सुम्बुल, सौंंदर्या और अब टीना, अब्दु नहीं शालीन भनोट येड़ा बनकर खा रहे पेड़ा, नो उल्लू बनाेइंग! h3>
‘मेरा कोई भी प्यार नहीं है एक्चुली। कोई भी प्यार नहीं है। टीना दोस्त है। अच्छी दोस्त है। प्यार होना बहुत दूर की बात है…।’ बीते एपिसोड में जब शालीन भनोट के मुंह से ये लाइनें सुनी तो एक बारगी कानों पर यकीन नहीं हुआ। वीडियो को बैकवर्ड किया और फिर से सुना। हां। यही बोला था उसने। एक-एक शब्द जुबान पर चढ़ गए। एक-एक इमेज सामने आने लगी। बिग बॉस के घर में एंट्री करने के दो दिन बाद ही शालीन को टीना की आंखों में खोया हुआ देखा। टीना से बात करते समय उनका शर्म से लाल हो जाना याद आने लगा। इमोशनल होकर, दिल पर हाथ रखकर उन्हें अपनी अंगूठी पहनाते हुए देखा। कई दफा उन्हें इशारों में ये कहते पाया कि ‘बहुत सीरियस हूं। बाहर जाकर इस रिश्ते को आगे बढ़ाना चाहता हूं। मेरा यकीन करो। मैं करीब आने लगा हूं। मैं दिल के मामले में बहुत कमजोर हूं। यहीं पर सबकुछ हार जाता हूं।’
यहां तक तो सबकुछ ठीक था। शालीन भनोट (Shalin Bhanot Bigg Boss 16) बीते एपिसोड में दिन में टीना से अपने दिल कुछ ऐसा ही हाल बयां कर रहे थे। लेकिन रात होते-होते उनके शब्द बदल गए! अब समझ नहीं आ रहा है कि कौन से वाले शालीन पर यकीन करें! जो दिन में टीना के आगे-पीछे घूमता है या फिर वो जिसके रात में सुर बदल जाते हैं। क्या सलमान खान, शिव ठाकरे और गौतम विज की वो बात सही साबित हो रही है कि ‘तुम ऑनस्क्रीन एक्टिंग करते हो और ऑफस्क्रीन भी’। शो में अब्दू रोजिक नहीं, बल्कि शालीन भनोट येड़ा बनकर पेड़ा खा रहे हैं…। कैसे, परत खोलते हैं।
सुम्बुल तौकीर खान और ‘प्रेम कहानी’
शुरुआत से ही शुरू कर लेते हैं। क्योंकि बीच या आखिरी से शुरू करेंगे तो आपके पल्ले कुछ नहीं पड़ेगा। आपके मतलब, यूजर्स के। फैंस के। क्योंकि शालीन भनोट पर इन दिनों ये लाइन सटीक बैठ रही है, ‘न ही दिल में आते हैं और न ही समझ में।’ इसकी शुरुआत हुई सुम्बुल तौकीर खान (Sumbul Touqeer) से। इनकी प्रेम कहानी। अरे सॉरी सॉरी…’दोस्ती’। हां तो इनकी ‘दोस्ती’ पहले दिन शुरू हुई और दूसरे दिन खत्म हो गई। लेकिन इसने शालीन भनोट का ऐसा चेहरा दिखाया, जिसके बाद लोगों को समझ आने लगा कि ये आदमी फेक है। सिर्फ स्वांग रच रहा है। सिर्फ दिखावा कर रहा है। उसने उन चीजों को बढ़ावा दिया, जिससे सुम्बुल की इमेज मटियामेट हो गई। और ऐसे बिहेव करते थे, जैसे ‘मैं तो बच्चा हूं, मुझे कुछ नहीं पता, ये सब क्या हो रहा है।’ अरे भाई। तुम 40 साल के हो। जिंदगी के 40 बसंत देखे हैं तुमने। रिश्ते में रहो हो। बच्चा भी है। बाप हो तुम। खैर। ये बात उन्हें तब थोड़ी समझ आई, जब वीकेंड का वार में सलमान खान ही नहीं, सुम्बुल के पापा ने भी बैंड बजाई। इसके बाद शालीन ने अपना दूसरा कार्ड बाहर निकाला।
सौंदर्य शर्मा संग भिड़ाने लगे टांका
