सामूहिक हत्याकांड: प्रतिशोध की आग में जल रहा सौतला बेटा ही निकला हत्यारा h3>
बेगूसराय, निज प्रतिनिधि। नौ अगस्त की रात बछवाड़ा थाना के चक्का गांव में पति-पत्नी व पुत्री की हत्या के मामले में प्रतिशोध की आग में जल रहा नाबालिग सौतेला बेटा ही हत्यारा निकला। पुलिस ने हत्यारे नाबालिग पुत्र को पकड़ लिया। इसके साथ ही बछवाड़ा थाना क्षेत्र की रसीदपुर पंचायत के चक्का गांव वार्ड-12 में नौ अगस्त की रात सोये अवस्था में पति-पत्नी, पुत्री व पुत्र की नृशंस हत्याकांड का खुलासा हो गया। एसपी मनीष कुमार ने मंगलवार को सामूहिक हत्याकांड का उद्भेदन करने का दावा किया है। वे अपने कार्यालय कक्ष में मंगलवार को प्रेसवार्ता कर सामूहिक हत्याकांड का खुलासा होने की जानकारी दे रहे थे। एसपी के समक्ष आरोपित नाबालिग ने हत्याकांड में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है। एसपी ने बताया कि मृतकों में सुखदेव सिंह का 45 वर्षीय पुत्र सजीवन सिंह, सजीवन सिंह की पत्नी 35 वर्षीया संगीता देवी व 10 वर्षीया पुत्री सपना कुमारी का नाम शामिल है। जबकि, उस घटना में गंभीर रूप से जख्मी सात वर्षीय अंकुश कुमार की मौत इलाज के दौरान मंगलवार को पटना में मौत हो गयी। एसपी ने बताया कि हत्याकांड में शामिल बांस का लट्ठा, धारदार चाकू व खून लगा कपड़ा बरामद किया गया है। स्वीकारोक्ति बयान में जब मृतका के सौतेले पुत्र ने जब परत दर परत हत्याकांड का राज खोला तो एसपी समेत अन्य अधिकारी हतप्रभ रह गए। आरोपित ने एसपी को बताया कि वह 10वीं का छात्र है। पिता के द्वारा दूसरी शादी करने के बाद सौतेली मां व पिता के द्वारा बराबर उसे प्रताड़ित किया जाता था। उसके साथ हमेशा मारपीट की जाती थी। उसे अपनों के बीच से अलग कर दिया गया। वह चाचा के साथ रह रहा था। इससे वह प्रतिशोध की आग में जलने लगा था। हत्या करने के बाद बलान नदी में नहाकर सो गया घर में एसपी ने बताया कि पुलिस के हत्थे चढ़े सौतेले पुत्र की निशानदेही पर ही घटना में प्रयुक्त बांस का लट्ठा, धारदार चाकू व खून लगा कपड़ा उसके घर से ही बरामद किया गया है। नाबालिग ने बताया कि खाना खाने के बाद जब सभी सो गये तो वह पिछले घर की सीढ़ी से घर के अंदर दाखिल हो गया। उसके बाद जड़ वाले बांस से सिर पर प्रहार कर हत्या कर दी। उसके बाद वे जिंदा न बचें, इसलिए चाकू का भी प्रयोग किया। पिता व मां की हत्या के बाद बहन व भाई के सिर पर भी हमला किया। भाई-बहन को मारने का है पछतावा एसपी के समक्ष आरोपित ने स्वीकार किया कि सौतेली मां व पिता को मारने का पूरा ब्लू प्रिंट तैयार कर लिया था। चूंकि वह पढ़ना चाहता था लेकिन सौतेली मां व पिता उसी पढ़ाई की राह का कांटा बन रहे थे। हत्याकांड में उसका नाम नहीं आये, इसलिए साक्ष्य मिटाने के लिए भाई-बहन की भी हत्या करनी पड़ी। भाई-बहन की मौत होने पर उसे काफी पछतावा हो रहा है। पुलिस अधिकारी होंगे सम्मानित एसपी ने बताया कि ब्लाइंड मर्डर का खुलासा करना पुलिस के लिए चुनौती थी। घटना के बाद असली कातिल तक पहुंचने के लिए तेघड़ा एसडीपीओ के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। इसमें बछवाड़ा थानाध्यक्ष विवेक भारती, जिला आसूचना इकाई के अमित कांत को शामिल किया गया। एसपी ने घटना के महज तीन दिनों के अंदर हत्याकांड का खुलासा करने वाली टीम में शामिल सभी पुलिस अधिकारियों को पुरस्कार देने की घोषणा की।
