अंग्रेजों ने शुरू की शिक्षा में फीस वसूली, सरकार की योजनाएं Vote Bank के लिए नहीं- सीएम Yogi ने किया साफ
सीएम ने कहा कि देश की विडंबना रही है कि गुलामी के कालखंड में देश के गौरव को पूरी तरह समाप्त करने के प्रयास किए गए। बड़े-बड़े शिक्षा और आस्था के केंद्रों को नष्ट किया गया, जिससे भारतीय समाज अपने गौरव की अनुभूति न कर सके। इसके लिए हमारे स्वाभिमान को कुचला गया। आजादी का अमृत महोत्सव पहला ऐसा राष्ट्रीय पर्व है, जिसे पूरे देश ने मनाया और उसके साथ जुड़ा। पीएम नरेंद्र मोदी के एक आह्वान पर देश की 140 करोड़ की आबादी ने अपने-अपने घर पर तिरंगा लगाया और भारतीयता का एहसास दिलाया। भारतीयता का यही एहसास सदी की सबसे बड़ी महामारी कोविड के दौरान भी देखने को मिला। दुनिया के सबसे अच्छा कोरोना प्रबंधन का उदाहरण भारत ने दिया।
ताकि युवाओं को डिग्री के लिए भटकना न पड़े
योगी ने कहा कि पीएम स्किल मिशन का चौथा चरण शुरू होने जा रहा है। हमें अपने युवाओं को इसके लिए तैयार करना होगा। सारी योजनाओं को पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाना अनिवार्य है, ताकि डिग्री लेने के बाद युवाओं को भटकना न पड़े। विद्यार्थियों को समय से इन योजनाओं की जानकारी होने पर वे अपनी पढ़ाई के प्रथम वर्ष से ही स्टार्टअप स्थापित करने की तैयारी कर सकते हैं। आरएसएस के सह सरकार्यवाह गोपालकृष्ण ने कहा कि देश में पहले शिक्षा नि:शुल्क थी। अंग्रेजों ने शिक्षा के लिए फीस की व्यवस्था शुरू की। उन्होंने पूरे शिक्षा तंत्र की व्यवस्था ध्वस्त कर दी।
रविदास मंदिर में सीएम ने टेका मत्था
योगी ने रविवार सुबह संत रविदास जयंती पर वाराणसी में गोवर्धनपुर स्थित मंदिर में मत्था टेका। उन्होंने कहा कि ‘मन चंगा तो कठौती में गंगा’ कहकर संत रविदास ने समाज को कर्म का बड़ा ही व्यापक संदेश दिया। सीएम ने पीएम नरेंद्र मोदी का भेजा शुभकामना संदेश भी पढ़कर सुनाया।