शालीन का दूसरा कार्ड है- हर लड़की की नजर में ‘हीरो’ बनना। ऐसा क्यों? ताकि बाहर भी लोगों की नजरों में हीरो बन जाएं। लेकिन ये सिर्फ उनकी खुशफहमी है। क्योंकि ऐसा है नहीं। उनके शब्द और एक्शन अलग हैं। वो कहते तो हैं कि वो लड़कियों की रिस्पेक्ट करते हैं, लेकिन गेम के लिए इन्हीं लड़कियों की भावनाओं से खेल जाने में परहेज नहीं करते। कुछ ऐसा ही सौंदर्य शर्मा के साथ किया। जब टीना दत्ता ने आग लगाकर सुम्बुल को शालीन से दूर कर दिया, इसके बाद शालीन ‘दोनों हाथ में लड्डू’ चाहते थे। एक हाथ में टीना (Tina Datta), दूसरे हाथ में सौंदर्य। सुम्बुल तो है ही अपनी तरफ। कुछ ऐसा ही। उन्होंने गौतम विज की नाराजगी के बाद भी सौंदर्य संग फ्लर्ट करने में, उन्हें Kiss करने में गुरेज नहीं किया। बीते एपिसोड में अर्चना ने भी यही कहा कि ‘मुझे ऐसा लगता है कि शुरुआत में तुम सौंदर्य को पसंद करते थे।’ आपको और थोड़ा पीछे लेकर चले तो एक एपिसोड में सौंदर्य ने भी कहा था, ‘मैं शालीन और गौतम दोनों से बात कर रही हूं। दोनों ही भाव दे रहे हैं। जो बेहतर होगा, उसके साथ हो जाऊंगी।’ खैर। जब शालीन ने देखा कि टीना तो खुद ही लाइन तोड़ते हुए पहले नंबर पर आ गई हैं तो उधर क्यों ही जाना। ऊपर से गौतम को भी जवाब देना पड़ रहा था। इसलिए उन्होंने उधर से अपने हाथ पीछे खींच लिए और इधर टीना संग सांठ-गांठ जोड़ने लग गए।
संभल जाओ शालीन, नो उल्लू बनोइंग!
अब शालीन हर पल टीना दत्ता पर डोरे डाल रहे हैं। पूरा दिन टीना टीना करते हैं। उन्हीं के साथ खाते हैं। उन्हीं के साथ बैठते हैं। यहां तक कि बाथरूम एरिया में सोफे पर बैठकर उनके वॉशरूम से बाहर आने का इंतजार भी करते हैं। फिर दोनों गले लगते हैं। प्यार भरी मीठी-मीठी बातें करते हैं। लेकिन। जहां ‘लेकिन’ शब्द आ जाए, समझ लो ‘कुछ तो गड़बड़ है दया।’ टीना के लिए शालीन के मुंह से दिन में फूल झड़ते हैं और रात में यही फूल कांटे बन जाते हैं। अर्चना से शालीन ने जो कुछ भी कहा, उसके बाद शालीन के चेहरे से मुखौटा हट गया। बस दिलचस्प बात यही है कि यहां न शालीन के लिए हमदर्दी है और न ही टीना के लिए। क्योंकि टीना एकदम शालीन जैसी ही हैं। क्या ये बात शालीन समझते नहीं होंगे? समझते हैं। खूब समझते हैं। लेकिन अभी दिमाग पर ये सवार है बिग बॉस का विनर बनना है। लेकिन शालीन, तुम ट्रॉफी तो घर लेकर चले भी जाओगे, लेकिन लोगों का प्यार नहीं पा पाओगे। क्योंकि पब्लिक को नो उल्लू बनोइंग!
यहां तक तो सबकुछ ठीक था। शालीन भनोट (Shalin Bhanot Bigg Boss 16) बीते एपिसोड में दिन में टीना से अपने दिल कुछ ऐसा ही हाल बयां कर रहे थे। लेकिन रात होते-होते उनके शब्द बदल गए! अब समझ नहीं आ रहा है कि कौन से वाले शालीन पर यकीन करें! जो दिन में टीना के आगे-पीछे घूमता है या फिर वो जिसके रात में सुर बदल जाते हैं। क्या सलमान खान, शिव ठाकरे और गौतम विज की वो बात सही साबित हो रही है कि ‘तुम ऑनस्क्रीन एक्टिंग करते हो और ऑफस्क्रीन भी’। शो में अब्दू रोजिक नहीं, बल्कि शालीन भनोट येड़ा बनकर पेड़ा खा रहे हैं…। कैसे, परत खोलते हैं।
सुम्बुल तौकीर खान और ‘प्रेम कहानी’
