सिटी में 446 पार्क, 380 की मेंटेनेंस का जिम्मा सोसाइटियां उठा रहीं, निगम ने 5.33 करोड़ का बजट रखा – Jalandhar News h3>
सिटी के बदहाल पार्कों की बागबानी ब्रांच से रिपोर्ट ली जाएगी। इसके बाद इन पार्कों की मेंटेनेंस के लिए काम कराए जाएंगे। बीते वर्षों में निगम हद का दायरा बढ़ा है, इस वजह से अब सिटी में ग्रीनरी बढ़ाने के लिए निगरानी भी की जाएगी। अधिकारियों की जिम्मेदारी त
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NEWS4SOCIALन्यूज | जालंधर नगर निगम की कार्यशैली भी अजीब है। सिटी के ओल्ड बारादरी में विकसित पार्क पर 58 लाख खर्च की प्लानिंग है, जो पार्क पहले ही सुंदर है उसका शृंगार कर सवारने की तैयारी। वहीं शहर में चौगिट्टी, हाईवे के नीचे, मास्टर तारा िसंह नगर, अभिनंदन पार्क, 120 फुटी रोड का चिल्ड्रन पार्क, बीएसफ कॉलोनी का पार्क आदि बदहाल हैं । इसमें चौगिट्टी और हाईवे के किनारे का पार्क ढाई साल से बदहाल पड़ा हैं। इन पार्कों की देखभाल नहीं होने से ग्रिल, उपकरण, झूले और हरियाली भी क्षतिग्रस्त हो चुकी है, जबकि हाउस ने बागवानी का लगभग 5 करोड़ रुपए पार्कों की मेंटेनेंस और हरियाली के लिए रखा है। इसके बावजूद भी इन पार्कों की अनदेखी की जा रही है। समाधान . 85 वार्डों में पार्षद के साथ निगम करवाए पार्कों का सर्वे निगम को 85 वार्डों में कौंसलर और बागवानी ब्रांच के मुलाजिमों के साथ पार्कों का सर्वे करना चाहिए। ऐसे में जिन पार्कों की हालत खराब है, उन पार्कों को मेंटेनेंस के काम करने चाहिए। ऐसा होने से सभी पार्कों में हरियाली, झूले, मेंटेनेंस और व्यायाम के उपकरण लागने का काम होना चाहिए। सिटी में निगम के 446 पार्क बने हैं। इसमें 380 पार्कों की मेंटेनेंस का जिम्मा सोसाइटियों को दिया है। ऐसे में सोसाइटी पार्कों के मेंटेनेंस और देखभाल करती है, उन पार्कों की हालत में सुधार है। इसके लिए निगम सोसाइटी को 2.50 प्रति वर्ग मीटर के हिसाब से भुगतान करता है। ऐसे में जिन पार्कों की देखभाल निगम करता है, उन पार्कों के हालत नाजुक बनी है। इसमें अर्बन एस्टेट, गुरु गोबिंद सिंह एवेन्यू, सूर्या एनक्लेव के पार्कों की देखभाल का जिम्मा निगम का है। इसलिए इन पार्कों में घास की कटिंग भी नहीं होती है। इसकी वजह है कि बागबानी ब्रांच में मालियों की कमी है। अब निगम हाउस ने पार्कों के लिए 5.33 करोड़ का बजट रखा है। इस बजट से वार्ड-5, 6, 10, 11, गुरु गोबिंद सिंह एवेन्यू, रंजीत नगर, मदन फ्लोर मील, कंपनी बाग, अजीत पार्क, पब्लिक पार्क आदि पार्कों की मेंटेनेंस पर खर्च होगा। इन पार्कों में झूले, ग्रिल और हरियाली के लिए पौधे लगाने का काम होगा। चौगिट्टी पार्क में व्यायाम के उपकरण भी टूट गए। मास्टर तारा सिंह नगर के पार्क की क्षतिग्रस्त हुई बाउंड्रीवाल ।