अफसरों की अनदेखी से ठेकदार कर रहे शर्तों का उल्लंघन | nagar nigam | Patrika News

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अफसरों की अनदेखी से ठेकदार कर रहे शर्तों का उल्लंघन | nagar nigam | Patrika News

अफसरों की अनदेखी से ठेकदार कर रहे शर्तों का उल्लंघन | nagar nigam | Patrika News


इंदौरPublished: Jan 28, 2023 07:46:59 pm

नगर निगम की लापरवाही: 7 साल में 5 की जा चुकी जान

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इंदौर. शहर में सीवरेज लाइन के चक्कर में बीते 7 सालों में 5 लोगों की जान जा चुकी है। बावजूद इसके नगर निगम अफसर किसी तरह की सावधानी बरतने को तैयार नहीं हैं। खुदाई के दौरान और उस वक्त आसपास किसी तरह की सुरक्षा का इंतजाम किए बगैर ही हर बार खुदाई शुरू कर दी जाती है। निगम जब भी कोई काम करवाता है तो उसके लिए टेंडर लेने वाली फर्म और उसके बीच अनुबंध होता है। अनुबंध में दो प्रमुख शर्तों का उल्लेख होता है। पहली शर्त जब भी कोई काम किया जाएगा, उस समय गहरी खुदाई के दौरान कर्मचारी सभी तरह के सुरक्षा उपकरणों से लैस रहेंगे। उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी ठेकेदार की रहेगी। दूसरी शर्त यह है कि जो भी काम होगा वह निगम इंजीनियरों की देखरेख में होगा। इन दोनों शर्तों की अनदेखी की जा रही है।
16 फरवरी 2016 को रामबाग में सीवरेज लाइन डालने के दौरान नर्मदा लाइन धंसने और उसमें एक मजदूर की मौत के बाद सुरक्षा उपकरणों का पालन कराना निगम ने अनिवार्य कर दिया था। ये भी साफ किया था कि नियमों का पालन नहीं करने वाले ठेकेदार पर सीधे कार्रवाई कर उसे ब्लैक लिस्टेड किया जाएगा। किसी भी जगह खुदाई के समय ठेेकेदार मजदूरों की सुरक्षा पर ध्यान नहीं देते। सोमवार को हुई घटना में भी ठेकेदार फर्म अमय इंटरप्राइजेस ने मजदूरों को सुरक्षा उपकरणों के नाम पर केवल गम बुट और हेलमेट ही उपलब्ध कराए गए थे, जबकि बिङ्क्षल्डग एंड कंस्ट्रक्शन वर्कर्स एक्ट के तहत किसी भी तरह के निर्माण काम के दौरान यदि किसी तरह का जोखिम होता है तो सुरक्षा के लिए सभी प्रबंध करना जरूरी है।
इतनी हो चुकीं मौतें
कृष्णपुरा छत्री के पास सीवरेज लाइन के लिए खोदे गए गड्ढे के आसपास सुरक्षा साधन नहीं होने के कारण इसमें गिरकर एक वृद्ध महिला की मौत हो गई थी। मामले में एमजी रोड थाने में ठेकेदार के खिलाफ एफआइआर भी दर्ज हुई थी।
रामबाग में 16 फरवरी
2016 को सीवरेज लाइन डालने के दौरान नर्मदा लाइन धंसने और उसके पानी में डूबने से प. बंगाल के एक मजदूर पीयारूल इस्लाम की मौत हो गई थी।
सांवेर रोड पर जयङ्क्षहद नगर चौराहे के नजदीक सीवरेज लाइन के चेंबर के गड्ढे में ही मजदूरों के डूबने और बेहोश होने के कारण मौत हो गई थी।
साल 2021 में पीपलीबाजार चौराहे के नजदीक पेयजल लाइन के लिए गड्ढा खोदा गया था। गड्ढे को सही तरह से बंद किए बगैर ही छोड़ दिया गया था, जिसमें पास के एक युवक की बाइक फंसकर गिर गई थी, जिसमें उसकी मौत हो गई थी।
23 जनवरी 2023 को मधुमिलन चौराहे के नजदीक हुई घटना में भी दो मजदूरों की मौत हो गई।
निगम इंजीनियर भी कठघरे में
निगम शर्तों के मुताबिक इतने बड़े काम के दौरान निगम इंजीनियर की उपस्थिति में ही काम होना चाहिए था। वार्ड 55 में निगम के सब इंजीनियर चंदन ङ्क्षसह नियुक्त हैं। उन्हें ही तय करना था कि मजदूरों को सभी तरह के सुरक्षा साधन उपलब्ध कराए गए हैं या नहीं। यदि वे मौके पर नहीं थे तो उनकी अनुपस्थिति में काम कैसे हो रहा था। यदि वह मौजूद थे तो बगैर सुरक्षा उपकरणों के कर्मचारी काम कैसे कर रहे थे। यह भी बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है?
ठेकेदार और अफसरों पर बनता है सीधा केस

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