आदित्य ठाकरे की नीतीश-तेजस्वी से मुलाकात तो बहाना है, असल में BMC चुनाव में उत्तर भारतीयों को रिझाना है

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आदित्य ठाकरे की नीतीश-तेजस्वी से मुलाकात तो बहाना है, असल में BMC चुनाव में उत्तर भारतीयों को रिझाना है

आदित्य ठाकरे की नीतीश-तेजस्वी से मुलाकात तो बहाना है, असल में BMC चुनाव में उत्तर भारतीयों को रिझाना है

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे और पूर्व मंत्री रहे आदित्य ठाकरे का एक दिवसीय बिहार दौरा राजनीतिक सुर्खियां बटोर रहा है। बुधवार को आदित्य ठाकरे ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से मुलाकात की। आदित्य ठाकरे के बिहार दौरे को लेकर सियासी गलियारों में अटकलें तेज हो गई हैं। सवाल ये है कि क्या आदित्य ठाकरे और तेजस्वी यादव पीएम मोदी के नेतृत्व वाली बीजेपी के खिलाफ राष्ट्रीय विकल्प तैयार करने की कोशिश में हैं या मकसद कुछ और है? माना जा रहा है कि बीएमसी चुनाव में उत्तर भारतीय वोटों की ताकत को देखते हुए आदित्य ठाकरे बिहार पहुंचे थे।  

राजनीतिक जानकार बताते हैं कि शिवसेना में बगावत के बाद से उद्धव ठाकरे के लिए बीएमसी चुनाव काफी चुनौतीपूर्ण होगा। बीएमसी चुनाव में उत्तर भारतीय मतदाताओं को काफी अहम माना जाता है। ऐसे में आदित्य ठाकरे की नीतीश और तेजस्वी के साथ हुई मुलाकात को मुंबई में होने वाले आगामी बीएमसी चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। 

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शिवसेना अब दो हिस्सों में बंट चुकी है और आदित्य ठाकरे भी अच्छी तरह से जानते हैं कि मुंबई में अब उनका कद पहले जैसा नहीं रहा, जब शिवसेना एक पार्टी थी। शिवसेना का एक हिस्सा बीजेपी के साथ जा चुका है। अटकलों के अनुसार आदित्य के पास ये प्लान है कि अगर उन्हें उत्तर भारतीयों का साथ मिल जाए तो काफी बदलाव लाया जा सकता है।

बीएमसी चुनाव में उत्तर भारतीय मतदाताओं को काफी अहम माना जाता है। चुनाव से पहले हर राजनीतिक दल उत्तर भारतीय वोटरों को साधने की कोशिश करता है। आदित्य ठाकरे की नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव से हुई मुलाकात को शिवसेना की मुंबई के उत्तर भारतीय मतदाताओं को साधने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है। 

वहीं दूसरी ओर एकनाथ शिंदे गुट के नेता नरेश म्हस्के ने ठाणे में एक जनसभा के दौरान कहा था कि आदित्य ठाकरे की बिहार दौरे की वजह बीएमसी का आगामी चुनाव है, जिसमें उत्तर भारतीयों और खास तौर पर बिहारियों की बड़ी तादात में होने की वजह से चला गया है। नरेश म्हस्के ने सवाल उठाते हुए कहा कि तेजस्वी यादव के पिता लालू प्रसाद यादव बाला साहेब ठाकरे के आलोचक रहे, ऐसे में क्या लाचारी आई है कि उनके पोते आदित्य ठाकरे को लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव से मिलने बिहार जाना पड़ रहा है।

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महाराष्ट्र में बिहारियों का विरोध करने वाले भाजपा के साथ : आदित्य ठाकरे

आदित्य ठाकरे बुधवार को मुंबई रवाना होने के पूर्व मीडिया से बातचीत में कहा कि महाराष्ट्र में बिहारियों का विरोध करने वाले आज भाजपा के साथ है। चुनाव व राजनीति अपनी जगह है, युवा नेताओं के बीच चर्चा होती रहनी चाहिए। मुझे यकीन है, यह दोस्ती आगे चलती रहेगी। दोनों सरकार में रहे हैं, तो नॉलेज शेयरिंग होती रहनी चाहिए। 

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मुंबई में बसे बिहारी नहीं भूले हैं अपमान और प्रताड़ना : सुशील मोदी

भाजपा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि जिस शिवसेना (उद्धव गुट) ने मुम्बई में बिहार और उत्तर भारत के लोगों का लगातार अपमान किया, उसके पक्ष में वोट मांगने नीतीश कुमार और तेजस्वी प्रसाद यादव कैसे जाएंगे। मुंबई में बसे बिहारी अपना अपमान और प्रताड़ना को भूले नहीं हैं। मोदी ने कहा कि आदित्य ठाकरे मुंबई महानगर पालिका के चुनाव में शिवसेना के लिए बिहार के लोगों का वोट सुनिश्चित करने आए हैं, लेकिन इसका कोई लाभ नहीं मिलेगा। शिवसेना ( शिंदे-गुट)  भाजपा के साथ वहां सरकार चला रही है और दावा किया कि जनता उसके साथ है। उद्धव-गुट वाली शिवसेना जब वीर सावरकर का अपमान करने वाली कांग्रेस के साथ है, तब नीतीश कुमार बतायें कि वे किसके साथ खड़े होंगे ? 

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