हॉलीवुड फिल्मों में महिलाओं को मिलीं सिर्फ 35 फीसदी बोलने वाली भूमिकाएं | Women got only 35 percent speaking roles in Hollywood films | News 4 Social h3>
77 फीसदी फिल्मों में पुरुषों की आवाज को प्रमुखता
शोधकर्ताओं ने 2023 में सबसे अधिक कमाई करने वाली फिल्मों के 2,200 पात्रों का भी अध्ययन किया है। अध्ययन में यह पाया गया है कि वर्ष 2023 की फिल्मों में केवल 35% बोलने वाली भूमिकाएं महिलाओं द्वारा निभाई गईं। हैरानी की बात यह है कि 2022 में बोलेने वाले महिला पात्रों की संख्या 37% थी। इस तरह 2023 में इनमें और कमी आई। अध्ययन के अनुसार, 2023 में सबसे अधिक कमाई करने वाली केवल 18% फिल्मों में पुरुष पात्रों की तुलना में महिलाओं को अधिक बात करते हुए दिखाया गया था और 77% फिल्मों में महिलाओं की तुलना में अधिक पुरुषों को बोलते हुए दिखाया गया था। महत्वपूर्ण भूमिकाओं में महिला पात्रों की संख्या 2022 में भी निराशाजनक रूप से 38% ही रही।
कम उम्र की महिलाओं को तवज्जो अध्यय में पाया गया कि 2023 में फिल्म की स्क्रीन पर महिला पात्र आम तौर पर पुरुषों की तुलना में कम उम्र के ही देखे गए। 40 साल से अधिक की महिलाओं की मौजूदगी में काफी गिरावट दर्ज की गई। स्क्रीन पर अधिकांश (52%) पुरुष पात्रों की उम्र 40 से अधिक थी। वहीं, केवल 28% महिला पात्रों की उम्र 40 से अधिक थी। सबसे कमाई कमाई करने वाली फिल्मों में 60 साल से अधिक उम्र की महिलाओं की मौजूदगी मात्र 7 फीसदी थी। अध्ययन में यह भी देखा गया कि पुरुषों की तुलना में महिला के पात्र कहीं अधिक मात्रा में शादीशुदा दिखाए गए हैं।
एशियन महिलाओं की मौजूदगी बढ़ी
अध्ययन के अनुसार 2023 में जहां लैटिन और अश्वेत महिलाओं का स्पेस फिल्मों में कम होते देखा गया वहीं एशियन और एशियन-अमरीकन महिलाओं की मौजूदगी बढ़ते देखी गई। लैटिन महिलाएं 2022 के 6.9 फीसदी की तुलना में 2022 में 6.3 फीसदी ही दिखीं, अश्वेत महिलाओं की मौजूदगी 18 फीसदी से घटकर 15.3 फीसदी रह गई। जबकि एशियन महिलाओं की मौजूदगी 8.1 से बढ़कर 9.2 फीसदी हो गई।
महिला लेखक और निदेशक की कमी भी एक वजह
2023 में जितनी फिल्में बनीं उनमें से सिर्फ 28 फीसदी महिला के परिप्रेक्ष्य से बनी थीं, जबकि 62 फीसदी फिल्मों में पुरुष ही नायक की भूमिका में थे। 2017 के बाद से बनी फिल्मों में महिला नायकों वाली फिल्मों की यह सबसे कम संख्या है। अध्ययन के अनुसार, इसका एक कारण यह हो सकता है कि इंडस्ट्री में महिला लेखकों और निदेशकों की काफी कमी है। यह देखा गया है कि, जिन फिल्मों कोई एक महिला निदेशक या लेखक हो, उनमें महिला नायक, महिलाओं के लिए अहम भूमिका और बोलते महिला पात्रों की संख्या अधिक होती है।
महिलाओं के लिए स्पेस नहीं बढ़ा 2023 में बार्बी हमारे सांस्कृतिक पटल पर काफी चर्चा में रही, इसलिए हमारा अनुमान था कि 2023 की फिल्मों में महिला पात्रों को ज्यादा स्पेस मिला होगा। पर 2023 में भी बोलने वाली भूमिकाओं में महिला पात्रों का कुल प्रतिशत, महिला नायकों की तरह ही कम हो गया।
– मार्था लॉजेन, निदेशक, टेलीविजन और फिल्म में महिला अध्ययन केंद्र
