ईवी में नहीं मिल रही सरकारी छूट, 40 हजार यूनिट की खपत जबकि दस लाख यूनिट की पड़ेगी जरूरत | Government discount is not available in EV | Patrika News

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ईवी में नहीं मिल रही सरकारी छूट, 40 हजार यूनिट की खपत जबकि दस लाख यूनिट की पड़ेगी जरूरत | Government discount is not available in EV | Patrika News

ईवी में नहीं मिल रही सरकारी छूट, 40 हजार यूनिट की खपत जबकि दस लाख यूनिट की पड़ेगी जरूरत | Government discount is not available in EV | Patrika News

अगले दो से तीन साल के अंदर शहर में बिजली की कुल खपत का 25 फीसदी तक इलेक्ट्रिक व्हीकल के ही नाम होगा। 2025 के मध्य तक घरों में ही इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग पर रोजाना दस लाख यूनिट तक बिजली खर्च होगी। इलेक्ट्रिक चार्जिंग के व्यवसायिक पाइंट की खपत अलग है। ऊर्जा विभाग ने इसके लिए एक आंकलन तैयार किया है। ऐसे में बिजली कंपनियों को अब अपनी वितरण व्यवस्था में बदलाव करना होगा। इस अतिरिक्त मांग के आधार पर अधोसंरचना विकसित करने के साथ ही घर निर्माण में भी अब इलेक्ट्रिक व्हीकल के अनुसार चार्जिंग पाइंट बनाने होंगे।

जल्द खुलेंगे 63 ईवी चार्जिंग प्वाइंट
भोपाल में पहले चरण में 37 चार्जिंग स्टेशन बनाने की योजना है। स्मार्टसिटी इसपर काम कर रही है। इसमें 27 फास्ट और 10 स्लो चार्जिंग स्टेशन होंगे। इन स्टेशनों में टू व्हीलर, थ्री व्हीलर और फोर व्हीलर वाहन चार्ज हो सकेंगे। अभी रेलवे स्टेशन, मल्टी लेवल पार्किंग, गोविंदपुरा स्मार्ट सिटी कैंपस, भोपाल एयरपोर्ट पर ये सुविधा है।

इलेक्ट्रिक व्हीकल की बढ़ती संख्या और इनसे बिजली खपत की स्थिति पर मप्र विद्युत नियामक आयोग ने इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग पाइंट के लिए अलग से टैरिफ तय किया है। इसके तहत कनेक्शन लेना होगा और बिल का भुगतान करना होगा। हालांकि ये घरेलू स्तर पर एकल वाहन चार्जिंग के लिए नहीं है। इसके लिए घर में अलग से सॉकेट जरूर बनाना होगा, ताकि घरेलू बिजली लाइन पर इससे अतिरिक्त भार न पड़े।

….तो सरकारी छूट से दूर: इलेक्ट्रिक व्हीकल घर पर चार्जिंग करने पर हर माह करीब 100 यूनिट का अतिरिक्त बिजली खर्च बन रहा है। इससे सरकार की 150 यूनिट तक खपत वालों को दी जा रही विशेष छूट का लाभ नहीं मिल रहा है।

ऑटो मोबाइल डीलर एसोसिएशन के अध्यक्ष आशीष पांडे के अनुसार इलेक्ट्रिक व्हीकल बिक्री में 2023 महत्वपूर्ण है। बड़ी कंपनियां भोपाल आएंगी तो कई गुना कारोबार बढ़ेगा। अभी एक साल में 6500 वाहन बिके, आगामी दो साल में ये कई गुना होंगे।

इधर सीजीएम भोपाल अमृतपाल सिंह बताते हैं कि सीजीएम अमृतपाल सिंह बताते हैं कि इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग पाइंट का अलग टैरिफ है और इसके लिए अलग से कनेक्शन लेना होगा। बिजली आपूर्ति के लिए कंपनी की अधोसंरचना मजबूत है।

2500 से 600 रुपए पर आ गया खर्चा
कोलार के आकाश रायकवार ने बताया कि चार्जिंग में 100 किमी से अधिक दूरी तय करते हैं। रात को घर पर ही व्हीकल चार्ज करते हैं, इससे इनका बिजली का बिल जरूर बढ़ा है। लेकिन हर माह पेट्रोल पर खर्च हो रहे 2500 रुपए का बजट कम हो गया। बार-बार पेट्रोल पंप जाने की परेशानी से भी वे बच गए। चार्जिंग में 30 रुपए से 35 रुपए के करीब बैठता है। माह में ये खर्चा कोई 500 से 600 रुपए होता है।



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