हिंदू फैमिली के डर से गौरी ने शाहरुख का नाम रख दिया था अभिनव, धर्म के अंतर ने बढ़ा दी थी चिंता
गौरी बोलीं- शाहरुख का नाम बदलना बचकानी हरकत थी
Gauri Khan और शाहरुख ने साल 1991 में शादी की थी। तब गौरी की उम्र 21 साल थी और शाहरुख की 26 साल। गौरी ने शो ‘फर्स्ट लेडीज’ में अबू जानी और संदीप खोसला को बताया, ‘हम तब बहुत ही कम उम्र के थे और ऐसे में शादी करने का फैसला लेना और वो भी एक ऐसे लड़के से जो फिल्मों में काम करने जा रहा है, और तो और वो एक अलग धर्म से है। आप समझ सकते हैं कि यह तब कितनी बड़ी बात थी।’ गौरी उन दिनों को याद करते हुए बताती हैं कि उन्होंने Shah Rukh Khan का नाम बदलकर अभिनव रख दिया था, ताकि माता-पिता को लगे कि वह हिंदू हैं। वह कहती हैं, ‘हमने उसका नाम बदलकर अभिनव रख दिया, ताकि पैरेंट्स को लगे कि वह एक हिंदू लड़का है, लेकिन असल में यह बहुत ही बचकानी और बेवकूफी वाली हरकत थी।’
1991 में हुई शादी और फिर तीन बच्चों का जन्म
गौरी और शाहरुख कॉलेज के दिनों से साथ हैं। शादी से पहले उन्होंने कुछ साल तक डेटिंग भी की। साल 1991 में शादी के बाद शाहरुख ने 1992 में ‘दीवाना’ फिल्म से बॉलीवुड में डेब्यू किया। इससे पहले वह टीवी पर ‘फौजी’ और ‘सर्कस’ जैसे टीवी शोज में काम कर चुके थे। शादी के छह साल बाद 2007 में बेटे आर्यन खान का जन्म हुआ। इसके बाद 2000 में बेटी सुहाना पैदा हुई और फिर 2013 में सरोगेसी के जरिए इस कपल के तीसरे बच्चे अबराम का जन्म हुआ।
दिवाली पर गौरी तो ईद पर शाहरुख बनते हैं घर के लीडर
शाहरुख और गौरी की सबसे अच्छी बात यह है कि अलग-अलग धर्मों के होने के बावजूद दोनों के दिल में दोनों के धर्मों के लिए गजब का सम्मान है। उनके तीनों बच्चे भी माता और पिता दोनों के धर्मों को बराबर मानते हैं। गौरी बताती हैं, ‘जब दिवाली आती है, तो मैं पूजा करती हूं और बाकी घरवाले मेरा साथ देते हैं। इसी तरह ईद के मौके पर शाहरुख लीड करते हैं और हम सब उन्हें फॉलो करते हैं। मुझे लगता है कि यह सब बहुत खूबसूरत बात है कि हमारे बच्चे दोनों धर्मों को मानते हैं।’
शाहरुख खान से पूछते हैं बच्चे- हमारा धर्म क्या है?
साल 2013 में इसी तरह ‘आउटलुक टर्निंग पॉइंट्स’ से बात करते हुए शाहरुख खान ने अपने बच्चों के धर्म के बारे में बात की थी। शाहरुख कहते हैं, ‘मेरे बच्चे कभी-कभी मुझसे पूछते हैं कि वो किस धर्म के हैं, और एक अच्छे हिंदी फिल्म हीरो की तरह मैं अपनी आंखें आसमान की ओर करता हूं और बड़े ही दार्शनिक अंदाज में उनसे कहता हूं कि तुम सबसे पहले एक भारतीय हो, तुम्हारा धर्म मानवता है। फिर मैं उन्हें पुराना हिंदी गाना सुनाता हूं- तू हिंदू बनेगा न मुसलमान बनेगा, इंसान की औलाद है इंसान बनेगा।’