इंदौरी प्रतिभा को सलाम: 14 हजार किमी दूर से आया डॉक्टरेट का पैगाम | Salute to Indore talent | Patrika News

137
इंदौरी प्रतिभा को सलाम: 14 हजार किमी दूर से आया डॉक्टरेट का पैगाम | Salute to Indore talent | Patrika News

इंदौरी प्रतिभा को सलाम: 14 हजार किमी दूर से आया डॉक्टरेट का पैगाम | Salute to Indore talent | Patrika News

कुछ ऐसा ही यादगार अनुभव इंदौर की शान मशहूर सिंगिंग रॉकस्टार चिंतन बाकीवाला को हुआ है। “इंडिया हैबिटेट सेंटर,दिल्ली” में हुए “इंडिया इनोवेशन कॉन्क्लेव 2022” में चिंतन की शानदार गायकी के लिए उन्हें हैती की “थियोफैनी यूनिवर्सिटी” ने “डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी” इन वोकल म्यूजिक की मानद उपाधि से सम्मानित किया है।

पूरे देश के इकलौते वोकल म्यूजिक आर्टिस्ट
यह उपाधि उन्हें रविवार को दिल्ली के लोधी रोड स्थित ऑडीटोरियम में हुए गरिमामय आयोजन (ऑनरेरी डाक्टरल कन्वोकेशन) के दौरान प्रदान की गई। भारत सरकार के सहयोग से थियोफैनी यूनिवर्सिटी के इस कार्यक्रम में मिनिस्ट्री फॉर कॉर्पोरेट अफेयर्स से पंजीकृत डॉ. वाल्मीकि प्रसाद, टीयू लंदन की डॉ. परीन सोमानी, टीयू युगांडा की मुलुंगी ईस्थर रूथ और साजिया शौजाई जैसी विश्वविख्यात हस्तियां भी मौजूद थीं। कार्यक्रम में भारत के विशिष्ट सामाजिक कार्यकर्ताओं, वैज्ञानिकों, कानूनी विशेषज्ञों, रिर्सच एंड डेवपमेंट टीम्स आदि को भी मानद उपाधि प्रदान की गई लेकिन वोकल म्यूजिक फील्ड में पूरे देश से एक ही कलाकार चिंतन बाकीवाला का चयन किया गया।

प्रतिष्ठित है यूनिवर्सिटी है थियोफैनी
टीयू (थियोपैनी यूनिवर्सिटी) अकादमिक और व्यावसायिक दोनों निकायों द्वारा मान्यता प्राप्त संस्थान है। यहां प्रदान की जाने वाली मानद उपाधि अकादमिक और समाज हित के अन्य व्यापक क्षेत्रों में, असाधारण रूप से मेधावी उपलब्धियों और गतिविधियों के संचालन के आधार पर प्रदान की जाती है। कार्यक्रम में मप्र के एडिशनल डायरेक्टर जनरल डॉ. वरुण कपूर, प्रोफेसर मोनी मदास्वामी और नूपुर धावीजा समेत अनेक गणमान्य अतिथि मौजूद थे।

बाकी वाला जल्द साझा करेंगे भारत की दूसरी लता के साथ मंच
चिंतन बताते हैं कि उन्होंने सुप्रसिद्ध गायिका आशा भोंसले के साथ कई बार स्टेज शेयर किया है और बड़ी हसरत थी कि कभी स्वर साम्राज्ञी लता मंगेश्कर के साथ भी उन्हें गाने का अवसर मिले। मगर इसी साल हुए उनके दुखद निधन के बाद ये ख्वाहिश अधूरी रह गई। अब वक्त ने फिर करवट ली है और मेरी ख्वाहिश को आंशिक रूप से ही सही, पूरी करने का मौका मिला है।

मैं मुंबई में जल्द ही भारत की दूसरी लता के नाम से मशहूर गायिका हेमलता के साथ एक बड़े मंच पर परफार्म करूंगा। अंखियों के झरोखों से, कौन दिसा में ले के चला रे बटोहिया, हम कथा सुनाते राम सकल गुणधाम की और तू इस तरह से मेरी जिंदगी में शामिल है जैसे एक से बढ़कर एक गीतों को अपने सुरों से सजाने वाली बाकमाल गायिका हेमलता के फिल्म संगीत करियर के 50 वर्ष पूरे होने पर यह कार्यक्रम 22 जुलाई को जुहू स्थित इस्कॉन ऑडिटोरियम में आयोजित किया जाएगा।



उमध्यप्रदेश की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Madhya Pradesh News