सहारनपुर में प्रशासनिक अधिकारियों की हो रही थी रेकी: खनन माफियाओं ने बना रखा था ‘सबका साथ सबका विकास’ नाम का वॉट्सऐप ग्रुप, खान निरीक्षक के पीछे लगाई गई संदिग्ध गाड़ी – Saharanpur News

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सहारनपुर में प्रशासनिक अधिकारियों की हो रही थी रेकी:  खनन माफियाओं ने बना रखा था ‘सबका साथ सबका विकास’ नाम का वॉट्सऐप ग्रुप, खान निरीक्षक के पीछे लगाई गई संदिग्ध गाड़ी – Saharanpur News
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सहारनपुर में प्रशासनिक अधिकारियों की हो रही थी रेकी: खनन माफियाओं ने बना रखा था ‘सबका साथ सबका विकास’ नाम का वॉट्सऐप ग्रुप, खान निरीक्षक के पीछे लगाई गई संदिग्ध गाड़ी – Saharanpur News

अधिकारियों का गाड़ी से पीछा करने का आरोपी।

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सहारनपुर में खनन माफिया अब अधिकारियों की रेकी करने से भी बाज नहीं आ रहे हैं। खनन जोन में पहुंचने से पहले ही सूचना पास हो जाती है। खान निरीक्षक जब देर रात को खनन जोन का निरीक्षण करने पहुंचे तो उन पर फिर से हमला करने का प्रयास किया है। इससे पहले भी उन

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पुलिस ने एक आरोपी को अरेस्ट किया है, जबकि दूसरा आरोपी फरार हो गया है। अधिकारियों के पीछे गाड़ी में बैठे संदिग्ध लोग पीछा करते हैं और उनकी सारी लोकेशन खनन माफियाओं द्वारा बनाए गए वॉट्सऐप ग्रुप पर दे रहे थे। वॉट्सऐप ग्रुप ‘सबका साथ सबका विकास’ के नाम से बना रखा था।

बेहट में अवैध खनन और उससे जुड़े परिवहन पर शिकंजा कसने गए खान निरीक्षक अभिलाष दूबे पर एक बार फिर से हमले की कोशिश हुई। आधी रात को खनन क्षेत्र की ओर जा रहे खान निरीक्षक का पीछा एक सफेद रंग की संदिग्ध गाड़ी ने किया। यह गाड़ी अधिकारियों की लोकेशन ट्रेस करने और उसकी जानकारी अवैध खनन माफिया तक पहुंचाने के मकसद से लगाई गई थी।

सूत्रों के अनुसार, ये घटना उस वक्त हुई जब खान निरीक्षक अवैध खनन और खनिज परिवहन की शिकायत पर जांच करने के लिए बेहट क्षेत्र में पहुंचे थे। तभी सफेद रंग की गाड़ी (नंबर UP16BQ-4432) लगातार उनका पीछा करने लगी और उनकी लोकेशन को ट्रैक कर आगे पहुंचाई जा रही थी।

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जब अधिकारियों को शक हुआ, तो उन्होंने पीछा कर रही गाड़ी को रुकवाने का प्रयास किया। गाड़ी में सवार दो लोगों ने भागने की कोशिश की, जिनमें से एक भागने में सफल रहा, जबकि दूसरा गिर गया और उसके पैर में चोट आ गई। पकड़े गए व्यक्ति की पहचान नफीस अहमद के रूप में हुई है, जबकि फरार व्यक्ति का नाम गुफरान बताया गया है।

नफीस अहमद के पास से दो मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं। इनमें से एक मोबाइल में “सबका साथ सबका विकास” नामक वॉट्सऐप ग्रुप मिला, जिसमें अधिकारियों की लोकेशन, वॉयस रिकार्डिंग्स और अन्य संदेश भेजे जा रहे थे। यही ग्रुप खनन माफियाओं के लिए रैकी का माध्यम बना हुआ था।

जांच में सामने आया है कि उक्त वॉट्सऐप ग्रुप के जरिए अवैध खनिज लदे वाहनों को बिना वैध परिवहन प्रपत्रों के पास कराए जाने की जानकारी साझा की जाती थी। ये पूरा नेटवर्क अधिकारियों की गतिविधियों पर नजर रखकर खनन माफियाओं की मदद कर रहा था।

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पुलिस ने आरोपी नफीस अहमद को मौके से गिरफ्तार कर थाना मिर्जापुर को सौंप दिया है। उसके खिलाफ, वाहन स्वामी और वॉट्सऐप ग्रुप से जुड़े अन्य लोकेशन आउट करने वाले व अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है और फरार आरोपी की तलाश जारी है। गौरतलब है कि कुछ महीने पहले भी खान निरीक्षक पर इसी क्षेत्र में खनन माफियाओं द्वारा हमला किया गया था।

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