ऋषभ पंत की मदद करने वाले सुशील को वीवीएस लक्ष्मण ने बताया असली हीरो, अब सरकार से मिलेगा सम्मान | VVS laxman praised driver sushil maan who saved rishabh pant life haryana roadways gave award | Patrika News
सुशील मान नाम के इस ड्राइवर की हर कोई तारीफ कर रहा है। फैंस के साथ-साथ भारत के कई पूर्व क्रिकेटर सुशील को पंत की मदद करने के लिए धन्यवाद कह रहे हैं। भारतीय दिग्गज बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण ने भी उनकी प्रशंसा करते हुए उन्हें असली हीरो बताया है। वीवीएस लक्ष्मण ने ट्वीट करके लिखा, ”सुशील कुमार का आभार, एक हरियाणा रोडवेज ड्राइवर, जोकि जलती हुई कार से ऋषभ पंत को दूर ले गए, बेडशीट दिया और एंबुलेंस बुलाई। सुशील जी, आपकी निस्वार्थ सेवा के लिए हम आपके बहुत ऋणी हैं।”
हरियाणा राज्य परिवहन निगम के ड्राइवर सुशील कुमार और कंडक्टर परमजीत को सम्मानित किया गया है। हरियाणा राज्य परिवहन निगम के पानीपत डिपो के महाप्रबंधक कुलदीप जांगड़ा ने कहा, ‘पानीपत लौटने पर हमने उन्हें अपने कार्यालय में एक प्रशंसा पत्र और एक स्मृति चिह्न प्रदान किया।’ उन्होंने कहा कि सुशील कुमार ने कार को सड़क के डिवाइडर से टकराते हुए देखा, जिसके बाद वह अपने कंडक्टर के साथ रुके और मदद के लिए दौड़े। जांगड़ा ने यह भी कहा कि ड्राइवर और कंडक्टर दोनों ने इंसानियत की मिसाल पेश की है।
Gratitude to #SushilKumar ,a Haryana Roadways driver who took #RishabhPant away from the burning car, wrapped him with a bedsheet and called the ambulance.
We are very indebted to you for your selfless service, Sushil ji 🙏 #RealHero pic.twitter.com/1TBjjuwh8d— VVS Laxman (@VVSLaxman281) December 30, 2022
इस हादसे की बात करते हुए बस ड्राइवर ने बताया कि वे क्रिकेट नहीं देखते और वे नहीं जानते थे कि उस दुर्घटनाग्रस्त कार में कौन है। सुशील मान नाम के इस बस ड्राइवर ने बताया कि एसयूवी तेज गति में दूसरी दिशा से आ रही थी, जिसके बाद डिवाइडर से उसकी टक्कर हो गई। सुशील ने कहा कि गाड़ी इतनी तेज थी की कई बार पलट गई। एक समय ऐसा लग रहा था जैसे कार बस के नीचे आ जाएगी।
ड्राइवर मान ने एनडीटीवी से कहा, ”मैंने अपनी बस किनारे पर लगाई और डिवाइडर की तरफ दौड़ पड़ा। मुझे लगा कि कार बस के नीचे आ जाएगी, क्योंकि वह रुकने से पहले कई बार पलट चुकी थी। मैंने कार के ड्राइवर को खिड़की से आधा बाहर देखा। मैं उन्हें पहचान नहीं सका, तभी पांत ने मुझे बताया कि वह एक क्रिकेटर है। उसने मुझे अपनी मां को फोन लगाने के लिए कहा, लेकिन उनकी मां का फोन बंद था।” मान ने बताया कि वे क्रिकेट नहीं देखते हैं और उन्हें ऋषभ पंत के बारे में नहीं मालूम था।
मान ने आगे कहा, ‘ हालांकि मेरी बस में बैठे यात्री पंत को पहचान गए। मैंने जल्द से उन्हें कार के पास से हटाया और कार कि तलाशी ली कि क्या वहां कोई और है या नहीं।’ बस ड्राइवर ने बताया कि कार के अंदर एक नीला बैग था और 7-8 हज़ार रुपये पड़े हुए थे। मैंने उन्हें बाहर निकाला और एम्बुलेंस बुलाई। बाद में बैग और पैसे दोनों एम्बुलेंस को दे दिये।