कब्रिस्तान भी नहीं छोड़ा! 60 से 70 अवैध मकानों की बसा ली आबादी, अब चलेगा योगी का बुलडोजर

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कब्रिस्तान भी नहीं छोड़ा! 60 से 70 अवैध मकानों की बसा ली आबादी, अब चलेगा योगी का बुलडोजर

कब्रिस्तान भी नहीं छोड़ा! 60 से 70 अवैध मकानों की बसा ली आबादी, अब चलेगा योगी का बुलडोजर

आगरा: आगरा के पंचकुईंया कब्रिस्तान (Panchkuian Cemetery Agra) में अवैध मकान बनाकर रहने वालों की अब खैर नहीं, उनके बनाए मकान अब जल्द ही ध्वस्त कर दिए जाएंगे। वक्फ बोर्ड ने मंगलवार को अल्टीमेटम देते हुए नोटिस चस्पा किए हैं। तीन दिन में मकान के स्वामित्व और दस्तावेज मांगे गए हैं। बताया गया कि अगर निर्धारित अवधि तक अभिलेख नहीं दिखाए गए तो प्रशासन मकानों को ध्वस्त कर सकता है। जिलाधिकारी के निर्देश पर प्रशासनिक टीम ने 14 अक्टूबर को कब्रिस्तान की स्थलीय जांच की थी। जिसमें तमाम खामियां और चौंका देने वाली जानकारियां मिली थीं।

आगरा के पचकुईंयां स्थित कब्रिस्तान में 60 से 70 आवास बने हैं। जिनमें करीब सौ परिवार अवैध रुप से निवास कर रहे हैं। परेशान करने वाली बात यह है कि इनके पास मिले आधार कार्ड बाहरी जिले के हैं, और उन पर लिखे हुए नाम अजीब हैं। यही वजह है कि आगरा की खुफिया पुलिस भी इनकी छानबीन में जुट गई है। इनके आधार कार्डों पर अंकित नामों को मिलान किया जा रहा है। पुलिस ने आधार कार्ड और वैक्सीनेशन कार्ड जब्त किए हैं। वक्फ बोर्ड के निरीक्षक श्यामधर गुप्ता का कहना है कि मंगलवार को करीब 48 मकानों पर नोटिस चस्पा किए गए हैं। इन्हें तीन दिन का समय दिया गया है। अगर तय सीमा के दौरान अभिलेख मुहैया नहीं कराए तो कार्रवाई होगी। जिसमें कब्रिस्तान में बने मकान ध्वस्त होंगे। नोटिस में साफ तौर पर चेतावनी दी है कि ध्वस्तीकरण के साथ-साथ एफआईआर भी दर्ज कराई जाएगी।

कब्रिस्तान में बने हैं पक्के मकान
आगरा में पचकुईंयां में पक्के आवास बने हुए हैं। इन मकानों में बिजली के मीटर भी लगे हैं। कई मकानों का निर्माण कार्य भी जारी है। जबकि वक्फ बोर्ड के नियमानुसार कब्रिस्तान के भीतर केवल कब्र खोदने वाले या कमेटी का कार्यालय ही बन सकता है। जबकि यहां 10 से 12 सालों से तमाम लोगों ने अपने मकान बना लिए हैं और बच्चों से भिक्षावृत्ति भी कराई जाती है।

तीन दिन का दिया है अल्टीमेटम

वक्फ बोर्ड के अधिकारी ने बताया कि सोमवार को कब्रिस्तान में रहने वाले लोगों को नोटिस तामील कराने पहुंचे थे, लेकिन किसी ने नोटिस नहीं लिया। जबकि वक्फ बोर्ड के अधिकारी का घेराव करना शुरू हो गया और बिना कार्रवाई के ही लौटना पड़ा, लेकिन मंगलवार को वक्फ बोर्ड के निरीक्षक एक बार फिर पहुंचे ओर अपने साथ पुलिस टीम को भी साथ ले गए। पुलिस को देख हंगामा करने वाले पीछे हट गए। वक्फ बोर्ड के निरीक्षक का कहना है कि तीन दिन का समय दिया है, अपने स्वामित्व और बैनामे के दस्तावेज दिखा दें, नहीं तो ध्वस्तीकरण होगा। कब्रिस्तान कमेटी के पदाधिकारियों का कहना है कि ये कई वर्षों से यहां रह रहे हैं प्रशासन जो भी कार्रवाई करेगा उसका सहयोग किया जाएगा।
रिपोर्ट-सुनील साकेत

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