एचजेडएल में सरकारी हिस्सेदारी की बिक्री और प्रबंधन के लिए छह मर्चेंट बैंकर मैदान में

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एचजेडएल में सरकारी हिस्सेदारी की बिक्री और प्रबंधन के लिए छह मर्चेंट बैंकर मैदान में

एचजेडएल में सरकारी हिस्सेदारी की बिक्री और प्रबंधन के लिए छह मर्चेंट बैंकर मैदान में

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भाषा | Updated: Aug 11, 2022, 1:47 PM

नयी दिल्ली, 11 अगस्त (भाषा) हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड (एचजेडएल) में सरकार की 29.53 प्रतिशत शेष हिस्सेदारी की बिक्री को संभालने और प्रबंधित करने का काम हासिल करने के लिए छह मर्चेंट बैंकर मैदान में हैं। एक आधिकारिक सूचना में यह कहा गया है। आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज, एसबीआई कैपिटल मार्केट्स, एचडीएफसी बैंक, आईआईएफएल सिक्योरिटीज, एक्सिस कैपिटल और सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केट्स शुक्रवार को सरकारी अधिकारियों के सामने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अपनी प्रस्तुतियां देंगे, जिसमें बिक्री के प्रस्ताव के प्रबंधन के लिए उनकी योजनाओं पर चर्चा की जाएगी। सूचना के मुताबिक, 12 अगस्त को वित्तीय बोलियां प्रस्तुत करने और खोलने के बाद

 

नयी दिल्ली, 11 अगस्त (भाषा) हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड (एचजेडएल) में सरकार की 29.53 प्रतिशत शेष हिस्सेदारी की बिक्री को संभालने और प्रबंधित करने का काम हासिल करने के लिए छह मर्चेंट बैंकर मैदान में हैं। एक आधिकारिक सूचना में यह कहा गया है।

आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज, एसबीआई कैपिटल मार्केट्स, एचडीएफसी बैंक, आईआईएफएल सिक्योरिटीज, एक्सिस कैपिटल और सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केट्स शुक्रवार को सरकारी अधिकारियों के सामने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अपनी प्रस्तुतियां देंगे, जिसमें बिक्री के प्रस्ताव के प्रबंधन के लिए उनकी योजनाओं पर चर्चा की जाएगी।

सूचना के मुताबिक, 12 अगस्त को वित्तीय बोलियां प्रस्तुत करने और खोलने के बाद बिक्री प्रक्रिया का प्रबंधन करने वाले बैंकरों के नाम तय किये जाएंगे।

निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपक) ने जुलाई की शुरुआत में एचजेडएल की शेष हिस्सेदारी के प्रबंधन के लिए मर्चेंट बैंकरों से बोलियां आमंत्रित की थीं और बोली लगाने की समय सीमा 28 जुलाई निर्धारित की थी।

चुने गए मर्चेंट बैंकर विनिवेश के समय को लेकर सरकार की सहायता करते हैं, निवेशकों की प्रतिक्रिया लेते हैं और नियामक अनुमोदन प्राप्त करने के अलावा निवेशक रोड शो भी आयोजित करते हैं।

एचजेडएल, पहले खान मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण के तहत सार्वजनिक क्षेत्र का उद्यम था। वर्ष 2002 में इसका निजीकरण किया गया था।

वर्तमान में, एचजेडएल में वेदांता लिमिटेड की 64.92 प्रतिशत हिस्सेदारी है, जबकि सरकार की 29.53 प्रतिशत हिस्सेदारी और जनता के पास केवल 5.5 प्रतिशत हिस्सेदारी है।

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