हरियाणा: बिल्डरों से करोड़ों रुपये लिए, रिश्वत के पैसों से खरीदा प्लॉट… 6 दिन की रिमांड पर CBI का पूर्व जज
गुरुग्राम: बिल्डर कंपनी के डायरेक्टरों से कॉल पर बात की रेकॉर्डिंग के पुख्ता सबूत समेत अन्य सबूतों के आधार पर पंचकूला स्पेशल कोर्ट के निलंबित जज सुधीर परमार को ईडी ने अरेस्ट कर लिया है। शुक्रवार को उन्हें अदालत में पेश किया गया। जहां कोर्ट ने पूर्व जज को 6 दिन की ईडी रिमांड पर भेज दिया। उन पर आरोप है कि केस में मदद देने के नाम पर आइरियो बिल्डर कंपनी के एमडी ललित गोयल और एम3एम के डायरेक्टरों से करोड़ों रुपये लिए। ईडी ने अपनी जांच में भ्रष्टाचार की ये राशि होने का लिंक भी ढूंढ निकाला है। ईडी के आधिकारिक सूत्र ने बताया कि पंचकूला स्पेशल कोर्ट के निलंबित जज सुधीर परमार की मां पुष्पा देवी के खाते में भी अगस्त 2022 से मार्च 2023 के बीच 54 लाख रुपये आए। ये रुपये आर साई ट्रांसपोर्ट कंपनी की ओर से इनके खाते में ट्रांसफर किए गए। इतना ही नहीं इसी कंपनी की ओर से जज सुधीर परमार के भाई परमवीर परमार के खाते में भी 36 लाख रुपये ट्रांसफर हुए। जज के रिश्तेदार अजय परमार ने भी अक्टूबर 2022 से मार्च 2023 के बीच जज की मां पुष्पा देवी के खाते में 41 लाख रुपये ट्रांसफर किए। अजय परमार के खाते में एम3एम बिल्डर से आई सैलरी के अलावा आए ये 41 लाख रुपये भी आर साई ट्रांसपोर्ट कंपनी की ओर से आए।
रिश्वत के रुपयों से खरीदा प्लॉट और जमीन
ईडी की जांच में ये भी पता चला कि रिश्वत के रुपयों से निलंबित जज सुधीर परमार की मां पुष्पा देवी के नाम से प्लॉट और जमीन खरीदी गई। सेक्टर-82 के वाटिका सिग्नेचर एवेन्यू में प्लॉट नंबर 78बी की रजिस्ट्री महिला पुष्पा देवी के नाम पर हुई। जज के रिश्तेदार अजय परमार ने भी रोहित तोमर नामक व्यक्ति के साथ साझेदारी में सवा एकड़ जमीन पटौदी रोड पर 1 करोड़ रुपये में खरीदी। इन प्रॉपर्टी की कीमत करीब 5 करोड़ रुपये से भी अधिक है। इससे साफ है कि एसीबी ने जो एफआईआर में 5 करोड़ रुपये लेने के आरोप लगाए हैं वे सही हैं।
कोर्ट में चल रही थी जांच, परिवार के खाते में आ रहे थे रुपये
ईडी के आधिकारिक सूत्र ने बताया कि अजय परमार, परमवीर परमार और पुष्पा देवी के बैंक खातों में 6 महीने के दौरान 1 करोड़ 30 लाख रुपये आए। अगस्त 2022 से मार्च 2023 के बीच ये रुपये आए। ईडी अधिकारी ने दावा किया कि ये वही अवधि थी जब आइरियो ग्रुप के खिलाफ प्रॉसिक्यूशन कंप्लेंट जज सुधीर परमार की कोर्ट में चार्ज फ्रेम के लिए पेंडिंग थी।
7 अप्रैल को एफआईआर दर्ज की गई थी
करप्शन एक्ट व साजिश की धाराओं में ये एफआईआर दर्ज हुई। जिसके बाद पंचकूला स्पेशल कोर्ट के जज सुधीर परमार को निलंबित किया गया। आरोप है कि निलंबित जज ने एम3एम व आइरियो बिल्डर से सांठगांठ अपने परिचित अजय परमार के जरिए की। अजय परमार उर्फ अमृत को एम3एम कंपनी में लीगल एडवाइजर के पद पर नौकरी दिलाई। उसकी सैलरी पहले 12 लाख रुपये सालाना तय की गई थी, लेकिन बाद में करीब 20 लाख रुपये कर दी गई थी।
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रिश्वत के रुपयों से खरीदा प्लॉट और जमीन
ईडी की जांच में ये भी पता चला कि रिश्वत के रुपयों से निलंबित जज सुधीर परमार की मां पुष्पा देवी के नाम से प्लॉट और जमीन खरीदी गई। सेक्टर-82 के वाटिका सिग्नेचर एवेन्यू में प्लॉट नंबर 78बी की रजिस्ट्री महिला पुष्पा देवी के नाम पर हुई। जज के रिश्तेदार अजय परमार ने भी रोहित तोमर नामक व्यक्ति के साथ साझेदारी में सवा एकड़ जमीन पटौदी रोड पर 1 करोड़ रुपये में खरीदी। इन प्रॉपर्टी की कीमत करीब 5 करोड़ रुपये से भी अधिक है। इससे साफ है कि एसीबी ने जो एफआईआर में 5 करोड़ रुपये लेने के आरोप लगाए हैं वे सही हैं।
कोर्ट में चल रही थी जांच, परिवार के खाते में आ रहे थे रुपये
ईडी के आधिकारिक सूत्र ने बताया कि अजय परमार, परमवीर परमार और पुष्पा देवी के बैंक खातों में 6 महीने के दौरान 1 करोड़ 30 लाख रुपये आए। अगस्त 2022 से मार्च 2023 के बीच ये रुपये आए। ईडी अधिकारी ने दावा किया कि ये वही अवधि थी जब आइरियो ग्रुप के खिलाफ प्रॉसिक्यूशन कंप्लेंट जज सुधीर परमार की कोर्ट में चार्ज फ्रेम के लिए पेंडिंग थी।
7 अप्रैल को एफआईआर दर्ज की गई थी
करप्शन एक्ट व साजिश की धाराओं में ये एफआईआर दर्ज हुई। जिसके बाद पंचकूला स्पेशल कोर्ट के जज सुधीर परमार को निलंबित किया गया। आरोप है कि निलंबित जज ने एम3एम व आइरियो बिल्डर से सांठगांठ अपने परिचित अजय परमार के जरिए की। अजय परमार उर्फ अमृत को एम3एम कंपनी में लीगल एडवाइजर के पद पर नौकरी दिलाई। उसकी सैलरी पहले 12 लाख रुपये सालाना तय की गई थी, लेकिन बाद में करीब 20 लाख रुपये कर दी गई थी।