सरकारी जमीन का पट्टा…निगम के पास पत्रावली न जारी करने वाले का नाम | Government land lease in heritage nagar nigam jaipur news | News 4 Social h3>
सामने आया प्रशासन शहरों के संग अभियान में फर्जीवाड़ा, चांदपोल सब्जी मंडी स्थित कुरैशी कॉलोनी का मामला-निगम से पत्रावली गायब, रजिस्टर में भी पट्टे का नहीं जिक्र
प्रशासन शहरों के संग अभियान में फर्जी तरीके से पट्टे बने हैं। मामला चांदपोल सब्जी मंडी स्थित कुरैशी कॉलोनी का है। यहां सरकारी जमीन पर हैरिटेज निगम ने मार्च, 2022 में फर्जी तरीके से पट्टा जारी कर दिया। पट्टा धारक बाबू कुरैशी ने जब मौके पर निर्माण शुरू किया तो लोगों ने सरकारी जमीन पर अवैध रूप से कब्जे के आरोप लगाए। हैरिटेज निगम में शिकायत की। जांच में सामने आया कि पट्टा फर्जी तरीके से जारी हुआ है। इसके बाद भी निगम पट्टे को निरस्त नहीं कर पाया है। साथ ही निगम प्रशासन यह भी पता नहीं लगा पाया कि फर्जी तरीके से पट्टा जारी कराने में जोन के कौन से अधिकारी और कर्मचारी शामिल थे। उक्त भूखंड की निगम में कोई पत्रावली भी नहीं है।
मिलीभगत का खेल
-08 मार्च, 2022 को किशनपोल जोन उपायुक्त कार्यालय से बाबू कुरैशी के नाम से पट्टा जारी हुआ। यह पट्टा 146.66 वर्ग गज का है।
-नवम्बर में स्थानीय लोगों ने निगम में सरकारी जमीन पर कब्जे की शिकायत की। इस पर मौका रिपोर्ट हुई। उसमें सामने आया कि पट्टा तो 146.66 वर्ग गज का है और मौके पर 177 वर्ग गज पर निर्माण किया जा रहा है।
-फर्जी तरीके से जारी पट्टे पर क्रमांक 527 अंकित है। पट्टा रजिस्टर में इस क्रमांक पर 23 अगस्त 2022 को शहजाद, अब्दुल मलिक, शमील बेगम के नाम पट्टा जारी किया गया है।
सब्जी विक्रेताओं के लिए बनाई थी टीनशेड
जिस जमीन पर अवैध रूप से कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा है, वह राजस्व जमाबंदी में जेडीए के नाम दर्ज है। हैरिटेज निगम का इस पर कब्जा है। इस भूमि पर पुराना टीन शेड बना है जो सरकारी है।
दरअसल, चांदपोल दरवाजे के बाहर खंदे से सब्जी विक्रेताओं को यहां बैठाया गया था। लेकिन, वे यहां नहीं बैठे। सब्जी विक्रेताओं ने पास की जमीन पर खुले में बैठना शुरू कर दिया। इस वजह से इन टीन शेड का कोई उपयोग नहीं रहा।
पहले भी मामले आए सामने
-प्रॉपर्टी डीलर आनंद सिंह की आत्महत्या के बाद हैरिटेज निगम ने फरवरी, 2022 में पट्टा निरस्त किया था। जबकि, मौके पर आनंद सिंह का परिवार रहता था। उनके पास बिजली और पानी के बिल थे। हैरिटेज निगम ने फर्जी तरीके से पट्टा जारी करने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई।
-जेडीए ने दुर्गापुरा स्थित आयुवान सिंह नगर में पार्क की जमीन पर छह भूखंड सृजित कर पट्टे जारी कर दिए थे। कार्यालय से मूल पत्रावली तक गायब हो गई। जेडीए ने पट्टाधारकों पर प्राथमिकी दर्ज करवा दी, लेकिन पट्टा जारी करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों पर एक्शन नहीं लिया।