उल्टी-दस्त और फिर होने लगी घबराहट… गाजियाबाद में कुट्टू का आटा खाने से 100 लोग बीमार, 88 भर्ती

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उल्टी-दस्त और फिर होने लगी घबराहट… गाजियाबाद में कुट्टू का आटा खाने से 100 लोग बीमार, 88 भर्ती

उल्टी-दस्त और फिर होने लगी घबराहट… गाजियाबाद में कुट्टू का आटा खाने से 100 लोग बीमार, 88 भर्ती


गाजियाबादः नवरात्रि का पहला व्रत खोलने के दौरान बुधवार को कुट्टू का आटा खाने से कई गांव के करीब 100 लोग बीमार हो गए। करीब 88 मरीजों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। जहां डॉक्टरों ने सभी की हालत खतरे से बाहर बताई है। एसडीएम का कहना है कि कुट्टू का आटा खाने से बीमार लोगों की शिकायत मिलने पर कई दुकानदारों के कुट्टू के आटे के सैंपल लेकर खाद्य सुरक्षा विभाग ने जांच के लिए भेजे हैं। रिपोर्ट आने के बाद दोषियों लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वहीं, सीएमओ डॉ. भवतोष शंखधर ने भी ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मुरादनगर और मोदीनगर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया।

जानकारी के अनुसार, मोदीनगर के अलग-अलग इलाकों में बुधवार देर शाम श्रद्धालुओं ने व्रत के बाद शाम को जब कुट्टू के आटे की पकौड़ी, पूड़ी और पराठे बनाकर व्रत को खोला था। देर रात को सौंदा, डिडौली, डबाना व मोदीनगर के हरमुख पुरी अंमराला समेत आसपास के गांव के 100 से अधिक लोग उल्टी दस्त और घबराहट महसूस करने लगे। इसके बाद फूड पॉइजनिंग की शिकायत पर परिवार के लोगों ने उन्हें डॉक्टरों को दिखाया। गुरुवार सुबह जब लोगों की हालत बिगड़ने लगी तो इसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दी गई। बड़ी संख्या में लोगों के बीमार होने की सूचना पर स्वास्थ्य विभाग ने 102 और 108 सरकारी ऐम्बुलेंस भेजकर गांव से मरीजों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मुरादनगर वह मोदीनगर के अलावा जीवन हॉस्पिटल और राजनगर के कंबाइंड हॉस्पिटल में भर्ती कराया।

मोदीनगर में बीमार सुरेंद्र पाल सिंह (50) ने बताया कि उनके परिवार के कई सदस्यों ने कुट्टू से बने व्यंजन खाए थे। इसके बाद से बीपी लो हो गया, उन्हें चक्कर आने की शिकायत हुई। वहीं सौंदा गांव निवासी सुरेंद्र पाल का कहना है की उन्होंने एक दुकान से कुट्टू का आटा खरीदा था। जिसे खाने से पांच सदस्य बीमार हो गए। गुरुवार सुबह उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। जीवन अस्पताल में ही 33 मरीज भर्ती हुए हैं।

एसडीएम मोदीनगर शुभांगी शुक्ला का कहना है कि गुरुवार सुबह उन्हें सूचना मिली की कुट्टू का आटा खाने से कुछ लोग बीमार हुए हैं, बीमार लोगों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। जिन दुकानों से कुट्टू का आटा खरीदा गया है उन दुकानों के खाद्य विभाग की टीम ने सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिए हैं।

खाद्य सुरक्षा विभाग की कार्रवाई
खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग के सहायक आयुक्त विनीत कुमार ने बताया कि मोदीनगर क्षेत्र में कुट्टू का आटा खाने से बीमार हुए लोगों की जानकारी मिलने पर मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी एएन झा के नेतृत्व में गठित की गई दो टीमों ने क्षेत्र में जाकर कस्बा रोड आदर्श नगर स्थित विपिन उपभोक्ता भंडार पर छापा मारा। यहीं से क्षेत्र में कुट्टू के आटे की सप्लाई की गई थी।

