आधी आबादी की आंखों में पलता सपना, घर जैसा संवरे वार्ड अपना | The dream grows in the eyes of half the population, the ward as home | Patrika News
कांग्रेस
वार्ड 67 : अर्चना राठौर
समस्याओं के निराकरण के साथ वैदिक शिक्षा को बढ़ावा देने का लक्ष्य है। वार्ड के मंदिरों के जरिये सनातन धर्म की शिक्षा बच्चों को दिलवाने का प्रयास करूंगी। पीने के पानी की दिक्कत है। यहां पानी के बिल तो आते हैं, लेकिन पानी नहीं आता है। बच्चों के लिए खेल मैदान या बगीचे ज्यादा नहीं हैं। प्राथमिकता पेयजल उपलब्ध कराना और गंदे पानी की निकासी रहेगी। रोजगार की व्यवस्था पर ध्यान देंगे। मंडियों को दोबारा शुरू किया जाएगा। होलकरकालीन छत्रियों का सौंदर्यीकरण करेंगे।
वार्ड 23 : विनिता मौर्य
मेरा वार्ड मिल क्षेत्र का प्रमुख वार्ड है। इसे आदर्श क्षेत्र में बदलना है। स्वच्छ पेयजल की समस्या है। क्लर्क कॉलोनी में सीवरेज की दिक्कत है। क्षेत्र में महिलाओं की सुरक्षा बड़ी परेशानी है। नशा करने वालों से जनता परेशान है। प्राथमिकता सफाई के लिए काम करने की होगी। बैकलेन की सफाई होगी तो नशा करने वालों को छुपने की जगह नहीं मिलेगी। महिलाओं की सुरक्षा के लिए टीम बनाकर काम करेंगे। पुलिस के साथ मिलकर नशा करने वालों पर लगाम लगाई जाएगी।
वार्ड 25 – गुंजा रघुवंशी
वार्ड में विकास के नाम पर इंफ्रास्ट्रक्चर तो खड़े कर दिए, लेकिन उपयोग नहीं किया। मैनेजमेंट की बेहद कमी है। कभी ये वार्ड गरीबों के लिए सस्ती स्वास्थ्य सुविधाओं का प्रमुख केंद्र था। उसे वही गौरव दिलाने का लक्ष्य है। जनता कॉलोनी में ड्रेनेज तो जर्जर मकानों की समस्या है। पानी की समस्या का हल करवाएंगे। स्कूल बिल्डिंगों को कब्जों से मुक्त कराने के साथ ही सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। सरकारी स्कूलों में सुविधा बढ़ेगी तो जनता पर निजी स्कूलों का बोझ कम होगा।
वार्ड 57 : दीपिका जैन
मेरा क्षेत्र शिक्षित और मध्यमवर्गीय नौकरीपेशा परिवारों वाला है। शिवाजी स्कूल, नूतन, मल्हाराश्रम, अहिल्याश्रम को शैक्षणिक और रोजगारोन्मुख केंद्र के रूप में विकसित करना लक्ष्य है। जेल रोड, डीआरपी लाइन में पेयजल की परेशानी है। जेल रोड पर पार्किंग नहीं होने से व्यापार पर असर पड़ता है। सुरक्षा का मुद्दा भी बेहद अहम है। सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। रोजगार केंद्र, लाइब्रेरी और स्टडी सेंटर बनाएंगे। स्मार्ट सिटी में आने वाले हिस्सों में ज्यादा तोड़फोड़ न हो और रास्ते भी बन जाएं, इस दिशा में काम करेंगे।
वार्ड 1 – प्रीति अग्निहोत्री
अपने वार्ड को पिछड़े वार्ड से स्मार्ट वार्ड में बदलने का प्रयास जारी है। अवैध कॉलोनियों को नियमित कराना मेरी प्राथमिकता है। कांग्रेस की डेढ़ साल की सरकार में काफी कॉलोनियां वैध भी हुई थीं, लेकिन भाजपा की सरकार आते ही वे दोबारा अवैध हो गईं। इन्हें वैध कराने के लिए हम लगातार संघर्ष कर रहे हैं। वार्ड धार रोड पर है। इस क्षेत्र को हम सभी सुविधाओं से लैस करना चाहते हैं। मेरी कोशिश है कि वार्ड में 24 घंटे पानी उपलब्ध रहे और लोगों को कोई दिक्कत न आए।
