कांवड़ यात्रा-बकरीद को लेकर CM योगी सख्त, शरारतियों से निपटने को पुलिस को निर्देश जारी | CM Yogi adityanath gave instructions regarding security arrangements in Kanwar Yatra Bakrid | Patrika News
अगामी त्योहारों को लेकर की समीक्षा बैठक इस मौके पर सीएम ने अधिकारियों से बकरीद, श्रावण मास, कांवड़ यात्रा सहित आगामी पर्वों व त्योहारों के दृष्टिगत तैयारियों, कार्ययोजना एवं व्यवस्थाओं की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि विगत दिनों रमजान माह में अलविदा की नमाज़ और ईद के अवसर पर धार्मिक कार्यों से यातायात प्रभावित नहीं हुआ। कई जनपदों में स्थान का अभाव होने पर बेहतर समन्वय के साथ शिफ्टवार नमाज़ अदा हुई। इस प्रयास की पूरे देश में सराहना हुई है। इस बार बकरीद के मौके पर हमें यही व्यवस्था लागू रखनी होगी। थाना, सर्किल, जिला, रेंज, जोन, मण्डल स्तर पर तैनात वरिष्ठ अधिकारीगण अपने-अपने क्षेत्र के धर्मगुरुओं, समाज के अन्य प्रतिष्ठितजनों के साथ संवाद बनाएं। लोगों के लिए सकारात्मक संदेश जारी कराएं। पीस कमेटी की बैठक कर लें। मीडिया का सहयोग लें, ताकि शांति और सौहार्द का माहौल बना रहे।
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प्रतिबन्धित पशु की कुर्बानी न हो सीएम ने कहा कि बकरीद पर कुर्बानी के लिए स्थान का चिन्हांकन पहले से ही होना चाहिए। विवादित जगहों पर कुर्बानी नहीं होनी चाहिए। तय स्थान के अतिरिक्त कहीं और कुर्बानी नहीं होनी चाहिए। प्रत्येक दशा में यह सुनिश्चित करें कि कहीं भी प्रतिबन्धित पशु की कुर्बानी न हो। कुर्बानी के उपरान्त अपशिष्ट के व्यवस्थित निस्तारण की कार्ययोजना हो। ऐसा न होने पर यह अपशिष्ट बीमारी का कारक बनते हैं। उन्होंने कहा कि हर पर्व शांति और सौहार्द के बीच सम्पन्न हों, इसके लिए स्थानीय जरूरतों को देखते हुए सभी जरूरी प्रयास किए जाएं। शरारतपूर्ण बयान जारी करने वालों के साथ जीरो टॉलरेंस की नीति के साथ कड़ाई से पेश आएं। माहौल खराब करने की कोशिश करने वाले अराजक तत्वों के साथ पूरी कठोरता की जाए। ऐसे लोगों के लिए सभ्य समाज में कोई स्थान नहीं होना चाहिए।
कहा, किसी भी श्रद्धालुओं का उत्पीड़न न हो मुख्यमंत्री ने कहा कि कावंड़ यात्रा आस्था के साथ उत्साह का आयोजन है। परम्परागत रूप से नृत्य, गीत, संगीत इसका हिस्सा रहे हैं। ऐसे में श्रद्धालुओं का उत्पीड़न न किया जाए। यह सुनिश्चित करें कि डीजे, गीत-संगीत आदि की आवाज निर्धारित मानकों के अनुरूप ही हो और इसमें केवल धार्मिक गीत व भजन ही बजाए जाएं। धार्मिक यात्राओं/जुलूसों में अस्त्र-शस्त्र का प्रदर्शन नहीं होना चाहिए। ऐसी कोई घटना न हो, जिससे दूसरे धर्म के लोगों की भावनाएं आहत हो। उन्होंने कहा कि त्वरित कार्यवाही और संवाद-सम्पर्क अप्रिय घटनाओं को सम्भालने में सहायक होती है। ऐसे में किसी भी अप्रिय घटना की सूचना पर बिना विलंब किए, जिलाधिकारी/पुलिस कप्तान खुद मौके पर पहुंचे। शरारती तत्व दूसरे सम्प्रदाय के लोगों को अनावश्यक उत्तेजित करने की कुत्सित कोशिश कर सकते हैं, ऐसे मामलों पर नजर रखें। हर दिन सायंकाल पुलिस बल फुट पेट्रोलिंग जरूर करें। पीआरवी-112 एक्टिव रहे।
