अग्निवीर भर्तीः बहाली के लिए 8वीं पास के अंकपत्र का फर्जीवाड़ा, छात्र क्यों कर रहे हैं यह गलती?

51
अग्निवीर भर्तीः बहाली के लिए 8वीं पास के अंकपत्र का फर्जीवाड़ा, छात्र क्यों कर रहे हैं यह गलती?

अग्निवीर भर्तीः बहाली के लिए 8वीं पास के अंकपत्र का फर्जीवाड़ा, छात्र क्यों कर रहे हैं यह गलती?

अग्निवीर बहाली के लिए  8वीं पास के अंकपत्र का फर्जीवाड़ा चल रहा है। बिहार के मुजफ्फरपुर में इसका खुलासा हुआ है। राज्य के अन्य जिलों में यह खेल चल रहा है। अभ्यर्थी फर्जी अंक पत्र बनवाकर अधिकारियों से हस्ताक्षर कराने पहुंच रहे हैं। सूबे के सरकारी स्कूलों में 8वीं पास होने पर प्रगति पत्रक मिलता है, जबकि अभ्यर्थी अंक पत्र लेकर शिक्षा अधिकारियों से हस्ताक्षर कराने पहुंच रहे हैं। 

मुजफ्फरपुर में बड़ी संख्या में शिक्षा विभाग के कार्यालय में ऐसे अंक पत्र आने पर मामला खुला है। नए बने अंक पत्र पर विषयवार अंक के साथ ही स्कूल के मुहर को देख इस फर्जीवाड़े की जांच शुरू की गई है। डीईओ ने कहा कि सरकारी स्कूल में ऐसा अंक पत्र मिलता ही नहीं है। डीईओ नए फॉर्मेट का अंकपत्र देखकर चकित हो गए।

दरअसल, अग्निवीर में ट्रेडमैन की बहाली 8वीं पास पर हो रही है। इस बहाली में अभ्यर्थियों से 8वीं का अंक पत्र मांगा गया है और उस पर डीईओ का काउंटर साइन भी होना चाहिए। फर्जीवाड़े का हाल यह है कि नए बने फर्जी अंक पत्रों पर हेडमास्टर से लेकर बीईओ तक के हस्ताक्षर हैं।

काउंटर साइन के लिए ऐसे गुहार लगाते रहे अभ्यर्थी 

मुजफ्फरपुर डीईओ के कार्यालय में पहुंचे एक युवक ने कहा- सर, 2016 में आठवीं पास किया था। उसके बाद पढ़ाई नहीं की। यह अंक पत्र स्कूल के कहने पर साइबर कैफे से बनवा लिया हूं, मगर देखिए इस पर मेरा नाम, हेडमास्टर साहब के हस्ताक्षर भी हैं। सर, अग्निवीर वाले में अंक पत्र मांगा जा रहा है। एक हस्ताक्षर ही तो करना है। आप कर दिजीए, नहीं तो हमारा आवेदन रद्द हो जाएगा। शुक्रवार को डीईओ कार्यालय में काउंटर साइन कराने पहुंचे अभ्यर्थियों को अंक पत्र के फर्जीवाड़ा पर जब धरा गया तो उन सबने इस तरह गुहार लगाई।

उम्र घटाने को लेकर अंक पत्र में कर रहे फर्जीवाड़ा

शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने कहा कि 8वीं का अंक पत्र देखने में ही फर्जी लग रहा है, क्योंकि सरकारी स्कूल में आठवीं में इस तरह का रिजल्ट मिलता ही नहीं है। यही नहीं, टीसी पर भी साइन कराने को अभ्यर्थी पहुंच रहे हैं। कह रहे हैं कि खो गया इसलिए नया बनवाया है, जबकि टीसी 9वीं कक्षा में नामांकन के समय ही ले लिया जाता है। उम्र घटाने को लेकर इस तरह का फर्जीवाड़ा किया जा रहा है।

क्या कहते हैं अधिकारी

जिला शिक्षा पदाधिकारी अजय कुमार सिंह ने कहा कि जिन स्कूलों से हेडमास्टर-बीईओ के हस्ताक्षर वाले ऐसे अंक पत्र बनवाकर लाए जा रहे हैं, उनसे जवाब मांगा जा रहा है। संबंधित स्कूलों और अधिकारियों पर भी कार्रवाई होगी। मामले में पहली नजर में उनकी संलिप्तता उजागर हो रही है।

बिहार की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Delhi News