इंदौर फिर नंबर-1: स्वच्छता अवार्ड 2022 में हमारे खाते में आए 16 अवार्ड | Madhya Pradesh awarded the cleanest state in Swachh Survekshan 2022 | Patrika News
इंदौर को गार्बेज फ्री सिटी में 7 स्टार रेटिंग मिली है। भोपाल को 5 स्टार के साथ देश में स्वच्छता की स्व संवाहनीय राजधानी का अवॉर्ड हासिल हुआ है। छोटे निकायों ने कमाल का प्रदर्शन करते हुए अलग-अलग श्रेणियों में जगह बनाई है। इस तरह मध्यप्रदेश को कुल 16 पुरस्कार मिले हैं।
स्टार रेटिंग में कई गुना वृद्धि
मध्यप्रदेश ने स्वच्छता में पिछले अवॉर्ड की तुलना में कई गुना रेटिंग प्राप्त की है। पिछले वर्ष 27 निकायों को स्टार रेटिंग मिली थी, जबकि 2022 में 99 शहरों को स्टार रेटिंग मिली है।
ये 16 पुरस्कार आए झोली में-
1. मध्यप्रदेश: बड़े राज्यों में नंबर वन स्वच्छ राज्य का सम्मान।
2. इंदौर: देश के नंबर वन स्वच्छ शहर का सम्मान।
3. इंदौर: देश का पहला सेवन स्टार प्रमाणित शहर।
4. भोपाल: कचरा मुक्त शहरों की श्रेणी में 5 स्टार प्रमाणित।
5. भोपाल: देश में स्वच्छता की स्व-संवाहनीय राजधानी का सम्मान।
6. उज्जैन: एक लाख से अधिक जनसंख्या श्रेणी के शहरों में सर्वश्रेष्ठ नागरिक सहभागिता का सम्मान।
7. छिंदवाड़ा: 1 लाख से ३ लाख की आबादी वाले शहरों में सिटीजन फीडबैक सम्मान
8. मुंगावली: 15 हजार से 25 हजार जनसंख्या श्रेणी में स्व-संवाहनीय शहर का सम्मान।
9. खुरई: वेस्ट जोन के 50 हजार से १ लाख आबादी श्रेणी के शहरों में स्व-संवाहनीय शहर।
10. महू कैंट: देश का तीसरा स्वच्छ कैंट का सम्मान।
11. औबेदुल्लागंज: 15 हजार से 25 हजार की जनसंख्या श्रेणी में सबसे तेज बढ़ता शहर।
12. फूफकलां: 15 हजार से कम जनसंख्या श्रेणी में सबसे तेजी से आगे बढ़ता शहर।
13. पेटलावद: 15 हजार से 25 हजार जनसंख्या श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ नवाचार का सम्मान
14. बड़ौनी: 1 लाख से कम जनसंख्या के शहरों में सबसे अधिक नागरिक सहभागिता का सम्मान
15. उज्जैन: इंडियन स्वच्छता लीग में देश में श्रेष्ठ प्रदर्शन का सम्मान।
16. खजुराहो: इंडियन स्वच्छता लीग में देश में श्रेष्ठ प्रदर्शन का सम्मान
सिटीजन फीडबैक में बेहतर काम
पिछले सर्वेक्षण में मध्यप्रदेश की तीसरी रैंक थी। इसका कारण पिछले साल 2021 में सिटीजन फीडबैक में पिछडऩा था। इस कैटेगरी में देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर को भी 6 हजार अंक नहीं मिले थे। उज्जैन, भोपाल, ग्वालियर जैसे शहर तो 5 हजार अंक भी नहीं ला पाए थे। इस बार सिटीजन फीडबैक में प्रदेश ने सबसे बेहतर काम किया।
पिछले 2 वर्षों में प्रदेश में ओडीएफ स्टेटस
ओडीएफ – स्टेटस – 2021:2022 -स्टार रेटिंग – 2021:2022
ओडीएफ – 08 – 37 – 01 – 17 – 74
ओडीएफ प्लस – 74 – 06 – 03 – 09 – 23
ओडीएफ ++ – 295 – 323 – 05 – 01 – 01
वाटर प्लस – 01 – 01 – 07 – 00 – 01
स्वच्छ सर्वेक्षण: साल-दर-साल आया निखार
– 2017 से अब तक प्रदेश का प्रदर्शन हर साल बेहतरीन हुआ है।
– 2018 में मध्यप्रदेश ने देश के चौथे स्वच्छ राज्य का स्थान प्राप्त किया।
– 2020 और 2021 में प्रदेश को राष्ट्रीय स्तर पर तृतीय स्थान प्राप्त हुआ था।
– 2021 में प्रदेश के 8 शहरों ने राष्ट्रीय पुस्कार प्राप्त किए थे और 13 शहरों को उनकी 5 स्टार व 3 स्टार रेटिंग प्राप्त करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान प्राप्त हुआ था। सफाई मित्र सुरक्षा चैलेंज में इंदौर, भोपाल व उज्जैन को विशेष राष्ट्रीय सम्मान प्राप्त हुआ था।
– 2022 के दौरान प्रदेश में खुले में शौच से मुक्ति के लिए ओडीएफ प्लस और ओडीएफ डबल प्लस के प्रोटोकॉल को लागू करने पर जोर दिया। प्रदेश के 323 नगरीय निकायों ने ओडीएफ डबल प्लस का प्रमाणीकरण प्रदान किया। इसी प्रकार 6 निकाय ओडीएफ प्लस व 37 निकाय ओडीएफ प्रमाणित हुए।
