कमलनाथ के गढ़ में सेंध लगाने का मंत्र देंगे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह
दरअसल, तमाम कोशिशों के बावजूद छिंदवाड़ा में बीजेपी सफल नहीं हो पा रही है। ऐसे में उस इलाके के आदिवासियों को साधने की कवायाद शुरू कर दी है। आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी बादल भोई की जन्मस्थली पर जाकर अमित शाह श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। 2023 विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी आदिवासियों को लुभाने में जुटी है। पिछले दो-तीन सालों में इसकी झलक देखने को मिली है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि सतना के बाद अब गृहमंत्री अमित शाह छिंदवाड़ा आने वाले हैं।
पिछले माह सतना में वे शबरी कोल जनजाति के महाकुंभ में शामिल हुए थे, अब स्वतंत्रता संग्राम सेनानी बादलभोई की जन्म स्थली तीतरा गांव पहुंचने वाले हैं। प्रदेश में 230 में से 47 सीटें अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित हैं। पड़ोसी बैतूल -हरदा के अलावा महाकौशल की मंडला-डिंडोरी लोकसभा सीट सहित आदिवासियों के लिए आरक्षित है। 2018 के विधानसभा चुनाव में आधिकांश सीटें कांग्रेस जीतने में सफल रही थी।
पुलिस ग्राउंड में होगी सभा
भाजपा संगठन की माने तो अमित शाह का दौरा छिंदवाड़ा में काफी खास रहने वाला है। उनकी आमसभा छिंदवाड़ा के पुलिस ग्राउंड में होगी। इस दौरान वह कार्यकर्ताओं की और संगठन पदाधिकारियों के विशेष फीडबैक बैठक भी लेंगे। पिछले दिनों केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी छिंदवाड़ा दौरे के दौरान यह संकेत दिए थे। अब पार्टी की नजर छिंदवाड़ा की सात विधानसभा और एक लोकसभा सीट पर है। अब अमित शाह संगठन के पदाधिकारियों को मंत्र देने आने वाले हैं।
आठ लाख से ज्यादा आदिवासी वोटर
आपको बता दें कि छिंदवाड़ा में आठ लाख से ज्यादा आदिवासी वोटर हैं, जिन्हें साधने की कोशिश में बीजेपी जुटी है। विधानसभा क्षेत्र अमरवाड़ा, विधानसभा क्षेत्र जुन्नारदेव और विधानसभा क्षेत्र पांढुरना आदिवासी आरक्षित क्षेत्र है, जहां पर कांग्रेस का कब्जा है।
इसे भी पढ़ें