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भाजपा
वार्ड 42: मुद्रा शास्त्री
मेरे वार्ड में सड़क, पानी, बिजली जैसी समस्याएं ज्यादा नहीं हैं, इसलिए वार्ड को आदर्श वार्ड बनाना प्राथमिकता होगी। कुछ बस्तियों में अब भी विकास की जरूरत है। ड्रेनेज लाइन चोक होने की समस्या खत्म करना है। क्षेत्र के गार्डन का उचित रखरखाव मार्डन तकनीक से होगा। वार्डों में पानी, कचरा और स्ट्रीट लाइट जैसी समस्याएं भी हैं। एक जनप्रतिनिधि के तौर पर हमेशा जनता के बीच रहूं, कोई समस्या होने पर जनता मुझ तक आए, उससे पहले मैं उनके पास पहुंच जाऊं।
वार्ड 6 : संध्या यादव
वार्ड में सभी व्यवस्थाएं सुचारू रूप से चलें। सड़क, पानी, बिजली से जुड़ी समस्याएं प्राथमिकता से हल हों। वार्ड में मूलभूत समस्याएं नहीं हैं, फिर भी जो दिक्कतें हैं, उन्हें प्राथमिकता से दूर किया जाएगा। क्षेत्र में संपूर्ण विकास को आगे बढ़ाते हुए व्यवस्थित पार्किंग के लिए प्रयास करूंगी। व्यापारिक क्षेत्र में पार्किंग सबसे बड़ी समस्या हैं। इसके लिए एक अलग योजना बनाएंगे, ताकि ग्राहकों और व्यापारियों दोनों को ही इस परेशानी से मुक्ति मिले और रोजगार के अवसर बढ़ें।
वार्ड 23 : शिवांगी यादव
वार्ड में विकास कार्य हुए हैं, लेकिन कुछ क्षेत्रों में अब भी काम की गुंजाइश है। लक्ष्य यही होगा कि जनता से जुड़ी समस्याओं का निराकरण हो। परदेशीपुरा की सघन आबादी में पानी, ड्रेनेज जैसी समस्याएं हैं। यहां गार्डन विकसित करने के लिए भी काम करेंगे। पूरे वार्ड में अलग-अलग तबके के लोग हैं। साथ ही इलेक्ट्राॅनिक कॉम्प्लेक्स, रेडिमेड कॉम्प्लेक्स जैसे क्षेत्रों में व्यवस्थित विकास के साथ ही मौजूदा सुविधाओं में इजाफा किया जाएगा। जनता के लिए उपलब्धता रहेगी।
वार्ड 44 : निशा देवलिया
वार्ड में न सिर्फ भौतिक विकास हो, बल्कि रहवासियों को बैठने-टहलने के लिए व्यवस्थित उद्यान और बच्चों के लिए मैदान भी तैयार करना जरूरी हैं।वार्ड में पुरानी ड्रेनेज और पानी की लाइन फूटने से आए दिन परेशानी होती है। इनमें सुधार व बदलाव किया जाएगा। वार्ड में ज्यादा से ज्यादा विकास कार्य करना और मौजूदा परेशानियों को हल करना प्राथमिकता होगी। पिछले चुनावों में हमने क्षेत्र का काफी विकास किया है। जो कमियां रह गई हैं, उन्हें सभी के सहयोग से दूर करेंगे।
वार्ड 45 : सविता अखंड
बस्तियों में उद्यानों का विकास, पानी की पर्याप्त आपूर्ति, सड़कें, ड्रेनेज आदि कार्यों के साथ इसे एक आदर्श वार्ड बनाना मेरा विजन है। क्षेत्र में अब भी कुछ सड़कें बदहाल हैं। अन्य कोई बड़ी समस्या नहीं है। सभी स्ट्रीट लाइट चालू रहें और पानी आपूर्ति निर्बाध हो, इस पर जोर रहेगा। वार्ड में पुरानी हो चुकी पानी व ड्रेनेज की लाइन बदलेंगे। आम जनता से जुड़े सभी कार्यों को प्राथमिकता से पूरे करवाएंगे। आदर्श वार्ड बनाने के लिए स्मार्ट वर्किंग को तवज्जो देंगे। तकनीक की भी मदद लेंंगे।
