अंतरराष्ट्रीय स्तर के स्विमिंग पूल का काम धीमा | IDA | Patrika News

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अंतरराष्ट्रीय स्तर के स्विमिंग पूल का काम धीमा | IDA | Patrika News

अंतरराष्ट्रीय स्तर के स्विमिंग पूल का काम धीमा | IDA | Patrika News

पिपलियाहाना में स्विमिंग पूल बनते पांच साल बीत गए हैं। बावजूद इसके 20 फीसदी काम होना बाकी रह गया हैं।

आइडीए की लापरवाही से अंतरराष्ट्रीय स्तर की तैयारी करने का मौका नहीं मिल रहा

इंदौर. अंतरराष्ट्रीय स्तर के स्विमिंग पूल बनने का काम कछुआ चाल में हो रहा है। पिपलियाहाना में स्विमिंग पूल बनते पांच साल बीत गए हैं। बावजूद इसके 20 फीसदी काम होना बाकी रह गया हैं। आइडीए की इस लापरवाही से अंतरराष्ट्रीय स्तर की तैयारी करने वाले तैराकों को डाइङ्क्षवग अभ्यास करने का मौका नहीं मिल रहा है और न ही शहर में तैराकी की अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाएं हो पा रही हैं। स्थिति यह है कि अभी दूसरे चरण का काम बाकी होने से पूल में गतिविधियां चालू होने में एक साल का समय ओर लग सकता है।
स्विमिंग पूल का काम अटका, रुका और अब लटका
2010 में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने अंतरराष्ट्रीय स्विमिंग पूल बनाने की घोषणा की थी। इसके बाद आईडीए ने पिपलियाहाना में इसकी जगह चिन्हांकित की। 2012 में इसके निर्माण की रुपरेखा बनने लगी। शासन स्तर पर स्वीकृति, टेंडर व अन्य प्रक्रियाओं में 4 साल तक गए है। आइडीए को इसे बनाने का जिम्मा मिला टेंडर के बाद 2017 में निर्माण एजेंसी समृद्ध बिल्डकॉन ने काम शुरु किया। आइडीए की लापरवाही से समय सीमा में कंपनी ने काम पूरा नहीं किया। अभी भी पूल का अटका पड़ा है।
पूल का संचालन कौन करेगा
अंतरराष्ट्रीय स्विमिंग पूल को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। जानकारी अनुसार आइडीए इसका निर्माण तो कर रहा हैं, लेकिन इसे संचालित करने को लेकर आइडीए, खेल एवं युवक कल्याण विभाग और निगम में असमंजस बना हुआ है। ऐसे में तैराकी करने वाले खिलाडिय़ों को डर है कि पूल की स्थिति कहीं राजेंद्र नगर के ऑडिटोरियम जैसी न हो जाए। जहां सात करोड़ की लागत से बना ऑडिटोरियम उपयोगी सिद्ध नहीं हो रहा है। प्राधिकरण ने नवंबर 2017 में 22 करोड़ का अंतरराष्ट्रीय स्तर का पूल का निर्माण शुरु किया। करीब 13 करोड़ 97 लाख की लागत में कंस्ट््क्र्शन वर्क हो रहा हैं। 9 करोड़ में अंतरराष्ट्रीय मानकों के साधन-संसाधन लगने है। करीब 3.80 एकड़ का स्विङ्क्षमग कॉम्पलैक्स है। इसमें 1.61 एकड़ में दो बड़े व एक छोटा स्विङ्क्षमग पूल है।
अंतरराष्ट्रीय स्विमिंग पूल बनने के पहले चरण का काम 98 प्रतिशत पूरा हो गया है। अब दूसरे चरण का काम बाकी है, जो समय सीमा में पूरा करवाया जाएगा। स्विमिंग पूल बनने के बाद इसके संचालन का जिम्मा बोर्ड मीङ्क्षटग में तय होगा।
– जयपालसिंह चावड़ा अध्यक्ष आइडीए इंदौर



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