स्विगी ने AI-पावर्ड ऐप ‘पिंग’ लॉन्च किया: यूजर्स को हेल्थ एक्सपर्ट्स, फाइनेंशियल एडवाइजर जैसी कई प्रोफेशनल सर्विसेज मिलेंगी h3>
Advertising
नई दिल्ली2 घंटे पहले
Advertising
- कॉपी लिंक
फूड डिलीवरी एंड क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म स्विगी ने एक AI-पावर्ड ऐप ‘पिंग'(Pyng) लॉन्च किया है। इस ऐप से हाइपरलोकल डिलीवरी प्लेयर की प्रोफेशनल सर्विसेज में एंट्री हो गई है। मंगलवार 15 अप्रैल को स्विगी ने इस बात की जानकारी दी है।
Advertising
स्विगी ने पिंग को एक ऑनलाइन मार्केटप्लेस बताया है। इस ऐप को शहर के कंज्यूमर्स की बढ़ती, लेकिन पूरी न हो पाने वाली मांगों को पूरा करने के लिए डिजाइन किया गया है।
Advertising
यह ऐप ग्राहकों को हेल्थ एंड वेलनेस एक्सपर्ट्स, फाइनेंशियल एडवाइजर, एस्ट्रोलॉजर एंड स्पिरिचुअल एक्सपर्ट्स, इवेंट प्लानर एंड एंटरटेनर्स, ट्रेवल एंड लाइफस्टाइल एक्सपर्ट्स और एजुकेशन एंड स्किल ट्रेनर्स समेत कई वेरिफाइड प्रोफेशनल्स से जुड़ने में मदद करेगा।
मनी-बैक गारंटी भी देगा पिंग ऐप
Advertising
स्विगी ने कहा कि वह एडवांस AI, एक्सपर्ट्स के एक क्यूरेटेड नेटवर्क और कस्टमर-सेंट्रिक अप्रोच का लाभ उठाएगा, ताकि वेरिफाइड प्रोफेशनल्स तक ज्यादा एफिशिएंट और डिपेंडेबल पहुंच प्रदान की जा सके।
स्विगी ने कहा कि अगर यूजर को सर्विस में कोई खास फायदा नहीं मिलता है, तो पिंग मनी-बैक गारंटी भी देगा। AI पावर पिंग सिक्योर, स्पैम फ्री एनवायरनमेंट में वेरिफाइड प्रोफेशनल्स की क्विक और सीमलेस डिस्कवरी को सक्षम करके यूजर की लाइफ को आसान बनाता है।
ऐप में स्मार्ट AI असिस्टेंट भी होगा
ऐप में स्मार्ट AI असिस्टेंट भी होगा, जो यूजर के सवालों को समझेगा और सबसे रिलेवेंट प्रोफेशनल बताएगा। स्विगी ने कहा कि इस साल की शुरुआत में अपना सेलर ऐप लॉन्च करने वाली पिंग ने तेजी से प्रोफेशनल को अपने साथ जोड़ा है।
100 से ज्यादा स्पेशलाइजेशन में 1000 से ज्यादा प्रोफेशनल के साथ पिंग का टारगेट कंज्यूमर को कई तरह के एक्सपर्ट्स से जोड़कर प्रोफेशनल एडवाइस तक पहुंचने के तरीके को बदलना है। स्विगी ने हाल ही में SNACC, SwigL, इंस्टामार्ट, स्विगी मिनीज समेत कई ऐप्स लॉन्च किए हैं।
तीसरी तिमाही में स्विगी को ₹799 करोड़ का घाटा
स्विगी को वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही में 799 करोड़ रुपए का नुकसान (कॉन्सोलिडेटेड नेट लॉस) हुआ है। पिछले साल की समान तिमाही में कंपनी को 574 करोड़ रुपए का लॉस हुआ था। सालाना आधार पर कंपनी का नुकसान 39% बढ़ा है।
अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में कंपनी का ऑपरेशन से रेवेन्यू 31% बढ़कर 3,993 करोड़ रुपए रहा। पिछले साल की समान तिमाही यानी अक्टूबर-दिसंबर 2023-24 में कंपनी ने 3,049 करोड़ रुपए का रेवेन्यू जनरेट किया था। वस्तुओं और सेवाओं को बेचने से होने वाली कमाई को रेवेन्यू या राजस्व कहा जाता है।
