कंपलसरी FIR सिस्टम पर उठे सवाल, युवक की पीट पीट कर हत्या मामले में एक महीने बाद भी मुकदमा नहीं

0
कंपलसरी FIR सिस्टम पर उठे सवाल, युवक की पीट पीट कर हत्या मामले में एक महीने बाद भी मुकदमा नहीं

कंपलसरी FIR सिस्टम पर उठे सवाल, युवक की पीट पीट कर हत्या मामले में एक महीने बाद भी मुकदमा नहीं


जयपुर: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दो साल पहले राजस्थान में कंपलसरी एफआईआर सिस्टम लागू किया। इसके तहत पुलिस थाने जाकर शिकायत देने वाले हर परिवादी की रिपोर्ट एफआईआर के रूप में दर्ज की जाएगी। कहने को यह एक बड़ा कदम है लेकिन पुलिस थानों में तो पुलिसिया सिस्टम ही चलता है यानी पुलिस अपनी मर्जी से ही मुकदमें दर्ज करती है। इसका ताजा उदाहरण जयपुर में देखा गया है जहां खुद मुख्यमंत्री, पूरा मंत्री मंडल और ब्यूरोक्रेसी बैठती है। पिछले दिनों जयपुर के प्रताप नगर इलाके में एक युवक की मौत हो जाती है। परिजन हत्या का मुकदमा दर्ज कराने के लिए पुलिस थाने के चक्कर लगाते रहे लेकिन एक महीने तक पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया। आखिर मुख्यमंत्री कार्यालय के दखल के बाद एफआईआर दर्ज हुई।

बर्थडे पार्टी में गया सरतार नहीं लौटा वापस

उत्तर प्रदेश का एक परिवार जयपुर के सीतापुरा इलाके में रहता है। परिवार के सदस्य फैक्ट्री में मजदूरी करके गुजारा करते हैं। 1 जनवरी 2023 को सरतार नामक युवक अपने दोस्त की बर्थडे पार्टी में गया था जो कि देर रात तक वापस नहीं लौटा। रात 2 बजे परिवार वालों के पास अस्पताल में कॉल आता है कि सरतार को जयपुरिया अस्पताल में इलाज के लिए लाया गया है। जांच में पता चला है कि उसकी मौत हो चुकी है। सूचना मिलने पर परिजन दौड़ते हुए अस्पताल पहुंचे जहां पुलिसकर्मी भी मौजूद थे। परिजनों ने सरतार के शव को देखा, उसके शरीर पर कई जगह चोटों के निशान थे।

पढें, ऐसे खुली मुख्यमंत्री के दावे की पोल

सरतार के शरीर पर चोटों के कई निशान होने के बावजूद प्रताप नगर पुलिस ने मृतक के परिजनों की रिपोर्ट पर हत्या का मुकदमा दर्ज नहीं किया। सरतार के परिजनों कई बार पुलिस थाने गए लेकिन हर बार उन्हें लौटा दिया जाता। पुलिस यही कहती थी कि उनके इलाके में कोई मर्डर हुआ ही नहीं है। पुलिस ने सिर्फ सामान्य तौर पर मृग यानी मृत्यु की सूचना दर्ज कर इतिश्री कर ली। बार बार गुहार के बाद भी जब जयपुर कमिश्नरेट की प्रताप नगर पुलिस ने हत्या की एफआईआर दर्ज नहीं की तो परिजनों ने मुख्यमंत्री कार्यालय में ईमेल के जरिए शिकायत दर्ज कराई। मुख्यमंत्री कार्यालय से डीसीपी ईस्ट को एफआईआर दर्ज नहीं करने का कारण पूछा तो डीसीपी ने प्रताप नगर पुलिस थाने को एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए।

Jaipur में कांग्रेस का हल्ला बोल, Pratap Singh Khachariyawa ने कहा अडाणी के घाटे की भरपाई करने में जुटी मोदी सरकार

सीएमओ की दखल के बाद एफआईआर

मृतक सरतार का भाई शाबिर शाह भी सीतापुरा स्थित एक कारखाने में काम करता है। 29 जनवरी को डीसीपी ईस्ट कार्यालय शाबिर के पास कॉल आया कि अब आप प्रताप नगर थाने पहुंचे, आपकी रिपोर्ट दर्ज कर ली जाएगी। शाबिर को पुलिस अधिकारियों पर भी विश्वास नहीं हुआ। 4 फरवरी को डीसीपी कार्यालय से फिर शाबिर के पास कॉल किया गया कि आपने जो मुख्यमंत्री कार्यालय में ईमेल के जरिए शिकायत भेजी है। उस शिकायत पर एक्शन लिया गया है।

ऐसे में आप रिपोर्ट दर्ज कराना चाहते हैं तो प्रताप नगर थाने पहुंचें। इसके बाद शाबिर शाह प्रताप नगर थाने पहुंचा। पुलिस ने शिवा मीणा, किशन, मनोज सहित अन्य के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है। रिपोर्ट दर्ज कराने वाले शाबिर शाह ने पुलिस वीडियो और फोटो भी उपलब्ध कराए हैं जिनमें सरतार के हाथ और पैरों में चोटों के निशान साफ नजर आ रहे हैं। अब पुलिस मामले की जांच में जुटी है। (रिपोर्ट – रामस्वरूप लामरोड़, जयपुर)

Adil Arrested: राखी के पति को मुंबई पुलिस ने किया गिरफ्तार, आदिल पर एक्ट्रेस ने लगाया मारपीट और लूट का आरोप

राजस्थान की और समाचार देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Rajasthan News