अब संयुक्त राष्ट्र के मंच से बोले मेक्सिको के विदेश मंत्री, यूक्रेन में स्थायी शांति के लिए पीएम मोदी, पोप और गुटेरस की बने समिति | Now Foreign Minister of Mexico spoke from the UN platform, PM Modi | Patrika News
At UNSC, Mexico Foreign Minister Marcelo Ebrard points to proposal by Mexican President to establish a committee wch includes India’s pm modi , Pope to resolve the Russia Ukraine conflict pic.twitter.com/rZNnF41Ndf
— Sidhant Sibal (@sidhant) September 22, 2022
Presenté propuesta del Presidente López Obrador por la paz : fortalecer la mediación con personalidades reconocidas como Narendra Modi PM de la India o el Papa Francisco y fortalecer, así, el esfuerzo del Secretario General de la ONU para lograrla.— Marcelo Ebrard C. (@m_ebrard) September 22, 2022
सबसे ज्यादा प्रभावशाली उपाय किए जाने की जरूरत
मेक्सिको के विदेश मंत्री मार्सेलो लुईस एब्रार्ड कासाउबोन ने गुरुवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में यूक्रेन पर हुई चर्चा के दौरान यह प्रस्ताव रखा। उन्होंने कहा, मेक्सिको मानता है कि जो स्थितियां बन गई हैं उनमें शांति स्थापित करने के लिए सबसे ज्यादा प्रभावशाली उपाय किए जाने की जरूरत है। मेक्सिको के राष्ट्रपति एंड्रेस मैनुएल लापेज ओब्रैडोर ने दुनिया के लिए इस प्रस्ताव के क्रियान्वयन को जरूरी माना है। मेक्सिको की ओर से यह प्रस्ताव प्रधानमंत्री मोदी के समरकंद में रूसी राष्ट्रपति पुतिन से यह कहने के चंद रोज बाद आया है कि वर्तमान समय युद्ध करने का नहीं। मोदी के इस बयान की अमरीका और फ्रांस समेत कई देशों ने तारीफ की है।
पीएम मोदी के इस बयान का अमरीका, फ्रांस, ब्रिटेन समेत कई पश्चिमी देशों ने स्वागत किया है। अमरीका के सहायक रक्षा मंत्री डा. एली रैटनर ने कहा है कि रूसी राष्ट्रपति से वार्ता में प्रधानमंत्री मोदी का यूक्रेन युद्ध के संबंध में कथन प्रशंसा योग्य है। यूक्रेन में शांति की उनकी इच्छा का हम स्वागत करते हैं। इससे पहले अमरीका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलीवान ने मोदी के बयान सही और न्यायोचित बताया था। कहा था कि अमेरिका इस बयान का बहुत अधिक स्वागत करता है।
जपोरीजिया मामले में यूक्रेन ने भारत से मांगी मदद
न्यूयार्क में विदेश मंत्री एस जयशंकर की यूक्रेन के प्रधानमंत्री डेनीज शमीहाल से मुलाकात में जपोरीजिया परमाणु संयंत्र का मसला भी उठा। प्रधानमंत्री शमीहाल ने परमाणु संयंत्र को लेकर बने गतिरोध को दूर करने के लिए भारत की मदद मांगी है। यूक्रेन के इस संयंत्र पर मार्च से रूसी सेना ने कब्जा कर रखा है।
मैक्सिको के राष्ट्रपति ने प्रेस कान्फ्रेंस में दिया था बयान बता दें, इसके कुछ दिन पहले मैक्सिको के राष्ट्रपति एंड्रेस मैनुअल लोपेज ओब्रेडोर ने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा था, कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित विश्व के तीन नेताओं का एक विश्व संघर्ष विराम आयोग गठित किए जाने का प्रस्ताव प्रस्तुत करने की योजना बना रहे हैं। यह आयोग पांच साल की अवधि के लिए होगा और इसके लिए वे संयुक्त राष्ट्र को एक लिखित प्रस्ताव पेश करेंगे। यह आयोग दुनिया में जंग रोकने के लिए काम करेगा। भारत के लिए यह महत्वपूर्ण उपलब्धि है कि दुनिया के तीन नेताओं में पीएम मोदी को शामिल किया गया है। ओब्रेडोर दुनिया में जंग रोकने के लिए पीएम मोदी के रोल को अहम मानते हैं।
ओब्रेडोर ने कहा कि वह संयुक्त राष्ट्र में एक लिखित प्रस्ताव प्रस्तुत करेंगे। इसमें तीन लोगों का एक आयोग बनाने की मांग होगी। यह आयोग दुनिया में अगले पांच साल के लिए संघर्ष विराम को बढ़ावा देगा। इस दौरान न कोई युद्ध होगा और न व्यापार युद्ध। ओब्रेडोर ने कहा, “मैं संयुक्त राष्ट्र में लिखित प्रस्ताव दूंगा। उम्मीद है कि मीडिया इसे फैलाने में हमारी मदद करेगा। आयोग में पोप फ्रांसिस, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल होंगे।”