इंदौर को गार्बेज फ्री सिटी में 7 स्टार रेटिंग मिली है। भोपाल को 5 स्टार के साथ देश में स्वच्छता की स्व संवाहनीय राजधानी का अवॉर्ड हासिल हुआ है। छोटे निकायों ने कमाल का प्रदर्शन करते हुए अलग-अलग श्रेणियों में जगह बनाई है। इस तरह मध्यप्रदेश को कुल 16 पुरस्कार मिले हैं।
स्टार रेटिंग में कई गुना वृद्धि
मध्यप्रदेश ने स्वच्छता में पिछले अवॉर्ड की तुलना में कई गुना रेटिंग प्राप्त की है। पिछले वर्ष 27 निकायों को स्टार रेटिंग मिली थी, जबकि 2022 में 99 शहरों को स्टार रेटिंग मिली है।
ये 16 पुरस्कार आए झोली में-
1. मध्यप्रदेश: बड़े राज्यों में नंबर वन स्वच्छ राज्य का सम्मान।
2. इंदौर: देश के नंबर वन स्वच्छ शहर का सम्मान।
3. इंदौर: देश का पहला सेवन स्टार प्रमाणित शहर।
4. भोपाल: कचरा मुक्त शहरों की श्रेणी में 5 स्टार प्रमाणित।
5. भोपाल: देश में स्वच्छता की स्व-संवाहनीय राजधानी का सम्मान।
6. उज्जैन: एक लाख से अधिक जनसंख्या श्रेणी के शहरों में सर्वश्रेष्ठ नागरिक सहभागिता का सम्मान।
7. छिंदवाड़ा: 1 लाख से ३ लाख की आबादी वाले शहरों में सिटीजन फीडबैक सम्मान
8. मुंगावली: 15 हजार से 25 हजार जनसंख्या श्रेणी में स्व-संवाहनीय शहर का सम्मान।
9. खुरई: वेस्ट जोन के 50 हजार से १ लाख आबादी श्रेणी के शहरों में स्व-संवाहनीय शहर।
10. महू कैंट: देश का तीसरा स्वच्छ कैंट का सम्मान।
11. औबेदुल्लागंज: 15 हजार से 25 हजार की जनसंख्या श्रेणी में सबसे तेज बढ़ता शहर।
12. फूफकलां: 15 हजार से कम जनसंख्या श्रेणी में सबसे तेजी से आगे बढ़ता शहर।
13. पेटलावद: 15 हजार से 25 हजार जनसंख्या श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ नवाचार का सम्मान
14. बड़ौनी: 1 लाख से कम जनसंख्या के शहरों में सबसे अधिक नागरिक सहभागिता का सम्मान
15. उज्जैन: इंडियन स्वच्छता लीग में देश में श्रेष्ठ प्रदर्शन का सम्मान।
16. खजुराहो: इंडियन स्वच्छता लीग में देश में श्रेष्ठ प्रदर्शन का सम्मान
सिटीजन फीडबैक में बेहतर काम
पिछले सर्वेक्षण में मध्यप्रदेश की तीसरी रैंक थी। इसका कारण पिछले साल 2021 में सिटीजन फीडबैक में पिछडऩा था। इस कैटेगरी में देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर को भी 6 हजार अंक नहीं मिले थे। उज्जैन, भोपाल, ग्वालियर जैसे शहर तो 5 हजार अंक भी नहीं ला पाए थे। इस बार सिटीजन फीडबैक में प्रदेश ने सबसे बेहतर काम किया।
पिछले 2 वर्षों में प्रदेश में ओडीएफ स्टेटस
ओडीएफ – स्टेटस – 2021:2022 -स्टार रेटिंग – 2021:2022
ओडीएफ – 08 – 37 – 01 – 17 – 74
ओडीएफ प्लस – 74 – 06 – 03 – 09 – 23
ओडीएफ ++ – 295 – 323 – 05 – 01 – 01
वाटर प्लस – 01 – 01 – 07 – 00 – 01
स्वच्छ सर्वेक्षण: साल-दर-साल आया निखार
– 2017 से अब तक प्रदेश का प्रदर्शन हर साल बेहतरीन हुआ है।
– 2018 में मध्यप्रदेश ने देश के चौथे स्वच्छ राज्य का स्थान प्राप्त किया।
– 2020 और 2021 में प्रदेश को राष्ट्रीय स्तर पर तृतीय स्थान प्राप्त हुआ था।
– 2021 में प्रदेश के 8 शहरों ने राष्ट्रीय पुस्कार प्राप्त किए थे और 13 शहरों को उनकी 5 स्टार व 3 स्टार रेटिंग प्राप्त करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान प्राप्त हुआ था। सफाई मित्र सुरक्षा चैलेंज में इंदौर, भोपाल व उज्जैन को विशेष राष्ट्रीय सम्मान प्राप्त हुआ था।
– 2022 के दौरान प्रदेश में खुले में शौच से मुक्ति के लिए ओडीएफ प्लस और ओडीएफ डबल प्लस के प्रोटोकॉल को लागू करने पर जोर दिया। प्रदेश के 323 नगरीय निकायों ने ओडीएफ डबल प्लस का प्रमाणीकरण प्रदान किया। इसी प्रकार 6 निकाय ओडीएफ प्लस व 37 निकाय ओडीएफ प्रमाणित हुए।