राजस्थान की और समाचार देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Rajasthan News
77 फीसदी फिल्मों में पुरुषों की आवाज को प्रमुखता
शोधकर्ताओं ने 2023 में सबसे अधिक कमाई करने वाली फिल्मों के 2,200 पात्रों का भी अध्ययन किया है। अध्ययन में यह पाया गया है कि वर्ष 2023 की फिल्मों में केवल 35% बोलने वाली भूमिकाएं महिलाओं द्वारा निभाई गईं। हैरानी की बात यह है कि 2022 में बोलेने वाले महिला पात्रों की संख्या 37% थी। इस तरह 2023 में इनमें और कमी आई। अध्ययन के अनुसार, 2023 में सबसे अधिक कमाई करने वाली केवल 18% फिल्मों में पुरुष पात्रों की तुलना में महिलाओं को अधिक बात करते हुए दिखाया गया था और 77% फिल्मों में महिलाओं की तुलना में अधिक पुरुषों को बोलते हुए दिखाया गया था। महत्वपूर्ण भूमिकाओं में महिला पात्रों की संख्या 2022 में भी निराशाजनक रूप से 38% ही रही।
कम उम्र की महिलाओं को तवज्जो अध्यय में पाया गया कि 2023 में फिल्म की स्क्रीन पर महिला पात्र आम तौर पर पुरुषों की तुलना में कम उम्र के ही देखे गए। 40 साल से अधिक की महिलाओं की मौजूदगी में काफी गिरावट दर्ज की गई। स्क्रीन पर अधिकांश (52%) पुरुष पात्रों की उम्र 40 से अधिक थी। वहीं, केवल 28% महिला पात्रों की उम्र 40 से अधिक थी। सबसे कमाई कमाई करने वाली फिल्मों में 60 साल से अधिक उम्र की महिलाओं की मौजूदगी मात्र 7 फीसदी थी। अध्ययन में यह भी देखा गया कि पुरुषों की तुलना में महिला के पात्र कहीं अधिक मात्रा में शादीशुदा दिखाए गए हैं।
एशियन महिलाओं की मौजूदगी बढ़ी
अध्ययन के अनुसार 2023 में जहां लैटिन और अश्वेत महिलाओं का स्पेस फिल्मों में कम होते देखा गया वहीं एशियन और एशियन-अमरीकन महिलाओं की मौजूदगी बढ़ते देखी गई। लैटिन महिलाएं 2022 के 6.9 फीसदी की तुलना में 2022 में 6.3 फीसदी ही दिखीं, अश्वेत महिलाओं की मौजूदगी 18 फीसदी से घटकर 15.3 फीसदी रह गई। जबकि एशियन महिलाओं की मौजूदगी 8.1 से बढ़कर 9.2 फीसदी हो गई।
महिला लेखक और निदेशक की कमी भी एक वजह
2023 में जितनी फिल्में बनीं उनमें से सिर्फ 28 फीसदी महिला के परिप्रेक्ष्य से बनी थीं, जबकि 62 फीसदी फिल्मों में पुरुष ही नायक की भूमिका में थे। 2017 के बाद से बनी फिल्मों में महिला नायकों वाली फिल्मों की यह सबसे कम संख्या है। अध्ययन के अनुसार, इसका एक कारण यह हो सकता है कि इंडस्ट्री में महिला लेखकों और निदेशकों की काफी कमी है। यह देखा गया है कि, जिन फिल्मों कोई एक महिला निदेशक या लेखक हो, उनमें महिला नायक, महिलाओं के लिए अहम भूमिका और बोलते महिला पात्रों की संख्या अधिक होती है।
महिलाओं के लिए स्पेस नहीं बढ़ा 2023 में बार्बी हमारे सांस्कृतिक पटल पर काफी चर्चा में रही, इसलिए हमारा अनुमान था कि 2023 की फिल्मों में महिला पात्रों को ज्यादा स्पेस मिला होगा। पर 2023 में भी बोलने वाली भूमिकाओं में महिला पात्रों का कुल प्रतिशत, महिला नायकों की तरह ही कम हो गया।
– मार्था लॉजेन, निदेशक, टेलीविजन और फिल्म में महिला अध्ययन केंद्र