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कांवड़ यात्रा मार्ग पर मांस की बिक्री प्रतिबंधित मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण हो या शहरी क्षेत्र, पर्व-त्योहारों के बीच बिजली आपूर्ति सुचारु रखी जाए। कहीं से भी अनावश्यक कटौती की शिकायत न आए। इसकी नियमित समीक्षा की जाए। कांवड़ यात्रा के मार्ग पर जर्जर बिजली के खम्भे, झूलते-लटकते बिजली के तार आदि प्रबन्धन समय से कर लिया जाए, ताकि श्रद्धालुओं को समस्या न हो तथा किसी प्रकार की दुर्घटना की स्थिति न बने। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं की आस्था का सम्मान करते हुए कांवड़ यात्रा मार्ग पर कहीं भी खुले में मांस आदि का खरीद-बिक्री न हो। हेल्थ एण्ड वेलनेस सेण्टर भी उपयोगी हो सकते हैं। यहां प्राथमिक चिकित्सा के साथ-साथ कोविड टेस्टिंग की सुविधा होनी चाहिए। हाल ही में कोविड संक्रमण से स्वस्थ हुए लोगों को यात्रा से परहेज करने के लिए जागरूक करें।
विशेष दिवस पर वीआईपी मूवमेण्ट से परहेज मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की परिकल्पना के अनुसार श्री काशी विश्वनाथ मन्दिर के पुनरुद्धार के उपरान्त श्रद्धालुओं की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। श्रावण मास में पूरे देश से श्रद्धालुजनों के आगमन की सम्भावना है। ऐसे में स्थानीय पुलिस कमिश्नरेट, जिला प्रशासन, मन्दिर प्रशासन समन्वय बनाते हुए व्यवस्थित कार्ययोजना बनाएं। प्रबन्धन ऐसा हो कि किसी भी श्रद्धालु को असुविधा न हो। विशेष दिवस पर वीआईपी मूवमेण्ट से परहेज किया जाना चाहिए।
अगामी त्योहारों को लेकर की समीक्षा बैठक इस मौके पर सीएम ने अधिकारियों से बकरीद, श्रावण मास, कांवड़ यात्रा सहित आगामी पर्वों व त्योहारों के दृष्टिगत तैयारियों, कार्ययोजना एवं व्यवस्थाओं की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि विगत दिनों रमजान माह में अलविदा की नमाज़ और ईद के अवसर पर धार्मिक कार्यों से यातायात प्रभावित नहीं हुआ। कई जनपदों में स्थान का अभाव होने पर बेहतर समन्वय के साथ शिफ्टवार नमाज़ अदा हुई। इस प्रयास की पूरे देश में सराहना हुई है। इस बार बकरीद के मौके पर हमें यही व्यवस्था लागू रखनी होगी। थाना, सर्किल, जिला, रेंज, जोन, मण्डल स्तर पर तैनात वरिष्ठ अधिकारीगण अपने-अपने क्षेत्र के धर्मगुरुओं, समाज के अन्य प्रतिष्ठितजनों के साथ संवाद बनाएं। लोगों के लिए सकारात्मक संदेश जारी कराएं। पीस कमेटी की बैठक कर लें। मीडिया का सहयोग लें, ताकि शांति और सौहार्द का माहौल बना रहे।
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प्रतिबन्धित पशु की कुर्बानी न हो सीएम ने कहा कि बकरीद पर कुर्बानी के लिए स्थान का चिन्हांकन पहले से ही होना चाहिए। विवादित जगहों पर कुर्बानी नहीं होनी चाहिए। तय स्थान के अतिरिक्त कहीं और कुर्बानी नहीं होनी चाहिए। प्रत्येक दशा में यह सुनिश्चित करें कि कहीं भी प्रतिबन्धित पशु की कुर्बानी न हो। कुर्बानी के उपरान्त अपशिष्ट के व्यवस्थित निस्तारण की कार्ययोजना