कांग्रेस
वार्ड 67 : अर्चना राठौर
समस्याओं के निराकरण के साथ वैदिक शिक्षा को बढ़ावा देने का लक्ष्य है। वार्ड के मंदिरों के जरिये सनातन धर्म की शिक्षा बच्चों को दिलवाने का प्रयास करूंगी। पीने के पानी की दिक्कत है। यहां पानी के बिल तो आते हैं, लेकिन पानी नहीं आता है। बच्चों के लिए खेल मैदान या बगीचे ज्यादा नहीं हैं। प्राथमिकता पेयजल उपलब्ध कराना और गंदे पानी की निकासी रहेगी। रोजगार की व्यवस्था पर ध्यान देंगे। मंडियों को दोबारा शुरू किया जाएगा। होलकरकालीन छत्रियों का सौंदर्यीकरण करेंगे।
वार्ड 23 : विनिता मौर्य
मेरा वार्ड मिल क्षेत्र का प्रमुख वार्ड है। इसे आदर्श क्षेत्र में बदलना है। स्वच्छ पेयजल की समस्या है। क्लर्क कॉलोनी में सीवरेज की दिक्कत है। क्षेत्र में महिलाओं की सुरक्षा बड़ी परेशानी है। नशा करने वालों से जनता परेशान है। प्राथमिकता सफाई के लिए काम करने की होगी। बैकलेन की सफाई होगी तो नशा करने वालों को छुपने की जगह नहीं मिलेगी। महिलाओं की सुरक्षा के लिए टीम बनाकर काम करेंगे। पुलिस के साथ मिलकर नशा करने वालों पर लगाम लगाई जाएगी।
वार्ड 25 – गुंजा रघुवंशी
वार्ड में विकास के नाम पर इंफ्रास्ट्रक्चर तो खड़े कर दिए, लेकिन उपयोग नहीं किया। मैनेजमेंट की बेहद कमी है। कभी ये वार्ड गरीबों के लिए सस्ती स्वास्थ्य सुविधाओं का प्रमुख केंद्र था। उसे वही गौरव दिलाने का लक्ष्य है। जनता कॉलोनी में ड्रेनेज तो जर्जर मकानों की समस्या है। पानी की समस्या का हल करवाएंगे। स्कूल बिल्डिंगों को कब्जों से मुक्त कराने के साथ ही सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। सरकारी स्कूलों में सुविधा बढ़ेगी तो जनता पर निजी स्कूलों का बोझ कम होगा।
वार्ड 57 : दीपिका जैन
मेरा क्षेत्र शिक्षित और मध्यमवर्गीय नौकरीपेशा परिवारों वाला है। शिवाजी स्कूल, नूतन, मल्हाराश्रम, अहिल्याश्रम को शैक्षणिक और रोजगारोन्मुख केंद्र के रूप में विकसित करना लक्ष्य है। जेल रोड, डीआरपी लाइन में पेयजल की परेशानी है। जेल रोड पर पार्किंग नहीं होने से व्यापार पर असर पड़ता है। सुरक्षा का मुद्दा भी बेहद अहम है। सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। रोजगार केंद्र, लाइब्रेरी और स्टडी सेंटर बनाएंगे। स्मार्ट सिटी में आने वाले हिस्सों में ज्यादा तोड़फोड़ न हो और रास्ते भी बन जाएं, इस दिशा में काम करेंगे।
वार्ड 1 – प्रीति अग्निहोत्री
अपने वार्ड को पिछड़े वार्ड से स्मार्ट वार्ड में बदलने का प्रयास जारी है। अवैध कॉलोनियों को नियमित कराना मेरी प्राथमिकता है। कांग्रेस की डेढ़ साल की सरकार में काफी कॉलोनियां वैध भी हुई थीं, लेकिन भाजपा की सरकार आते ही वे दोबारा अवैध हो गईं। इन्हें वैध कराने के लिए हम लगातार संघर्ष कर रहे हैं। वार्ड धार रोड पर है। इस क्षेत्र को हम सभी सुविधाओं से लैस करना चाहते हैं। मेरी कोशिश है कि वार्ड में 24 घंटे पानी उपलब्ध रहे और लोगों को कोई दिक्कत न आए।