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बेगूसराय, निज प्रतिनिधि। नौ अगस्त की रात बछवाड़ा थाना के चक्का गांव में पति-पत्नी व पुत्री की हत्या के मामले में प्रतिशोध की आग में जल रहा नाबालिग सौतेला बेटा ही हत्यारा निकला। पुलिस ने हत्यारे नाबालिग पुत्र को पकड़ लिया। इसके साथ ही बछवाड़ा थाना क्षेत्र की रसीदपुर पंचायत के चक्का गांव वार्ड-12 में नौ अगस्त की रात सोये अवस्था में पति-पत्नी, पुत्री व पुत्र की नृशंस हत्याकांड का खुलासा हो गया। एसपी मनीष कुमार ने मंगलवार को सामूहिक हत्याकांड का उद्भेदन करने का दावा किया है। वे अपने कार्यालय कक्ष में मंगलवार को प्रेसवार्ता कर सामूहिक हत्याकांड का खुलासा होने की जानकारी दे रहे थे। एसपी के समक्ष आरोपित नाबालिग ने हत्याकांड में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है। एसपी ने बताया कि मृतकों में सुखदेव सिंह का 45 वर्षीय पुत्र सजीवन सिंह, सजीवन सिंह की पत्नी 35 वर्षीया संगीता देवी व 10 वर्षीया पुत्री सपना कुमारी का नाम शामिल है। जबकि, उस घटना में गंभीर रूप से जख्मी सात वर्षीय अंकुश कुमार की मौत इलाज के दौरान मंगलवार को पटना में मौत हो गयी। एसपी ने बताया कि हत्याकांड में शामिल बांस का लट्ठा, धारदार चाकू व खून लगा कपड़ा बरामद किया गया है। स्वीकारोक्ति बयान में जब मृतका के सौतेले पुत्र ने जब परत दर परत हत्याकांड का राज खोला तो एसपी समेत अन्य अधिकारी हतप्रभ रह गए। आरोपित ने एसपी को बताया कि वह 10वीं का छात्र है। पिता के द्वारा दूसरी शादी करने के बाद सौतेली मां व पिता के द्वारा बराबर उसे प्रताड़ित किया जाता था। उसके साथ हमेशा मारपीट की जाती थी। उसे अपनों के बीच से अलग कर दिया गया। वह चाचा के साथ रह रहा था। इससे वह प्रतिशोध की आग में जलने लगा था। हत्या करने के बाद बलान नदी में नहाकर सो गया घर में एसपी ने बताया कि पुलिस के हत्थे चढ़े सौतेले पुत्र की निशानदेही पर ही घटना में प्रयुक्त बांस का लट्ठा, धारदार चाकू व खून लगा कपड़ा उसके घर से ही बरामद किया गया है। नाबालिग ने बताया कि खाना खाने के बाद जब सभी सो गये तो वह पिछले घर की सीढ़ी से घर के अंदर दाखिल हो गया। उसके बाद जड़ वाले बांस से सिर पर प्रहार कर हत्या कर दी। उसके बाद वे जिंदा न बचें, इसलिए चाकू का भी प्रयोग किया। पिता व मां की हत्या के बाद बहन व भाई के सिर पर भी हमला किया। भाई-बहन को मारने का है पछतावा एसपी के समक्ष आरोपित ने स्वीकार किया कि सौतेली मां व पिता को मारने का पूरा ब्लू प्रिंट तैयार कर लिया था। चूंकि वह पढ़ना चाहता था लेकिन सौतेली मां व पिता उसी पढ़ाई की राह का कांटा बन रहे थे। हत्याकांड में उसका नाम नहीं आये, इसलिए साक्ष्य मिटाने के लिए भाई-बहन की भी हत्या करनी पड़ी। भाई-बहन की मौत होने पर उसे काफी पछतावा हो रहा है। पुलिस अधिकारी होंगे सम्मानित एसपी ने बताया कि ब्लाइंड मर्डर का खुलासा करना पुलिस के लिए चुनौती थी। घटना के बाद असली कातिल तक पहुंचने के लिए तेघड़ा एसडीपीओ के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। इसमें बछवाड़ा थानाध्यक्ष विवेक भारती, जिला आसूचना इकाई के अमित कांत को शामिल किया गया। एसपी ने घटना के महज तीन दिनों के अंदर हत्याकांड का खुलासा करने वाली टीम में शामिल सभी पुलिस अधिकारियों को पुरस्कार देने की घोषणा की।