एयरपोर्ट लाइन पर ट्रेनों की स्पीड बढ़ाने के लिए शुरू हुआ ट्रैक मेंटनेंस का काम, ट्रेनों की फ्रीक्वेंसी पर पड़ेगा असर

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एयरपोर्ट लाइन पर ट्रेनों की स्पीड बढ़ाने के लिए शुरू हुआ ट्रैक मेंटनेंस का काम, ट्रेनों की फ्रीक्वेंसी पर पड़ेगा असर

एयरपोर्ट लाइन पर ट्रेनों की स्पीड बढ़ाने के लिए शुरू हुआ ट्रैक मेंटनेंस का काम, ट्रेनों की फ्रीक्वेंसी पर पड़ेगा असर

विशेष संवाददाता, नई दिल्ली: एयरपोर्ट एक्सप्रेस मेट्रो लाइन पर ट्रेनों की स्पीड बढ़ाने के लिए डीएमआरसी अब ट्रैक पर जरूरी सुधार और बदलाव का काम शुरू करने जा रही है। इसके चलते रात को और सुबह के समय कुछ देर के लिए इस लाइन पर मेट्रो ट्रेनों की फ्रीक्वेंसी पर असर पड़ सकता है और यात्रियों को ट्रेनों के लिए सामान्य शेड्यूल के मुकाबले ज्यादा इंतजार करना पड़ सकता है। यात्रियों को इस बारे में सतर्क करने के लिए डीएमआरसी ने गुरुवार को एक एडवाइजरी भी जारी की है। सोशल मीडिया के जरिए भी मेट्रो यात्रियों को इस बारे में जानकारी दी जा रही है, ताकि यात्री परेशान ना हों और थोड़ा एक्स्ट्रा टाइम लेकर चलें। इसके अलावा ट्रेनों के अंदर भी लगातार इस बारे में अनाउंसमेंट किया जाएगा।

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डीएमआरसी से मिली जानकारी के मुताबिक, एयरपोर्ट लाइन पर ट्रेनों की स्पीड बढ़ाने के लिए ट्रैक मेंटनेंस का काम शुरू किया जा रहा है। इसके चलते अब रात 11 बजे से लेकर आखिरी ट्रेन चलने के समय यानी रात 11:40 बजे तक और सुबह रूट पर पहली ट्रेन चलने के समय यानी तड़के 4:45 बजे से लेकर सुबह 7 बजे के बीच ट्रेनों की फ्रीक्वेंसी प्रभावित होगी और यात्रियों को ट्रेनें सामान्य समय के मुकाबले थोड़ी देरी से मिलेंगी। आमतौर पर रात को और सुबह इस समय के दौरान यात्रियों को 15-15 मिनट के अंतराल पर ट्रेनें मिलती हैं, लेकिन अब उसमें 5-7 मिनट की और देरी हो सकती है और रात 11 बजे के बाद व सुबह 7 बजे से पहले एयरपोर्ट लाइन पर ट्रेनों के लिए करीब 20-22 मिनट या 25 मिनट तक का इंतजार भी करना पड़ सकता है। यात्रियों को नवंबर के अंत तक इस असुविधा का सामना करना पड़ेगा।

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डीएमआरसी के अधिकारियों के मुताबिक, एयरपोर्ट लाइन पर ट्रेनों की स्पीड लिमिट बढ़ाने का काम तीन चरणों में किया जाएगा, जिसमें 6 महीने से अधिक का समय लग सकता है। इसके लिए ट्रैक में खास तरह के नए टेंशन क्लैंप्स लगाए जा रहे हैं, जो ट्रेनों की स्पीड बढ़ाने में मददगार साबित होंगे। पहले खाली ट्रेनों को तेज स्पीड में चलाने का ट्रायल किया जाएगा। यात्री ट्रेनों की स्पीड सीएमआरएस से क्लियरेंस मिलने के बाद ही बढ़ाई जा सकेगी। ट्रायल के दौरान ट्रैक और सिस्टम की मॉनिटरिंग के लिए कुछ खास तरह के संवेदी उपकरणों का इस्तेमाल भी किया जाएगा। अभी एयरपोर्ट मेट्रो पर स्पीड लिमिट 80 किमी प्रति घंटा है, जिसे बढ़ाकर 120 किमी प्रति घंटा करने का लक्ष्य रखा गया है।

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