मीडिया फैलाए हमारा संदेश उन्होंने कहा कि, “ मैं यह कहता रहा हूं और मुझे उम्मीद है कि मीडिया इसे फैलाने में हमारी मदद करेगा। क्योंकि जब यह उनके लिए सुविधाजनक नहीं होता है तो वे बोलते नहीं हैं।”
At UNSC, Mexico Foreign Minister Marcelo Ebrard points to proposal by Mexican President to establish a committee wch includes India’s pm modi , Pope to resolve the Russia Ukraine conflict pic.twitter.com/rZNnF41Ndf
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Presenté propuesta del Presidente López Obrador por la paz : fortalecer la mediación con personalidades reconocidas como Narendra Modi PM de la India o el Papa Francisco y fortalecer, así, el esfuerzo del Secretario General de la ONU para lograrla.— Marcelo Ebrard C. (@m_ebrard) September 22, 2022
सबसे ज्यादा प्रभावशाली उपाय किए जाने की जरूरत
मेक्सिको के विदेश मंत्री मार्सेलो लुईस एब्रार्ड कासाउबोन ने गुरुवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में यूक्रेन पर हुई चर्चा के दौरान यह प्रस्ताव रखा। उन्होंने कहा, मेक्सिको मानता है कि जो स्थितियां बन गई हैं उनमें शांति स्थापित करने के लिए सबसे ज्यादा प्रभावशाली उपाय किए जाने की जरूरत है। मेक्सिको के राष्ट्रपति एंड्रेस मैनुएल लापेज ओब्रैडोर ने दुनिया के लिए इस प्रस्ताव के क्रियान्वयन को जरूरी माना है। मेक्सिको की ओर से यह प्रस्ताव प्रधानमंत्री मोदी के समरकंद में रूसी राष्ट्रपति पुतिन से यह कहने के चंद रोज बाद आया है कि वर्तमान समय युद्ध करने का नहीं। मोदी के इस बयान की अमरीका और फ्रांस समेत कई देशों ने तारीफ की है।
पीएम मोदी के इस बयान का अमरीका, फ्रांस, ब्रिटेन समेत कई पश्चिमी देशों ने स्वागत किया है। अमरीका के सहायक रक्षा मंत्री डा. एली रैटनर ने कहा है कि रूसी राष्ट्रपति से वार्ता में प्रधानमंत्री मोदी का यूक्रेन युद्ध के संबंध में कथन प्रशंसा योग्य है। यूक्रेन में शांति की उनकी इच्छा का हम स्वागत करते हैं। इससे पहले अमरीका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलीवान ने मोदी के बयान सही और न्यायोचित बताया था। कहा था कि अमेरिका इस बयान का बहुत अधिक स्वागत करता है।
जपोरीजिया मामले में यूक्रेन ने भारत से मांगी मदद
न्यूयार्क में विदेश मंत्री एस जयशंकर की यूक्रेन के प्रधानमंत्री डेनीज शमीहाल से मुलाकात में जपोरीजिया परमाणु संयंत्र का मसला भी उठा। प्रधानमंत्री शमीहाल ने परमाणु संयंत्र को लेकर बने गतिरोध को दूर करने के लिए भारत की मदद मांगी है। यूक्रेन के इस संयंत्र पर मार्च से रूसी सेना ने कब्जा कर रखा है।
मैक्सिको के राष्ट्रपति ने प्रेस कान्फ्रेंस में दिया था बयान बता दें, इसके कुछ दिन पहले मैक्सिको के राष्ट्रपति एंड्रेस मैनुअल लोपेज ओब्रेडोर ने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा था, कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित विश्व के तीन नेताओं का एक विश्व संघर्ष विराम आयोग गठित किए जाने का प्रस्ताव प्रस्तुत करने की योजना बना रहे हैं। यह आयोग पांच साल की अवधि के लिए होगा और इसके लिए वे संयुक्त राष्ट्र को एक लिखित प्रस्ताव पेश करेंगे। यह आयोग दुनिया में जंग रोकने के लिए काम करेगा। भारत के लिए यह महत्वपूर्ण उपलब्धि है कि दुनिया के तीन नेताओं में पीएम मोदी को शामिल किया गया है। ओब्रेडोर दुनिया में जंग रोकने के लिए पीएम मोदी के रोल को अहम मानते हैं।
ओब्रेडोर ने कहा कि वह संयुक्त राष्ट्र में एक लिखित प्रस्ताव प्रस्तुत करेंगे। इसमें तीन लोगों का एक आयोग बनाने की मांग होगी। यह आयोग दुनिया में अगले पांच साल के लिए संघर्ष विराम को बढ़ावा देगा। इस दौरान न कोई युद्ध होगा और न व्यापार युद्ध। ओब्रेडोर ने कहा, “मैं संयुक्त राष्ट्र में लिखित प्रस्ताव दूंगा। उम्मीद है कि मीडिया इसे फैलाने में हमारी मदद करेगा। आयोग में पोप फ्रांसिस, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल होंगे।”
मीडिया फैलाए हमारा संदेश उन्होंने कहा कि, “ मैं यह कहता रहा हूं और मुझे उम्मीद है कि मीडिया इसे फैलाने में हमारी मदद करेगा। क्योंकि जब यह उनके लिए सुविधाजनक नहीं होता है तो वे बोलते नहीं हैं।”