अंदर की खबर! मामला करना है 35… बिहार को लेकर BJP नेताओं को मिल गया ‘टास्क’

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अंदर की खबर! मामला करना है 35… बिहार को लेकर BJP नेताओं को मिल गया ‘टास्क’

अंदर की खबर! मामला करना है 35… बिहार को लेकर BJP नेताओं को मिल गया ‘टास्क’


Bihar Politics: दरभंगा में आयोजित बिहार बीजेपी का समिति की दो दिवसीय बैठक रविवार को संपन्न हो गई। इस बैठक में जहां नीतीश कुमार को लेकर बड़ा ऐलान किया गया, वहीं बिहार के कार्य समिति को उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने भी संबोधित किया। इसके अलावा बीजेपी कार्यकर्ताओं और नेताओं को टास्क भी दिया गया।

 

नील कमल, दरभंगा: भारतीय जनता पार्टी ने अपने कार्यकर्ताओं के साथ साथ जनता दल यूनाइटेड के कार्यकर्ताओं को भी स्पष्ट रूप से यह संदेश दे दिया है कि निकट भविष्य में नीतीश कुमार की एनडीए में वापसी लगभग असंभव है। बिहार बीजेपी प्रभारी विनोद तावड़े ने खुद यह ऐलान किया है। जिसका स्वागत बीजेपी के तमाम नेता और कार्यकर्ताओं ने किया है। बीजेपी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने भी कहा कि नीतीश कुमार में अब निर्णय लेने या सरकार चलाने की क्षमता खत्म हो चुकी है। दो दिवसीय कार्यसमिति के दौरान आगामी चुनाव को ध्यान में रखते हुए केंद्र के निर्देश पर बिहार बीजेपी नेता और कार्यकर्ताओं को कई महत्वपूर्ण टास्क सौंपे गए हैं।

75 लाख नए वोटरों को जोड़ना पहला लक्ष्य

कार्य समिति की बैठक में बिहार बीजेपी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को जो पहला कार्य दिया गया है, उसके मुताबिक पिछले विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव में बीजेपी को जीतने वोट हासिल हुए थे। उस वोट के अतिरिक्त 75 लाख नए वोटर को जोड़ना है। यानी जनता दल यूनाइटेड ने जितने सदस्य बनाए हैं उतने तो नए वोटर अपने खाते में बीजेपी जोड़ना चाहती है। बता दें कि नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड के 75 लाख सदस्य के मुकाबले बिहार में बीजेपी के 1 करोड़ 12 लाख सदस्य हैं। इसके अलावा बिहार बीजेपी के पास 1 लाख 30 हजार सक्रिय कार्यकर्ता भी मौजूद हैं। गौरतलब है कि बिहार में लगभग 76 हजार पोलिंग बूथ मौजूद है। इनमें से करीब 90 प्रतिशत बूथ तक बीजेपी पहुंच चुकी है और प्रत्येक बूथ पर बीजेपी के 11 सदस्य मौजूद रहते हैं। अगर इस संख्या को भी बीजेपी के सदस्यों में जोड़ दिया जाए तो सदस्यों की संख्या और भी ज्यादा बढ़ जाएगी। लिहाजा बीजेपी बिहार में इस बार जेडीयू के बगैर बड़ी जीत हासिल करना चाहती है। इसलिए अपने डेढ़ करोड़ वोटरों की संख्या में अतिरिक्त 75 लाख वोटर को जोड़ने का लक्ष्य निर्धारित किया है।

नीचे के लेवल तक हो OBC और EBC के नेताओं की बैठक

बीजेपी कार्यसमिति की बैठक में इस बार पिछड़ा वर्ग और अति पिछड़ा वर्ग को खास फोकस में रखा गया है। बैठक में कार्यकर्ताओं को स्पष्ट तौर पर यह निर्देश दिया गया है कि सूबे में निचले स्तर पर भी पार्टी से जुड़े EBC और OBC नेताओं की बैठक लगातार हो। अति पिछड़ा और अति पिछड़ा समाज जिन समस्याओं से जूझ रहा है, उसे दूर किया जा सके। बीजेपी का मानना है कि उनके विरोधी दलों द्वारा एकजुट हो रहे हिंदुओं को फिर से जातियों में बांटने की कोशिश शुरू कर दी गई है। इसलिए कार्यकर्ताओं को इस ओर विशेष कर ध्यान देने की जरूरत है। कार्य समिति में कहा गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछड़ा और अति पिछड़ा वर्ग के लिए काफी कुछ किया है। कार्यसमिति में बिहार प्रभारी ने कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया कि प्रधानमंत्री द्वारा उनके लिए किए गए कार्यों की जानकारी उन तक पहुंचे यह सुनिश्चित करें।

केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी घर-घर तक पहुंचाएं

दरभंगा में आयोजित दो दिवसीय बीजेपी के कार्यसमिति में कार्यकर्ताओं को यह भी टास्क दिया गया कि केंद्र सरकार की जो भी जन कल्याणकारी योजना चल रही है, उसकी जानकारी घर-घर तक पहुंचाने का काम करें। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में कार्यकर्ताओं को बॉर्डर के एरिया में बसे लोगों तक भी पहुंचने की बात कार्यकर्ताओं से कही थी। बिहार बीजेपी प्रदेश कार्यसमिति में भी कार्यकर्ताओं को यह निर्देश दिया गया है कि वह बिहार से लगे अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बसे लोगों के बीच भी जाएं और उन्हें नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए योजनाओं के विषय में जानकारी दें। इसके साथ ही वह वोट देते हैं या नहीं, इसकी चिंता किए बगैर कार्यकर्ता उनकी समस्या को जानने की कोशिश करें ताकि बीजेपी उनकी समस्या का समाधान कर सके। दरअसल बीजेपी ऐसा कर पसमांदा मुसलमानों को भी बीजेपी की ओर आकर्षित करने का काम करना चाहती है।

जेडीयू के लोकसभा सीटों पर ज्यादा मेहनत करने की जरूरत

2019 लोकसभा चुनाव में बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ने वाले जनता दल यूनाइटेड ने 17 में से 16 सीट पर जीत हासिल की थी। बीजेपी ने जहां सभी 17 सीटों पर जीत हासिल की थी। वहीं लोक जनशक्ति पार्टी ने भी 6 सीटों पर लड़कर हंड्रेड परसेंट का स्ट्राइक रेट दिया था। इस बार लोकसभा चुनाव में बीजेपी के नजर जनता दल यूनाइटेड के 16 सीटों पर है। बता दें कि बिहार विधानसभा उपचुनाव में 7 दलों के खिलाफ अकेले चुनाव लड़ रही बीजेपी ने 3 में से 2 सीटों पर जीत हासिल की थी। इस जीत से उत्साहित बीजेपी को यह लगता है कि जेडीयू के बगैर वह ज्यादा मजबूत स्थिति में है।

लोकसभा की 35 से 38 सीट जीतने का लक्ष्य किया गया है निर्धारित

बीजेपी के दो दिवसीय कार्यसमिति की बैठक में लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर भी लक्ष्य निर्धारित कर दिया गया है। दरभंगा में आयोजित कार्यसमिति की बैठक में यह तय किया गया है कि नरेंद्र मोदी को लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने के लिए बिहार से कम से कम 35 से 38 की संख्या में सांसद को संसद भवन पहुंचाना है। इसके लिए बीजेपी की नजर जेडीयू के 16 सीटों पर है। प्रदेश कार्यसमिति में नेता और कार्यकर्ताओं को यह स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि जेडीयू के संसदीय सीट पर ज्यादा मेहनत करने की जरूरत है। कार्यकर्ताओं और नेताओं को यह बताया गया कि विधानसभा उपचुनाव में जिस प्रकार से बिहार की जनता ने बीजेपी का साथ दिया है। अगर कार्यकर्ता जेडीयू के संसदीय क्षेत्र में मेहनत करें तो उन सीटों पर बीजेपी के उम्मीदवारों को आसानी से जीत हासिल हो सकती है। बीजेपी का मानना है कि नीतीश कुमार के वोटर भी उनके बार-बार पलटी मारने से नाराज हो चुके हैं लिहाजा इसका सीधा फायदा बीजेपी को मिलेगा।

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