है।

सीएमओ डॉ आलोक रंजन का कहना है कि डेडिकेटेड हॉस्पिटल के लिए फिजीशियन की व्यवस्था कर दी गई है। उर्सला अस्पताल से बुधवार को तीन फिजीशियन और दो बालरोग विशेषज्ञ भेजे जाएंगे। किसी तरह की असुविधा नहीं है। डेडिकेटेड हॉस्पिटल में मरीजों की सुविधाओं को ध्यान में रखकर व्यवस्था की गईं हैं।
इनपुट-सुमित शर्मा

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