इस बार 29 दिन का सावन, चार सोमवार, चारों दिन विशेष संयोग | SHRAVAN MONTH 29 DAYS JAIPUR SHIVALAY | Patrika News
शहर के ताडक़ेश्वर महादेव मंदिर, झाडख़ंड महादेव, धुलेश्वर महादेव मंदिर, चमत्कारेश्वर महादेव मंदिर, जंगलेश्वर महादेव मंदिर, आमेर के भूतेश्वर महादेव मंदिर, अंबकेश्वर महादेव समेत शहर के अधिकांश शिवालयों में जलार्पण करने वालों में उत्साह दिखा। शिव आराधना का सिलसिला एक महीने तक चलेगा। सावन मास में एक महीने तक मंदिरों में रुद्राभिषेक, महामृत्युंजय पाठ, रुद्रीपाठ के आयोजन होंगे। वहीं मंदिरों के बाहर आक, धतुरा, बेलपत्र, दूध, फूलमाला पूजन सामग्री की दुकाने सज गई है। मंदिरों के आस पास पुलिस के इंतजाम किया गया है।
व्यवस्थाएं चाक चौबंद
सावन में शिव भक्तों की भीड़ के मद्देनजर शहर के बड़े शिवालयों में जलाभिषेक व दर्शनों की विशेष व्यवस्थाएं की गई है। महिलाओं व पुरूषों के लिए अलग-अलग लाइन होंगी। चौड़ा रास्ता स्थित ताडकेश्वर महादेव, दूधमंडी स्थित चमत्कारेश्वर महादेव, क्वींस रोड स्थित झाडखंड महादेव, अजमेर रोड स्थित धूलेश्वर महादेव मंदिर, बनीपार्क स्थित जंगलेश्वर महादेव, कूकस स्थित सदाशिव ज्योर्ति लिंगेश्वर महादेव सहित सभी बड़े शिवालयों में व्यवस्थाएं चाकचौबंद कर ली गई है। हर दिन भोलेनाथ का अलग-अलग शृंगार किया जाएगा। वहीं सोमवार व प्रदोष पर विशेष झांकियां सजाई जाएगी। बब्बू सेठ मेमोरियल ट्रस्ट के अध्यक्ष जयप्रकाश सोमानी ने बताया कि श्रद्धालुओं की तादाद को देखते हुए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है।
ये बन रहे विशेष योग-संयोग
इस बार सावन 29 दिन का होगा और इसमें चार सोमवार पड़ेगे। सावन में सोमवार के व्रत का विशेष महत्व होता है। ऐसी मान्यताएं हैं कि सावन के सोमवार उपवास करने से भगवान भोलेनाथ मनोकामना पूरी करते हैं। ज्योतिषार्चाय पं. सुरेश शास्त्री के अनुसार इस साल सावन का हर सोमवार अपने आप में खास है। इस बार सावन में पांच गुरुवार, पांच शुक्रवार रहेंगे, जो शुभ रहेंगे।
पहला सोमवार: नाग पंचमी पर होगी नागों की पूजा
सावन के महीने का पहला सोमवार 18 जुलाई को पड़ेगा. 18 जुलाई को श्रावण मास की पंचमी तिथि है और इस दिन बिहार, बंगाल और उड़ीसा सहित देश के कई हिस्सों में नाग पंचमी का त्योहार मनाया जाता है । यानी सावन के पहले सोमवार को शुभ संयोग में भगवान शिव के साथ उनके नागों की भी पूजा होगी।
दूसरा सोमवार: सोमप्रदोष का संयोग
सावन का दूसरा सोमवार 25 जुलाई को पड़ेगा। इस दिन प्रदोष भी रहेगा। इसके अलावा, इस तिथि को सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत योग और और ध्रुव योग का निर्माण भी होगा।
तीसरा सोमवार: वरद चतुर्थी पर गौरी पुत्र गणेश की पूजा
सावण मास का तीसरा सोमवार एक अगस्त को होगा। इस दिन वरद चतुर्थी का संयोग बन रहा है। यानी भगवान शिव के साथ पुत्र गणेश की भी पूजा होगी। इस दिन दूर्वा गणपति की पूजा की जाएगी। इसके अलावा, तीसरे सोमवार को रवि योग भी बन रहा है।
चौथा सोमवार : शिव के साथ विष्णु की भी अराधना
सावन का चौथा सोमवार 8 अगस्त को पड़ेगा। पूर्णिमा की गणना के हिसाब से व्रत रखने वालों के लिए यह सावन का आखिरी सोमवार होगा। सावन के सावन के चौथे सोमवार एकादशी का व्रत भी रखा जाएगा। इस दिन भगवान शिव के साथ विष्णु जी की भी पूजा की जाएगी। इस दिन पद्म और रवियोग भी रहेगा।