पूछताछ करने पर प्रतिष्ठान के मालिक विपिन तायल ने बताया कि उसने 200 किलोग्राम कुट्टू का आटा पिसवा कर मंगवाया था, जबकि मौके से 145 किलोग्राम आटा बरामद हुआ। मौके से आटे के दो नमूने लिए गए। इधर दूसरी ओर टीम ने इंदिरापुरम स्थित बंशीवाला एवं शुद्ध सेहत के प्रतिष्ठानों पर छापे मार कार्रवाई कर वहां कुट्टू के दो नमूने लिए गए। अब तक 6 नमूने लेकर उसे जांच के लिए लैब में भेजा गया है।

कुट्टू का आटा खाने में बरते सावधानियां-
खाद्य सुरक्षा विभाग के एक्सपर्ट वी कुमार का कहना है कि कुट्टू का आटा सामान्य आटे से थोड़ा अलग होता है। यह एक महीने में ही खराब हो जाता है। लोग अक्सर बिना ध्यान दिए कुट्टू का आटा से बने व्यंजन खा लेते हैं और फिर उन्हें फूड पॉइजनिंग, गैस जैसी समस्याओं से जूझना पड़ सकता है। जरूरी है कि हमेशा जाते आटे का ही इस्तेमाल करे। इस आटे में प्रोटीन, विटामिन बी, आयरन, कैल्शियम, जिंक, मैग्निशियम, फॉलेट, कॉपर और फासफोरस पाया जाता है। कुट्टू का आटा एक पौधे से तैयार होता है। इसके बीज पीसकर आटा तैयार किया जाता है।

रंग से करें पहचान

कुट्टू के आटे में मिलावट है या नहीं, इसकी पहचान करने का सबसे आसान तरीका रंग की जांच से होती है। कुट्टू के आटे का रंग गहरा भूरा होता है। जबकि अगर इसमें मिलावट की गई होगी तो इसके रंग में बदलाव होगा। जो हल्का ग्रे या हरे रंग का नजर आता है।

पानी में डालकर भी जांच संभव
पानी की मदद से भी कुट्टू के आटे की पहचान की जा सकती है। एक कांच के गिलास को आधा पानी से भर लें। इसके बाद इसमें एक चम्मच कुट्टू का आटा डालें। अगर इसमें किसी प्रकार की मिलावट की गई होगी तो अन्य चीजें पानी में तैरने लगेंगी और आटा नीचे बैठ जाएगा।

क्या बरतें सावधानियां

कुट्टू का आटा खुला नहीं लेना चाहिए। इसमें मिलावट की संभावना अधिक रहती है। वहीं अगर पैकेट वाला कुट्टू का आटा हो तो भी लेबल पढ़ लेना चाहिए। यदि शुद्धता का मानक FSSAI प्रमाण है तो ही उसे खाएं। कुट्टू के आटे में कई चीजों को मिलाकर मिलावट की जाती है। ज्यादातर इस आटे में बुरादा, चॉक और कभी-कभी मिट्टी भी मिलाई जाती है।

क्या कहते हैं सीएमओ

सीएमओ डॉक्टर भवतोष शंखधर ने बताया कि मोदीनगर में कुट्टू के आटे से बने खाद्य पदार्थ खाने से मोदीनगर क्षेत्र के 10 गांव के करीब 100 लोग बीमार होने की सूचना मिली थी। हालांकि 88 मरीज निजी व सरकारी अस्पताल में भर्ती हैं। इसमें डिस्ट्रिक्ट कंबाइंड हॉस्पिटल संजय नगर में 14, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मुरादनगर में 17, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मोदीनगर में 12, जीवन हॉस्पिटल मोदीनगर में 27, स्पर्श हॉस्पिटल मोदीनगर में 10, शकुंतला हॉस्पिटल मोदीनगर में 2, हरदेव सिंह मेमोरियल हॉस्पिटल मोदीनगर में 6 मरीज शामिल हैं। फिलहाल किसी भी मरीज की हालत गंभीर नहीं है।

इन क्षेत्रों में हुए लोग बीमार
निवाड़ी, डबाना, उज्जेड़ा, डिडौली, नंगला-मूसा, अमराला के अलावा हरमुखपुरी, विक्रमा बस्ती, भोजपुर समेत कई अन्य शामिल हैं।

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