इन 5 बैंकों ने भी कर्ज किया महंगा, चेक कर लें कहीं आपकी तो नहीं चल रही है EMI

146

इन 5 बैंकों ने भी कर्ज किया महंगा, चेक कर लें कहीं आपकी तो नहीं चल रही है EMI

नई दिल्ली: HDFC बैंक, केनरा बैंक (Canara Bank), बैंक ऑफ महाराष्ट्र (Bank of Maharashtra) , इंडियन ओवरसीज बैंक और करुड़ वैश्य बैंक (Karur Vysya Bank) ने MCLR और रेपो रेट बेस्ड कर्ज दरों में संशोधन किया है। देश के निजी क्षेत्र के सबसे बड़े ऋणदाता एचडीएफसी बैंक ने 7 मई, 2022 से मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड बेस्ड लेंडिंग रेट्स (MCLR) को 0.25 प्रतिशत बढ़ाकर 7.70 प्रतिशत कर दिया है। एचडीएफसी बैंक ने अपनी वेबसाइट पर कहा कि एक साल की एमसीएलआर, जिससे अधिकांश कंज्यूमर लोन्स जुड़े हुए हैं, को बढ़ाकर 7.50 प्रतिशत कर दिया गया है।

एचडीएफसी बैंक के ग्राहकों के लिए दो साल और तीन साल की एमसीएलआर क्रमश: 7.60 प्रतिशत और 7.70 प्रतिशत होगी। जबकि एक दिन के लिए और एक-तीन-छह महीने के लिए एमसीएलआर 7.15-7.35 प्रतिशत के दायरे में होगी।

केनरा बैंक में कितना बढ़ाया रेट
बेंगलुरु स्थित केनरा बैंक ने कहा कि उसने रेपो से लिंक्ड ब्याज दर (RLLR) को 7 मई 2022 से बढ़ाकर 7.30 प्रतिशत कर दिया है। बैंक ने एमसीएलआर बेस्ड ऋण दरों को भी संशोधित किया, जिसमें एक साल की दर 7.35 प्रतिशत थी। एक दिन से लेकर छह महीने के तक के लिए एमसीएलआर 6.65 से 7.30 फीसदी के बीच होगी। ये एमसीएलआर दरें अगली समीक्षा तक प्रभावी रहेंगी।

बैंक ऑफ महाराष्ट्र और करुड़ वैश्य बैंक
पुणे स्थित सरकारी ऋणदाता बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने कहा कि उसने एमसीएलआर में 0.15 प्रतिशत की वृद्धि की है। निजी क्षेत्र के ऋणदाता करुड़ वैश्य बैंक ने एक अलग नियामकीय सूचना में कहा कि उसने 9 मई, 2022 से बैंक के एक्सटर्नल बेंचमार्क रेट- रेपो लिंक्ड (ईबीआर-आर) को संशोधित कर 7.15 प्रतिशत से 7.45 प्रतिशत कर दिया है।

इंडियन ओवरसीज बैंक ने कितनी की वृद्धि
इंडियन ओवरसीज बैंक ने 10 मई से रेपो बेस्ड कर्ज दर को बढ़ाकर 7.25 प्रतिशत कर दिया है। बैंक ने शेयर बाजार को बताया, ‘हमारे बैंक ने रेपो से जुड़ी कर्ज दर (आरएलएलआर) को संशोधित कर 7.25 प्रतिशत (यानी 4.40 प्रतिशत + 2.85 प्रतिशत = 7.25 प्रतिशत) कर दिया है।’ पिछले सप्ताह रिजर्व बैंक के रेपो दर में 0.40 प्रतिशत की वृद्धि कर इसे 4.40 प्रतिशत करने के बाद कई बैंकों ने रेपो से जुड़ी ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है। एक्सटर्नल बेंचमार्क या रेपो लिंक्ड ब्याज दरों में बढ़ोतरी करने से ज्यादातर कंज्यूमर लोन्स महंगे हो जाएंगे। इनमें वाहन, मकान और पर्सनल लोन शामिल हैं। एमसीएलआर प्रणाली एक अप्रैल, 2016 से लागू हुई थी।

RBI Repo Rate Hike : RBI के इस फैसले के बाद महंगा होगा लोन, जानिए EMI कितनी बढ़ने वाली है



Source link