️लोकसभा चुनाव 2024: आज आदर्श आचार संहिता हो सकती लागू, जानिए क्या होगा प्रभाव? ️ | Model Code of Conduct Lok Sabha Elections 2024 What You Need Know | News 4 Social
आचार संहिता के तहत, नए विकास कार्यों की शुरुआत नहीं हो पाएगी। पहले से शुरू हो चुके काम ही जारी रहेंगे। नए निर्माण कार्यों के लिए सरकारी महकमे टेंडर भी नहीं करा सकेंगे। इससे झांसी में बीडा के लिए नए गांवों की जमीन खरीद की प्रक्रिया भी प्रभावित हो सकती है।
परमिशन से होंगे जरूरी काम अपर जिलाधिकारी वरुण कुमार पांडेय ने बताया कि आचार संहिता के दौरान जरूरी कामों के लिए निर्वाचन आयोग की अनुमति ली जाएगी। आचार संहिता के मुख्य बिंदु:
– नए विकास कार्यों पर रोक। – पहले से शुरू हो चुके काम जारी रहेंगे। – नए निर्माण कार्यों के लिए टेंडर पर रोक। – बीडा के लिए जमीन खरीद पर रोक।
– जरूरी कामों के लिए निर्वाचन आयोग की अनुमति आवश्यक। चुनाव तिथियों की घोषणा: लोकसभा चुनाव 2024 की तारीखों का ऐलान होने की उम्मीद। आचार संहिता का प्रभाव: – सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल पर रोक।
– धरना-प्रदर्शन पर रोक।
– आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने पर जुर्माना।
आचार संहिता का उल्लंघन: आचार संहिता का उल्लंघन करने पर चुनाव आयोग द्वारा जुर्माना लगाया जा सकता है। गंभीर उल्लंघन के मामले में उम्मीदवार की उम्मीदवारी भी रद्द की जा सकती है।
आचार संहिता के तहत, नए विकास कार्यों की शुरुआत नहीं हो पाएगी। पहले से शुरू हो चुके काम ही जारी रहेंगे। नए निर्माण कार्यों के लिए सरकारी महकमे टेंडर भी नहीं करा सकेंगे। इससे झांसी में बीडा के लिए नए गांवों की जमीन खरीद की प्रक्रिया भी प्रभावित हो सकती है।
परमिशन से होंगे जरूरी काम अपर जिलाधिकारी वरुण कुमार पांडेय ने बताया कि आचार संहिता के दौरान जरूरी कामों के लिए निर्वाचन आयोग की अनुमति ली जाएगी। आचार संहिता के मुख्य बिंदु:
– नए विकास कार्यों पर रोक। – पहले से शुरू हो चुके काम जारी रहेंगे। – नए निर्माण कार्यों के लिए टेंडर पर रोक। – बीडा के लिए जमीन खरीद पर रोक।
– जरूरी कामों के लिए निर्वाचन आयोग की अनुमति आवश्यक। चुनाव तिथियों की घोषणा: लोकसभा चुनाव 2024 की तारीखों का ऐलान होने की उम्मीद। आचार संहिता का प्रभाव: – सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल पर रोक।
– धरना-प्रदर्शन पर रोक।
– आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने पर जुर्माना।
आचार संहिता का उल्लंघन: आचार संहिता का उल्लंघन करने पर चुनाव आयोग द्वारा जुर्माना लगाया जा सकता है। गंभीर उल्लंघन के मामले में उम्मीदवार की उम्मीदवारी भी रद्द की जा सकती है।