हाथों में मेहंदी सजाए रही दुल्हन, नहीं आई बारात: बाराबंरी से सीतापुर आनी थी बारात, लड़की पक्ष ने थाने में की शिकायत – Mahmoodabad News h3>
दीपक गुप्ता | महमूदाबाद7 मिनट पहले
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बारात नहीं आने के बाद घर में जुटी महिलाएं।
सीतापुर के महमूदाबाद तहसील के सदरपुर थाना क्षेत्र के एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने सामाजिक मर्यादाओं को तार-तार कर दिया। एक गांव की युवती का विवाह बाराबंकी जिले के डिगवा निवासी युवक के साथ तय किया था।
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9 मई को युवक को बारात लेकर पहुंचना था, जिसके लिए वधू पक्ष ने लाखों रुपये खर्च कर सभी तैयारियां पूरी कर ली थीं। मगर, वैवाहिक कार्यक्रम के समय तक बारात नहीं पहुंची। वधू पक्ष ने वर पक्ष से संपर्क किया तो जवाब मिला कि वे बारात नहीं लाएंगे। इस घटना ने वधू पक्ष को आर्थिक और सामाजिक रूप से गहरा आघात पहुंचाया।
घर के बाहर जमा हुए गांव के लोग।
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युवती के भाई ने शुक्रवार को रात 8 बजे के करीब सदरपुर थाने में तहरीर देकर बताया कि वर पक्ष ने अचानक बारात लाने से इनकार कर दिया, जिससे उनकी सामाजिक प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची और लाखों रुपये का नुकसान हुआ। भाई ने बाराबंकी के मोहम्मदपुर खाला थाने में भी शिकायत की, मगर वहां पुलिस ने कोई सहायता नहीं की। यह घटना क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गई है, और लोग वर पक्ष के इस व्यवहार पर सवाल उठा रहे हैं।
सगाई और तिलक के बाद क्यों टूटी शादी :
युवती और युवक की सगाई महमूदाबाद के संकटा देवी धाम में धूमधाम से हुई थी। इसके बाद वधू पक्ष ने बाराबंकी जाकर तिलक समारोह भी संपन्न किया। रस्में पूरी होने के बाद 9 मई को बारात आनी थी, मगर वर पक्ष ने बिना कोई कारण बताए बारात लाने से मना कर दिया। युवती के भाई ने वर पक्ष से कई बार संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला।
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बारात के इंतजार में लगा टेंट।
सामाजिक नुकसान से टूटा परिवार :
वधू पक्ष ने शादी की तैयारियों में लाखों रुपये खर्च किए थे। मेहमानों के स्वागत, मंडप सजावट और अन्य इंतजामों के बाद बारात न आने से परिवार की सामाजिक प्रतिष्ठा को गहरा धक्का लगा। युवती के भाई ने बताया कि उनकी बहन के भविष्य और परिवार के सम्मान पर गहरा आघात हुआ है। सदरपुर थाने में दी गई तहरीर में उन्होंने वर पक्ष के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
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दीपक गुप्ता | महमूदाबाद7 मिनट पहले
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बारात नहीं आने के बाद घर में जुटी महिलाएं।
सीतापुर के महमूदाबाद तहसील के सदरपुर थाना क्षेत्र के एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने सामाजिक मर्यादाओं को तार-तार कर दिया। एक गांव की युवती का विवाह बाराबंकी जिले के डिगवा निवासी युवक के साथ तय किया था।
9 मई को युवक को बारात लेकर पहुंचना था, जिसके लिए वधू पक्ष ने लाखों रुपये खर्च कर सभी तैयारियां पूरी कर ली थीं। मगर, वैवाहिक कार्यक्रम के समय तक बारात नहीं पहुंची। वधू पक्ष ने वर पक्ष से संपर्क किया तो जवाब मिला कि वे बारात नहीं लाएंगे। इस घटना ने वधू पक्ष को आर्थिक और सामाजिक रूप से गहरा आघात पहुंचाया।
घर के बाहर जमा हुए गांव के लोग।
युवती के भाई ने शुक्रवार को रात 8 बजे के करीब सदरपुर थाने में तहरीर देकर बताया कि वर पक्ष ने अचानक बारात लाने से इनकार कर दिया, जिससे उनकी सामाजिक प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची और लाखों रुपये का नुकसान हुआ। भाई ने बाराबंकी के मोहम्मदपुर खाला थाने में भी शिकायत की, मगर वहां पुलिस ने कोई सहायता नहीं की। यह घटना क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गई है, और लोग वर पक्ष के इस व्यवहार पर सवाल उठा रहे हैं।
सगाई और तिलक के बाद क्यों टूटी शादी :
युवती और युवक की सगाई महमूदाबाद के संकटा देवी धाम में धूमधाम से हुई थी। इसके बाद वधू पक्ष ने बाराबंकी जाकर तिलक समारोह भी संपन्न किया। रस्में पूरी होने के बाद 9 मई को बारात आनी थी, मगर वर पक्ष ने बिना कोई कारण बताए बारात लाने से मना कर दिया। युवती के भाई ने वर पक्ष से कई बार संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला।
बारात के इंतजार में लगा टेंट।
सामाजिक नुकसान से टूटा परिवार :
वधू पक्ष ने शादी की तैयारियों में लाखों रुपये खर्च किए थे। मेहमानों के स्वागत, मंडप सजावट और अन्य इंतजामों के बाद बारात न आने से परिवार की सामाजिक प्रतिष्ठा को गहरा धक्का लगा। युवती के भाई ने बताया कि उनकी बहन के भविष्य और परिवार के सम्मान पर गहरा आघात हुआ है। सदरपुर थाने में दी गई तहरीर में उन्होंने वर पक्ष के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।