उमा ने किया शिव का सम्मान, जमकर की फूलों की बारिश, देखें तस्वीरें | mp politics uma bharti honor shivraj singh chauhan | Patrika News
भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने शनिवार को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का अभिनंदन किया। यह बड़ा आयोजन रवींद्र भवन में आयोजित किया था। इससे पहले यह आयोजन शिवराज के आग्रह पर टाल दिया गया था, क्योंकि सीधी की बस दुर्घटना में कई लोग मारे गए थे।
रवींद्र भवन में आयोजित अभिनंदन समारोह में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उमा भारती के सत्ता में आने, राम मंदिर के लिए संघर्ष और उनके साथ बिताए पलों को याद किया। कार्यक्रम में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा भी प्रमुख रूप से मौजूद थे।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि राम मंदिर आंदोलन में उमा दीदी ने अहम भूमिका निभाई। हम उन्हें लगातार परिश्रम करते हुए देखते हैं। वे समाज सुधारक भी हैं। चाहे वो नशामुक्ति का अभियान हो या जैविक खेती या गाय की रक्षा हो। हमने गाय की रक्षा के लिए गौशाला खोलने की मांग करते थे। उमा दीदी के जीवन के कई आयाम है।
चौहान ने कहा कि मैं कई बार चकित रह जाता हूं। उमा दीदी से कई बार गाड़ी में गप्पे लगाते हैं, कई बार गलत बात निकल जाती है तो उनका गुस्सा भी देखने को मिलता है। साक्षात सरस्वती उनकी जिव्हा पर है। कोई तो बात है इनमें।
चौहान ने कहा कि यदि 2003 में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी तो उसका नेतृत्व करने वाली उमा भारती थीं। जो सच है वो सच है। उन्होंने ही दिग्विजय सिंह की सरकार को उखाड़ कर फेंक दिया था। उमा दीदी आपकी तपस्या का ही फल है कि आज तक हमें कोई दिक्कत नहीं हुई। सवा साल के लिए एक और आए थे, वो कहते थे कि शिवराज सब लूटकर ले गया। लेकिन दीदी आपकी तपस्या के कारण आज तक मुझे पैसों की कमी नहीं आई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब मैं मुख्यमंत्री बना तो बेटियों के लिए लाडली लक्ष्मी योजना शुरू करने के लिए अफसरों से चर्चा की तो उन्होंने कहा कि यह असंभव है। वित्त की व्यवस्था भी देखना पड़ती है। लेकिन मन में तय कर चुका था कि जो भी हो यह योजना लागू करवाना है। मैंने योजना लागू करवाई, आज तक पैसों की कमी नहीं हुई।
चौहान ने कहा कि जब मेरा मन विचलित होता है तो मुझे लगता है कि दीदी की गोद में सिर रख दूं और मां की तरह वो सर पर हाथ फेर दे। तो वो करती भी हैं। जिसे वो ठीक मानती हैं तो जिद करती हैं, जरूरत पड़ती हैं तो लड़ती भी हैं। कई बार मुझे लगता है कि बेटी की तरह प्यार भी करती हैं। एक मित्र की तरह भी व्यवहार करती हैं।
चौहान ने कहा कि राजस्व के लिए जरूरी नहीं है कि ऐसी आबकारी नीति लाएं। यह अहाते बंद करने वाला फैसला आसान फैसला नहीं था। कई कहते हैं कि यह बुनियादी अधिकार हैं। आप मौलिक अधिकार का हनन करेंगे। मौलिक अधिकार है तो घर जाकर पीएं। एक तरह से नैतिक प्रतिबंध लगा दिया है। वो कई बार सोचेगा कि क्या करूं। पत्नी से एक बार बच जाए, लेकिन बेटे-बेटियों से कैसे बचेंगे।
सीएम ने बताया कि ब्रेथ एनालाइजर के बाद अब एक डंडा खरीद रहे हैं, जिसे वाहन चालक के मुंह के पास ले जाएंगे तो पता चल जाएगा कि वो शराब पीकर चला रहा है। सीएम ने लाडली बहना योजना के फार्म भरवाने के लिए महिलाओं से सहयोग मांगा। साथ ही अधिक से अधिक पेड़ लगाने की भी अपील की। अंत में मुख्यमंत्री ने कहा कि अभिनंदन तो एक बहाना था, मुझे तो दीदा का आशीर्वाद लेने आना था।
CM शिवराज सिंह का सम्मान