हरियाणा के 5 लाख किसानों के लिए अच्छी खबर: सरकार ने डेली प्रति क्विंटल सरसों खरीद की लिमिट बढ़ाई; 6 सवाल-जवाब में जानें फायदा – Rewari News

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हरियाणा के 5 लाख किसानों के लिए अच्छी खबर:  सरकार ने डेली प्रति क्विंटल सरसों खरीद की लिमिट बढ़ाई; 6 सवाल-जवाब में जानें फायदा – Rewari News

हरियाणा के 5 लाख किसानों के लिए अच्छी खबर: सरकार ने डेली प्रति क्विंटल सरसों खरीद की लिमिट बढ़ाई; 6 सवाल-जवाब में जानें फायदा – Rewari News

सरकार के सरसों खरीद के नए आदेश लागू कर दिए गए हैं। – फाइल फोटो

हरियाणा सरकार ने किसानों से डेली सरसों खरीद की लिमिट बढ़ा दी है। अब एक किसान से एक दिन में 25 क्विंटल के बजाय 40 क्विंटल सरसों खरीदी जाएगी। इस संबंध में कृषि एवं किसान कल्याण विभाग ने खरीद एजेंसियों को चिट्‌ठी जारी कर दी है।

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सरकार के इस फैसले से किसानों को क्या और कैसे फायदा होगा?। कुल किसान लाभ के दायरे में आएंगे। 6 सवाल-जवाब से पढ़िए

1.सवाल: हरियाणा में कितने क्षेत्र में सरसों की खेती होती है? जवाब: सरकार खरीद से पहले किसानों से मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर क्षेत्रफल को दर्ज कराती है। इसके मुताबिक राज्य के 17 लाख 52 हजार 580 एकड़ में सरसों की फसल होती है।

2.सवाल: किन जिलों में सबसे ज्यादा सरसों की फसल होती है?। जवाब: सरसों की फसल ज्यादा दक्षिणी हरियाणा में होती है। जिसमें सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी, चरखीदादरी, झज्जर, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, गुरुग्राम व नूंह शामिल हैं।

3.सवाल: पहले सरसों की खरीद कैसे होती थी? जवाब: सरकार ने पहले एक किसान से रोजाना 25 क्विंटल सरसों की खरीद लिमिट तय की थी। अगर किसान मंडी में 30 क्विंटल सरसों लाया तो उससे 25 क्विंटल ही खरीद होती थी। बकाया 5 किलो बेचने के लिए फिर से नंबर आने का इंतजार करना होता था।

4.सवाल: कम लिमिट से किसानों को क्या परेशानी हो रही थी? जवाब: सरकार ने सरसों की बिक्री के लिए गांव के हिसाब से रोटेशन बना रखे थे। ऐसे में अगर किसी के पास 25 क्विंटल से ज्यादा 5 क्विंटल भी सरसों बच जाती तो उसे लंबा इंतजार करना पड़ता। उसे फिर बिक्री के लिए ट्रांसपोर्ट का खर्च भी उठाना पड़ता। ऐसी सूरत में मजबूरी में वह आढ़ती को सस्ते दाम पर सरसों बेचकर चला जाता था। जिससे उसे नुकसान उठाना पड़ता था।

5.सवाल: नए आदेश से क्या लाभ होगा? जवाब: सरकार ने नए आदेश में एक किसान की एक दिन में 40 क्विंटल सरसों की खरीद का फैसला किया है। ऐसी स्थिति में अब ज्यादातर किसानों की सरसों एक ही दिन में बिक जाएगी। एक एकड़ में औसतन 8 से 10 क्विंटल तक सरसों उत्पादन होता है। अगर ऐसे में किसी किसान ने 3 एकड़ से अधिक रकबे में सरसों की फसल उगा रखी है तो उसे बेचने के लिए एक बार फिर से मंडी में लेकर जाना पड़ता था।

6.सवाल: सरसों की खेती से कितने किसान जुड़े हैं, जिन्हें इसका फायदा होगा। जवाब: कृषि विभाग के आंकड़ों की मानें तो राजस्थान बॉर्डर से सटे 10 जिलों के करीब 5 लाख किसानों को इसका फायदा होगा, जो सरसों की खेती से जुड़े हैं।

DEMO बोले- नए आदेश से होगी खरीद

इस बारे में रेवाड़ी के मार्केटिंग बोर्ड के जिला विपणन पर्वतन ऑफिसर सत्यप्रकाश ने बताया कि अब नए आदेश अनुसार सरसों की खरीद होगी। जो किसान सरसों लेकर आएगा, उसका गेट पर टोकन मिलेगा, वहां से पास होने के बाद सरसों मंडी में आएगी।

नोट: आंकड़े कृषि एवं कल्याण विभाग की ओर से उपलब्ध करवाए गए हैं।

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