कसोल के जंगलों में तलाशा, नदियों में ढूंढा पर नहीं मिला साहिबाबाद का लापता इंजीनियर, दोस्‍तों संग मनाने गया था नया साल

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कसोल के जंगलों में तलाशा, नदियों में ढूंढा पर नहीं मिला साहिबाबाद का लापता इंजीनियर, दोस्‍तों संग मनाने गया था नया साल

कसोल के जंगलों में तलाशा, नदियों में ढूंढा पर नहीं मिला साहिबाबाद का लापता इंजीनियर, दोस्‍तों संग मनाने गया था नया साल


संजय गिरि, साहिबाबाद: 15 दिन से ज्यादा समय से लापता सॉफ्टवेयर इंजीनियर अभिनव मिंगवाल का अभी तक कोई सुराग नहीं लगा है। शिमला के कसोल में दोस्तों संग नए साल का जश्न मनाने गए अभिनव को वहां की पुलिस ने ड्रोन कैमरों व डॉग स्क्वॉड की मदद से जंगलों में तलाश किया, नदियों में ढूंढा, लेकिन कामयाबी नहीं मिली। अब डीजीपी के आदेश के बाद केस की जांच के लिए स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) का गठन किया गया है। टीम की अगुवाई आईजी रैंक के अधिकारी कर रहे हैं। अभिनव के दोस्तों से भी पूछताछ की जा रही है। उधर, परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। वे एक-दूसरे को ढांढस बंधा रहे हैं। अभिनव की बहन अपने पति के साथ भाई की तलाश में लगी है। उनका कहना है कि कसोल में लोगों से जब उन्होंने भाई के बारे में पूछा तो वहां जिस तरह की कहानियां लोगों ने सुनाईं वो दिल दहलाने वाली हैं। उनकी बातें सुनकर मन सिहर उठता है।

गुमशुदगी की धारा अपहरण में हुई तब्दील
श्याम पार्क एक्सटेंशन निवासी दिगंबर सिंह के बेटा अभिनव 16 दिसंबर को दोस्तों के साथ हिमाचल प्रदेश घूमने गए थे। 28 दिसंबर को उनके दोनों दोस्त लौट आए, लेकिन वह न्यू ईयर की पार्टी करने हिमाचल के कसोल चले गए। कसोल में पर्कअप होस्टल में वह रुके थे। 31 दिसंबर की देर रात तक अभिनव वॉट्सऐप ग्रुप में एक्टिव थे, लेकिन इसके बाद से अचानक लापता हो गए। कसोल पहुंचे परिजनों ने मनिकरण चौकी में इसकी शिकायत दी। बेटे के किडनैपिंग का केस दर्ज कराया। इसके बाद पुलिस ने होस्टल के साथ ही आसपास के इलाकों में ड्रोन कैमरों, डॉग स्क्वॉड व गोताखोरों की मदद से पहाड़ियों व नदियों तक में अभिनव की तलाश की। अभिनव का मोबाइल स्विच्ड ऑफ होने व होस्टल व आसपास सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे होने के चलते पुलिस को उसे तलाशने में खासी दिक्कतें आ रही हैं। अभिनव के पिता व अन्य रिश्तेदार कई दिन से अभिनव की तलाश में हिमाचल के कसोल में पुलिस टीम के साथ खाक छान रहे हैं। अब इस मामले की जांच नवगठित एसआईटी टीम कर रही है। टीम को आईजी मधुसूदन लीड कर रहे हैं। पुलिस ने अभिनव की गुमशुदगी को अपहरण की धाराओं में परिवर्तित कर दिया है।

एसआईटी टीम हर पहलू को ध्यान में रखकर दिन-रात अभिनव की तलाश में जुटी है और कोई कोर कसार नहीं छोड़ रही. अभिनव का मोबाइल फोन स्विच ऑफ होने और होस्टल व आसपास के इलाके में सीसीटीवी कैमरे का नहीं होने से ठोस सुराग हाथ नहीं लग सका है।

-गुरुदेव शर्मा, डीआईजी, हिमाचल प्रदेश पुलिस

पार्टी में शरीक होने वालों से हो रही पूछताछ
टीम ने 31 दिसंबर की रात अभिनव के साथ पार्टी में शामिल लोगों के नंबर लेकर उसके बारे में पूछताछ की है। पुलिस ने उनसे जानने की कोशिश है कि पार्टी वाली रात अभिनव की किसी से अनबन तो नहीं हुई थी। पुलिस होस्टल के स्टाफ के साथ भी सख्ती से पूछताछ कर रही है। एसआईटी ने होस्टल में अभिनव के साथ ठहरे लोगों का स्टेटमेंट दर्ज किया है। दिल्ली के रोहिणी आदि से कुछ लोगों का स्टेटमेंट लिया गया है। वहीं बंगलुरू आदि में रहने वाले कुछ लोगों का बयान विडियो कॉल के माध्यम से लिया गया है। कुछ अन्य को नोटिस देकर बुलाया भी गया है। पुलिस ने इस मामले में 25 से 30 लोगों के बयान दर्ज किए हैं।

पहले भी गायब हुए हैं लोग
अभिनव के जीजा सागर ने बताया कि उसे तलाश करते वक्त कई लोग उनके सामने आए। उन्होंने बताया कि इस तरह की घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं। कसोल के होस्टल व होटल आए अन्य लोगों के साथ ही विदेशी नागरिक भी लापता हो चुके हैं, जिनका आज तक कोई सुराग नहीं लगा। पुलिस अधिकारियों से बात के आधार पर उन्होंने बताया कि पहले एक पूरी बस वहां से गुजर रही पार्वती नदी में समा गई थी। मशक्कत के बाद यहां से कुछ लोगों के शव तो मिले लेकिन बस का आजतक कुछ पता नहीं चला। साथ ही एक महिला ने भी बताया की उसका भाई भी इसी तरह लापता हुआ था, जिसके शरीर का आधा हिस्सा छह महीने बाद मिला था। सागर ने बताया कि ऐसी बातें सुनकर मन सिहर उठता है। काफी डर लगता है। बुरे ख्याल मन में आते हैं।

परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
अभिनव के लापता होने के बाद से उनका परिवार पूरी तरह टूट चुका है। दिल्ली में प्राइवेट कंपनी से रिटायर्ड उसके पिता दिगंबर सिंह बेटे की तलाश में दिन-रात एक कर जुटे हैं। बुढ़ापे की लाठी अपने बेटे का यूं अचानक लापता हो जाना, उन्हें बार-बार कचोट रहा है। वह चाह कर भी अपनी भावनाएं परिवार के सामने इस डर से बयां नहीं कर पा रहे कि बाकी लोग कमजोर न पड़ जाएं। अभिनव की मां अनीता का भी बुरा हाल है। खाना पीना छोड़ अनीता बस बेटे की तस्वीरों को निहारती बेसुध सी हो गई हैं। अभिनव की बड़ी बहन कविता उसे पति सागर के साथ मिलकर तलाशने के साथ ही मां-पिता का ख्याल रखने की दोहरी जिम्मेदारी निभा रही हैं।

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