हो। ऐसा न होने पर यह अपशिष्ट बीमारी का कारक बनते हैं। उन्होंने कहा कि हर पर्व शांति और सौहार्द के बीच सम्पन्न हों, इसके लिए स्थानीय जरूरतों को देखते हुए सभी जरूरी प्रयास किए जाएं। शरारतपूर्ण बयान जारी करने वालों के साथ जीरो टॉलरेंस की नीति के साथ कड़ाई से पेश आएं। माहौल खराब करने की कोशिश करने वाले अराजक तत्वों के साथ पूरी कठोरता की जाए। ऐसे लोगों के लिए सभ्य समाज में कोई स्थान नहीं होना चाहिए।
कहा, किसी भी श्रद्धालुओं का उत्पीड़न न हो मुख्यमंत्री ने कहा कि कावंड़ यात्रा आस्था के साथ उत्साह का आयोजन है। परम्परागत रूप से नृत्य, गीत, संगीत इसका हिस्सा रहे हैं। ऐसे में श्रद्धालुओं का उत्पीड़न न किया जाए। यह सुनिश्चित करें कि डीजे, गीत-संगीत आदि की आवाज निर्धारित मानकों के अनुरूप ही हो और इसमें केवल धार्मिक गीत व भजन ही बजाए जाएं। धार्मिक यात्राओं/जुलूसों में अस्त्र-शस्त्र का प्रदर्शन नहीं होना चाहिए। ऐसी कोई घटना न हो, जिससे दूसरे धर्म के लोगों की भावनाएं आहत हो। उन्होंने कहा कि त्वरित कार्यवाही और संवाद-सम्पर्क अप्रिय घटनाओं को सम्भालने में सहायक होती है। ऐसे में किसी भी अप्रिय घटना की सूचना पर बिना विलंब किए, जिलाधिकारी/पुलिस कप्तान खुद मौके पर पहुंचे। शरारती तत्व दूसरे सम्प्रदाय के लोगों को अनावश्यक उत्तेजित करने की कुत्सित कोशिश कर सकते हैं, ऐसे मामलों पर नजर रखें। हर दिन सायंकाल पुलिस बल फुट पेट्रोलिंग जरूर करें। पीआरवी-112 एक्टिव रहे।
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कांवड़ यात्रा मार्ग पर मांस की बिक्री प्रतिबंधित मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण हो या शहरी क्षेत्र, पर्व-त्योहारों के बीच बिजली आपूर्ति सुचारु रखी जाए। कहीं से भी अनावश्यक कटौती की शिकायत न आए। इसकी नियमित समीक्षा की जाए। कांवड़ यात्रा के मार्ग पर जर्जर बिजली के खम्भे, झूलते-लटकते बिजली के तार आदि प्रबन्धन समय से कर लिया जाए, ताकि श्रद्धालुओं को समस्या न हो तथा किसी प्रकार की दुर्घटना की स्थिति न बने। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं की आस्था का सम्मान करते हुए कांवड़ यात्रा मार्ग पर कहीं भी खुले में मांस आदि का खरीद-बिक्री न हो। हेल्थ एण्ड वेलनेस सेण्टर भी उपयोगी हो सकते हैं। यहां प्राथमिक चिकित्सा के साथ-साथ कोविड टेस्टिंग की सुविधा होनी चाहिए। हाल ही में कोविड संक्रमण से स्वस्थ हुए लोगों को यात्रा से परहेज करने के लिए जागरूक करें।
विशेष दिवस पर वीआईपी मूवमेण्ट से परहेज मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की परिकल्पना के अनुसार श्री काशी विश्वनाथ मन्दिर के पुनरुद्धार के उपरान्त श्रद्धालुओं की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। श्रावण मास में पूरे देश से श्रद्धालुजनों के आगमन की सम्भावना है। ऐसे में स्थानीय पुलिस कमिश्नरेट, जिला प्रशासन, मन्दिर प्रशासन समन्वय बनाते हुए व्यवस्थित कार्ययोजना बनाएं। प्रबन्धन ऐसा हो कि किसी भी श्रद्धालु को असुविधा न हो। विशेष दिवस पर वीआईपी मूवमेण्ट से परहेज किया जाना चाहिए।