शुरुआत से ही शुरू कर लेते हैं। क्योंकि बीच या आखिरी से शुरू करेंगे तो आपके पल्ले कुछ नहीं पड़ेगा। आपके मतलब, यूजर्स के। फैंस के। क्योंकि शालीन भनोट पर इन दिनों ये लाइन सटीक बैठ रही है, ‘न ही दिल में आते हैं और न ही समझ में।’ इसकी शुरुआत हुई सुम्बुल तौकीर खान (Sumbul Touqeer) से। इनकी प्रेम कहानी। अरे सॉरी सॉरी…’दोस्ती’। हां तो इनकी ‘दोस्ती’ पहले दिन शुरू हुई और दूसरे दिन खत्म हो गई। लेकिन इसने शालीन भनोट का ऐसा चेहरा दिखाया, जिसके बाद लोगों को समझ आने लगा कि ये आदमी फेक है। सिर्फ स्वांग रच रहा है। सिर्फ दिखावा कर रहा है। उसने उन चीजों को बढ़ावा दिया, जिससे सुम्बुल की इमेज मटियामेट हो गई। और ऐसे बिहेव करते थे, जैसे ‘मैं तो बच्चा हूं, मुझे कुछ नहीं पता, ये सब क्या हो रहा है।’ अरे भाई। तुम 40 साल के हो। जिंदगी के 40 बसंत देखे हैं तुमने। रिश्ते में रहो हो। बच्चा भी है। बाप हो तुम। खैर। ये बात उन्हें तब थोड़ी समझ आई, जब वीकेंड का वार में सलमान खान ही नहीं, सुम्बुल के पापा ने भी बैंड बजाई। इसके बाद शालीन ने अपना दूसरा कार्ड बाहर निकाला।
सौंदर्य शर्मा संग भिड़ाने लगे टांका
शालीन का दूसरा कार्ड है- हर लड़की की नजर में ‘हीरो’ बनना। ऐसा क्यों? ताकि बाहर भी लोगों की नजरों में हीरो बन जाएं। लेकिन ये सिर्फ उनकी खुशफहमी है। क्योंकि ऐसा है नहीं। उनके शब्द और एक्शन अलग हैं। वो कहते तो हैं कि वो लड़कियों की रिस्पेक्ट करते हैं, लेकिन गेम के लिए इन्हीं लड़कियों की भावनाओं से खेल जाने में परहेज नहीं करते। कुछ ऐसा ही सौंदर्य शर्मा के साथ किया। जब टीना दत्ता ने आग लगाकर सुम्बुल को शालीन से दूर कर दिया, इसके बाद शालीन ‘दोनों हाथ में लड्डू’ चाहते थे। एक हाथ में टीना (Tina Datta), दूसरे हाथ में सौंदर्य। सुम्बुल तो है ही अपनी तरफ। कुछ ऐसा ही। उन्होंने गौतम विज की नाराजगी के बाद भी सौंदर्य संग फ्लर्ट करने में, उन्हें Kiss करने में गुरेज नहीं किया। बीते एपिसोड में अर्चना ने भी यही कहा कि ‘मुझे ऐसा लगता है कि शुरुआत में तुम सौंदर्य को पसंद करते थे।’ आपको और थोड़ा पीछे लेकर चले तो एक एपिसोड में सौंदर्य ने भी कहा था, ‘मैं शालीन और गौतम दोनों से बात कर रही हूं। दोनों ही भाव दे रहे हैं। जो बेहतर होगा, उसके साथ हो जाऊंगी।’ खैर। जब शालीन ने देखा कि टीना तो खुद ही लाइन तोड़ते हुए पहले नंबर पर आ गई हैं तो उधर क्यों ही जाना। ऊपर से गौतम को भी जवाब देना पड़ रहा था। इसलिए उन्होंने उधर से अपने हाथ पीछे खींच लिए और इधर टीना संग सांठ-गांठ जोड़ने लग गए।
संभल जाओ शालीन, नो उल्लू बनोइंग!
अब शालीन हर पल टीना दत्ता पर डोरे डाल रहे हैं। पूरा दिन टीना टीना करते हैं। उन्हीं के साथ खाते हैं। उन्हीं के साथ बैठते हैं। यहां तक कि बाथरूम एरिया में सोफे पर बैठकर उनके वॉशरूम से बाहर आने का इंतजार भी करते हैं। फिर दोनों गले लगते हैं। प्यार भरी मीठी-मीठी बातें करते हैं। लेकिन। जहां ‘लेकिन’ शब्द आ जाए, समझ लो ‘कुछ तो गड़बड़ है दया।’ टीना के लिए शालीन के मुंह से दिन में फूल झड़ते हैं और रात में यही फूल कांटे बन जाते हैं। अर्चना से शालीन ने जो कुछ भी कहा, उसके बाद शालीन के चेहरे से मुखौटा हट गया। बस दिलचस्प बात यही है कि यहां न शालीन के लिए हमदर्दी है और न ही टीना के लिए। क्योंकि टीना एकदम शालीन जैसी ही हैं। क्या ये बात शालीन समझते नहीं होंगे? समझते हैं। खूब समझते हैं। लेकिन अभी दिमाग पर ये सवार है बिग बॉस का विनर बनना है। लेकिन शालीन, तुम ट्रॉफी तो घर लेकर चले भी जाओगे, लेकिन लोगों का प्यार नहीं पा पाओगे। क्योंकि पब्लिक को नो उल्लू बनोइंग!