खबरें और भी हैं…
BUSINESS की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – BUSINESS
News
नई दिल्ली2 घंटे पहले
- कॉपी लिंक
फूड डिलीवरी एंड क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म स्विगी ने एक AI-पावर्ड ऐप ‘पिंग'(Pyng) लॉन्च किया है। इस ऐप से हाइपरलोकल डिलीवरी प्लेयर की प्रोफेशनल सर्विसेज में एंट्री हो गई है। मंगलवार 15 अप्रैल को स्विगी ने इस बात की जानकारी दी है।
स्विगी ने पिंग को एक ऑनलाइन मार्केटप्लेस बताया है। इस ऐप को शहर के कंज्यूमर्स की बढ़ती, लेकिन पूरी न हो पाने वाली मांगों को पूरा करने के लिए डिजाइन किया गया है।
यह ऐप ग्राहकों को हेल्थ एंड वेलनेस एक्सपर्ट्स, फाइनेंशियल एडवाइजर, एस्ट्रोलॉजर एंड स्पिरिचुअल एक्सपर्ट्स, इवेंट प्लानर एंड एंटरटेनर्स, ट्रेवल एंड लाइफस्टाइल एक्सपर्ट्स और एजुकेशन एंड स्किल ट्रेनर्स समेत कई वेरिफाइड प्रोफेशनल्स से जुड़ने में मदद करेगा।
मनी-बैक गारंटी भी देगा पिंग ऐप
स्विगी ने कहा कि वह एडवांस AI, एक्सपर्ट्स के एक क्यूरेटेड नेटवर्क और कस्टमर-सेंट्रिक अप्रोच का लाभ उठाएगा, ताकि वेरिफाइड प्रोफेशनल्स तक ज्यादा एफिशिएंट और डिपेंडेबल पहुंच प्रदान की जा सके।
स्विगी ने कहा कि अगर यूजर को सर्विस में कोई खास फायदा नहीं मिलता है, तो पिंग मनी-बैक गारंटी भी देगा। AI पावर पिंग सिक्योर, स्पैम फ्री एनवायरनमेंट में वेरिफाइड प्रोफेशनल्स की क्विक और सीमलेस डिस्कवरी को सक्षम करके यूजर की लाइफ को आसान बनाता है।
ऐप में स्मार्ट AI असिस्टेंट भी होगा
ऐप में स्मार्ट AI असिस्टेंट भी होगा, जो यूजर के सवालों को समझेगा और सबसे रिलेवेंट प्रोफेशनल बताएगा। स्विगी ने कहा कि इस साल की शुरुआत में अपना सेलर ऐप लॉन्च करने वाली पिंग ने तेजी से प्रोफेशनल को अपने साथ जोड़ा है।
100 से ज्यादा स्पेशलाइजेशन में 1000 से ज्यादा प्रोफेशनल के साथ पिंग का टारगेट कंज्यूमर को कई तरह के एक्सपर्ट्स से जोड़कर प्रोफेशनल एडवाइस तक पहुंचने के तरीके को बदलना है। स्विगी ने हाल ही में SNACC, SwigL, इंस्टामार्ट, स्विगी मिनीज समेत कई ऐप्स लॉन्च किए हैं।
तीसरी तिमाही में स्विगी को ₹799 करोड़ का घाटा
स्विगी को वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही में 799 करोड़ रुपए का नुकसान (कॉन्सोलिडेटेड नेट लॉस) हुआ है। पिछले साल की समान तिमाही में कंपनी को 574 करोड़ रुपए का लॉस हुआ था। सालाना आधार पर कंपनी का नुकसान 39% बढ़ा है।
अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में कंपनी का ऑपरेशन से रेवेन्यू 31% बढ़कर 3,993 करोड़ रुपए रहा। पिछले साल की समान तिमाही यानी अक्टूबर-दिसंबर 2023-24 में कंपनी ने 3,049 करोड़ रुपए का रेवेन्यू जनरेट किया था। वस्तुओं और सेवाओं को बेचने से होने वाली कमाई को रेवेन्यू या राजस्व कहा जाता है।
News