कांग्रेस के सियासी घटनाक्रम पर बीजेपी की पैनी नजर, सही मौके की तलाश | Rajasthan BJP’s attack on the political developments of Congress | Patrika News

59
कांग्रेस के सियासी घटनाक्रम पर बीजेपी की पैनी नजर, सही मौके की तलाश | Rajasthan BJP’s attack on the political developments of Congress | Patrika News

कांग्रेस के सियासी घटनाक्रम पर बीजेपी की पैनी नजर, सही मौके की तलाश | Rajasthan BJP’s attack on the political developments of Congress | Patrika News

अभी तक भाजपा नेता इस पूरे घटनाक्रम पर वेट एंड वॉच की रणनीति अपनाए हुए थे लेकिन अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के जयपुर लौटने के बाद बीजेपी सरकार पर हमला बोलने की तैयारी में है। दऱअसल प्रदेश भाजपा की ओर से 92 विधायकों की ओर से दिए गए के इस्तीफे मामले में कांग्रेस और गहलोत सरकार को घेरने की तैयारी है।

भाजपा नेताओं की माने तो विधायकों के इस्तीफे के मामले में सरकार को घेरने के लिए पार्टी में उच्च स्तर पर मंथन चल रहा है और जल्द ही इस बारे में विधिक राय लेकर सरकार को घेरा जाएगा। भाजपा नेताओं की मानें तो राजस्थान विधानसभा नियम 173(2) की प्रकिया के नियमों के अनुसार अगर कोई सदस्य व्यक्तिगत रूप से विधानसभा अध्यक्ष को अपना इस्तीफा देता है, साथ ही सूचित करता है कि इस्तीफा स्वैच्छिक और वास्तविक है तो स्पीकर इस्तीफा स्वीकार कर सकते हैं।

विधानसभा स्पीकर से भी मिलने के संकेत
सूत्रों की माने तो सत्तारूढ़ कांग्रेस के मंत्रियों, विधायकों के इस्तीफे के मामले को लेकर प्रदेश भाजपा के नेता जल्द ही विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी से भी मिल सकते हैं, इससे पूर्व भी भाजपा नेता सतीश पूनिया, उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ सहित कई अन्य नेता भी विधायकों इस्तीफे स्वीकार करने की मांग विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी से कर चुके हैं।

विधायकों के इस्तीफे का 7 वां दिन
वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समर्थन में दिए गए 92 विधायकों के इस्तीफे का 7 वां दिन है। 25 सितंबर रात गहलोत गुट के 92 विधायकों ने विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी के आवास पर जाकर अपना इस्तीफा उन्हें सौंप दिया था। इन विधायकों में गहलोत सरकार के कई मंत्री भी शामिल हैं। गौरतलब है कि राजस्थान कांग्रेस के मुख्यमंत्री पद को लेकर रायशुमारी के लिए पार्टी आलाकमान की ओर से बुलाई गई विधायक दल की बैठक का बहिष्कार करके गहलोत गुट के विधायकों ने मंत्री शांति धारीवाल के आवास पर समानांतर विधायक दल की बैठक बुलाई थी और उसके बाद रात 10 बजे बाद विधायकों ने अपने इस्तीफे विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी को सौंप दिए थे, जिसके बाद पार्टी आलाकमान ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए रिपोर्ट प्रदेश प्रभारी अजय माकन से मांगी थी।

रिपोर्ट मिलने के बाद पार्टी आलाकमान ने समानांतर बैठक बुलाए जाने को अनुशासनहीनता करार देते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी माने जाने वाले तीन नेताओं पर कार्रवाई करते हुए कारण बताओ नोटिस जारी किया था।

इनका कहना है
विधानसभा नियमों और प्रक्रियाओं के तहत चलती है, विधायकों ने अपने इस्तीफे नियम-प्रक्रियाओं के तहत दिए हैं। ऐसे में विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी को उनके इस्तीफे स्वीकार करने चाहिए। अगर गहलोत सरकार के मंत्रियों में थोड़ी भी नैतिकता बची हो तो उन्हें अपने इस्तीफे पर फैसले तक कामकाज नहीं करना चाहिए।

रामलाल शर्मा, भाजपा प्रवक्ता

वीडियो देखेंः- PM मोदी कल आबूरोड पहुंचेंगे, अम्बाजी धाम में करेंगे पूजा-अर्चना



राजस्थान की और समाचार देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Rajasthan News