आखिर दूसरे प्रदेशों में जाकर राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में क्यों शामिल हो रहे हैं UP कांग्रेस के नेता?
पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू भी कन्याकुमारी से यात्रा शुरू होने के बाद ज्यादातर वक्त इस यात्रा के साथ ही रहे। उन्हें अतिथि यात्री के तौर पर रखा गया है। हालांकि, जब यात्रा उत्तर प्रदेश में थी तो भी वह इसमें शामिल जरूर हुए लेकिन अपने ही प्रदेश में उन्हें राहुल के साथ ‘वॉक द टॉक’ का मौका नहीं मिला।
राहुल के साथ इस यात्रा में उनकी जो भी तस्वीरे हैं, वे या तो उत्तर प्रदेश आने के पहले की हैं या फिर यहां से यात्रा के गुजर जाने के बाद की। इनके अलावा और भी ऐसे तमाम नेता हैं, जिन्हें इस यात्रा में वह तवज्जो नहीं मिली। पूर्व विधायक अजय कपूर को भी राहुल गांधी के साथ ‘वॉक द टॉक’ का मौका नहीं मिला। पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉक्टर निर्मल खत्री भी यूपी में यात्रा के दौरान नहीं दिखे।
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा तीन जनवरी को गाजियाबाद बॉर्डर से उत्तर प्रदेश में शामिल हुई थी, जहां से बागपत और शामली होते हुए वह हरियाणा में प्रवेश की। इस दौरान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष, सभी छह प्रांतीय अध्यक्ष, प्रमोद तिवारी, दीपक सिंह, कमल किशोर कमांडो, प्रदीप जैन आदित्य, आचार्य प्रमोद कृष्णम, सभी फ्रंटलों के अध्यक्ष और पदाधिकारी और अन्य नेता शामिल हुए। हालांकि राहुल गांधी के साथ ‘वॉक द टॉक’ का मौका कम ही लोगों को मिला।
यहां निष्कासित, कश्मीर में हुए शामिल
प्रदेश कांग्रेस की सोशल मीडिया सेल के उपाध्यक्ष रहे कोणार्क दीक्षित को अनुशासनहीनता के आरोप में पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था। आरोप थे कि वह पार्टी के जिम्मेदार पदों पर काबिज लोगों की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे थे। वह अपने कई साथियों के साथ यात्रा में शामिल होना चाहते थे, लेकिन बात नहीं बन सकी।
बाद में कोर्णाक अपने कुछ साथियों के साथ कश्मीर में यात्रा में शामिल हो सके और राहुल गांधी से मुलाकात की। प्रदेश कांग्रेस के जानकारों की मानें तो जिन लोगों की बात यात्रा के यूपी में रहने के दौरान नहीं बन सकी थी, वे मौजूदा सिस्टम में फिट नहीं हैं।