शहर के ताडक़ेश्वर महादेव मंदिर, झाडख़ंड महादेव, धुलेश्वर महादेव मंदिर, चमत्कारेश्वर महादेव मंदिर, जंगलेश्वर महादेव मंदिर, आमेर के भूतेश्वर महादेव मंदिर, अंबकेश्वर महादेव समेत शहर के अधिकांश शिवालयों में जलार्पण करने वालों में उत्साह दिखा। शिव आराधना का सिलसिला एक महीने तक चलेगा। सावन मास में एक महीने तक मंदिरों में रुद्राभिषेक, महामृत्युंजय पाठ, रुद्रीपाठ के आयोजन होंगे। वहीं मंदिरों के बाहर आक, धतुरा, बेलपत्र, दूध, फूलमाला पूजन सामग्री की दुकाने सज गई है। मंदिरों के आस पास पुलिस के इंतजाम किया गया है।
व्यवस्थाएं चाक चौबंद
सावन में शिव भक्तों की भीड़ के मद्देनजर शहर के बड़े शिवालयों में जलाभिषेक व दर्शनों की विशेष व्यवस्थाएं की गई है। महिलाओं व पुरूषों के लिए अलग-अलग लाइन होंगी। चौड़ा रास्ता स्थित ताडकेश्वर महादेव, दूधमंडी स्थित चमत्कारेश्वर महादेव, क्वींस रोड स्थित झाडखंड महादेव, अजमेर रोड स्थित धूलेश्वर महादेव मंदिर, बनीपार्क स्थित जंगलेश्वर महादेव, कूकस स्थित सदाशिव ज्योर्ति लिंगेश्वर महादेव सहित सभी बड़े शिवालयों में व्यवस्थाएं चाकचौबंद कर ली गई है। हर दिन भोलेनाथ का अलग-अलग शृंगार किया जाएगा। वहीं सोमवार व प्रदोष पर विशेष झांकियां सजाई जाएगी। बब्बू सेठ मेमोरियल ट्रस्ट के अध्यक्ष जयप्रकाश सोमानी ने बताया कि श्रद्धालुओं की तादाद को देखते हुए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है।
ये बन रहे विशेष योग-संयोग
इस बार सावन 29 दिन का होगा और इसमें चार सोमवार पड़ेगे। सावन में सोमवार के व्रत का विशेष महत्व होता है। ऐसी मान्यताएं हैं कि सावन के सोमवार उपवास करने से भगवान भोलेनाथ मनोकामना पूरी करते हैं। ज्योतिषार्चाय पं. सुरेश शास्त्री के अनुसार इस साल सावन का हर सोमवार अपने आप में खास है। इस बार सावन में पांच गुरुवार, पांच शुक्रवार रहेंगे, जो शुभ रहेंगे।
पहला सोमवार: नाग पंचमी पर होगी नागों की पूजा
सावन के महीने का पहला सोमवार 18 जुलाई को पड़ेगा. 18 जुलाई को श्रावण मास की पंचमी तिथि है और इस दिन बिहार, बंगाल और उड़ीसा सहित देश के कई हिस्सों में नाग पंचमी का त्योहार मनाया जाता है । यानी सावन के पहले सोमवार को शुभ संयोग में भगवान शिव के साथ उनके नागों की भी पूजा होगी।
दूसरा सोमवार: सोमप्रदोष का संयोग
सावन का दूसरा सोमवार 25 जुलाई को पड़ेगा। इस दिन प्रदोष भी रहेगा। इसके अलावा, इस तिथि को सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत योग और और ध्रुव योग का निर्माण भी होगा।
तीसरा सोमवार: वरद चतुर्थी पर गौरी पुत्र गणेश की पूजा
सावण मास का तीसरा सोमवार एक अगस्त को होगा। इस दिन वरद चतुर्थी का संयोग बन रहा है। यानी भगवान शिव के साथ पुत्र गणेश की भी पूजा होगी। इस दिन दूर्वा गणपति की पूजा की जाएगी। इसके अलावा, तीसरे सोमवार को रवि योग भी बन रहा है।
चौथा सोमवार : शिव के साथ विष्णु की भी अराधना
सावन का चौथा सोमवार 8 अगस्त को पड़ेगा। पूर्णिमा की गणना के हिसाब से व्रत रखने वालों के लिए यह सावन का आखिरी सोमवार होगा। सावन के सावन के चौथे सोमवार एकादशी का व्रत भी रखा जाएगा। इस दिन भगवान शिव के साथ विष्णु जी की भी पूजा की जाएगी। इस दिन पद्म और रवियोग भी रहेगा।