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भाजपा
वार्ड 42: मुद्रा शास्त्री
मेरे वार्ड में सड़क, पानी, बिजली जैसी समस्याएं ज्यादा नहीं हैं, इसलिए वार्ड को आदर्श वार्ड बनाना प्राथमिकता होगी। कुछ बस्तियों में अब भी विकास की जरूरत है। ड्रेनेज लाइन चोक होने की समस्या खत्म करना है। क्षेत्र के गार्डन का उचित रखरखाव मार्डन तकनीक से होगा। वार्डों में पानी, कचरा और स्ट्रीट लाइट जैसी समस्याएं भी हैं। एक जनप्रतिनिधि के तौर पर हमेशा जनता के बीच रहूं, कोई समस्या होने पर जनता मुझ तक आए, उससे पहले मैं उनके पास पहुंच जाऊं।
वार्ड 6 : संध्या यादव
वार्ड में सभी व्यवस्थाएं सुचारू रूप से चलें। सड़क, पानी, बिजली से जुड़ी समस्याएं प्राथमिकता से हल हों। वार्ड में मूलभूत समस्याएं नहीं हैं, फिर भी जो दिक्कतें हैं, उन्हें प्राथमिकता से दूर किया जाएगा। क्षेत्र में संपूर्ण विकास को आगे बढ़ाते हुए व्यवस्थित पार्किंग के लिए प्रयास करूंगी। व्यापारिक क्षेत्र में पार्किंग सबसे बड़ी समस्या हैं। इसके लिए एक अलग योजना बनाएंगे, ताकि ग्राहकों और व्यापारियों दोनों को ही इस परेशानी से मुक्ति मिले और रोजगार के अवसर बढ़ें।
वार्ड 23 : शिवांगी यादव
वार्ड में विकास कार्य हुए हैं, लेकिन कुछ क्षेत्रों में अब भी काम की गुंजाइश है। लक्ष्य यही होगा कि जनता से जुड़ी समस्याओं का निराकरण हो। परदेशीपुरा की सघन आबादी में पानी, ड्रेनेज जैसी समस्याएं हैं। यहां गार्डन विकसित करने के लिए भी काम करेंगे। पूरे वार्ड में अलग-अलग तबके के लोग हैं। साथ ही इलेक्ट्राॅनिक कॉम्प्लेक्स, रेडिमेड कॉम्प्लेक्स जैसे क्षेत्रों में व्यवस्थित विकास के साथ ही मौजूदा सुविधाओं में इजाफा किया जाएगा। जनता के लिए उपलब्धता रहेगी।
वार्ड 44 : निशा देवलिया
वार्ड में न सिर्फ भौतिक विकास हो, बल्कि रहवासियों को बैठने-टहलने के लिए व्यवस्थित उद्यान और बच्चों के लिए मैदान भी तैयार करना जरूरी हैं।वार्ड में पुरानी ड्रेनेज और पानी की लाइन फूटने से आए दिन परेशानी होती है। इनमें सुधार व बदलाव किया जाएगा। वार्ड में ज्यादा से ज्यादा विकास कार्य करना और मौजूदा परेशानियों को हल करना प्राथमिकता होगी। पिछले चुनावों में हमने क्षेत्र का काफी विकास किया है। जो कमियां रह गई हैं, उन्हें सभी के सहयोग से दूर करेंगे।
वार्ड 45 : सविता अखंड
बस्तियों में उद्यानों का विकास, पानी की पर्याप्त आपूर्ति, सड़कें, ड्रेनेज आदि कार्यों के साथ इसे एक आदर्श वार्ड बनाना मेरा विजन है। क्षेत्र में अब भी कुछ सड़कें बदहाल हैं। अन्य कोई बड़ी समस्या नहीं है। सभी स्ट्रीट लाइट चालू रहें और पानी आपूर्ति निर्बाध हो, इस पर जोर रहेगा। वार्ड में पुरानी हो चुकी पानी व ड्रेनेज की लाइन बदलेंगे। आम जनता से जुड़े सभी कार्यों को प्राथमिकता से पूरे करवाएंगे। आदर्श वार्ड बनाने के लिए स्मार्ट वर्किंग को तवज्जो देंगे। तकनीक की भी मदद लेंंगे।