सबमर्सिबल मोटर गड़ाने की होड़

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सबमर्सिबल मोटर गड़ाने की होड़

सबमर्सिबल मोटर गड़ाने की होड़

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लहेरियासराय। शहर में पिछले तीन वर्षों से गर्मी के दिनों में पानी की गंभीर समस्या बन रही है। इस साल फिर से तेज धूप निकलने से शहर के लोगों में पानी के लिए हाहाकार मचना शुरू हो गया है। पिछले छह माह से अधिक समय से बारिश नहीं हुई है। इस बार अप्रैल शुरू होते ही तेज धूप निकलनी शुरू हो गयी है। इससे शहर के कई मोहल्लों में पानी का संकट गहराने लगा है। ऐसे में शहर में सबमर्सिबल गड़ाने की होड़ मच

गयी है।

शहर में गर्मी के दिनों को छोड़कर जल स्तर औसतन 22 फीट पर रहता है। लेकिन इस साल अप्रैल से ही तेज धूप निकलने से जलस्तर लगभग 31 फीट पर पहुंच गया है। शहर में अभी भी अधिकतर लोगों ने सबमर्सिबल नहीं गड़वाया है। इस कारण उन्हें जल संकट का सामना करना पड़ रहा है। जिन लोगों के पास सबमर्सिबल नहीं है उन्हें सामान्य मोटर से टंकी में पानी भरने के लिए अहले सुबह उठना पड़ता है। देर होने पर जलस्तर नीचे चला जाता है जिससे मोटर जमीन से पानी नहीं निकाल पाता है।

इधर, शहर में जल संकट को देखते हुए नगर निगम की ओर से कुछ मोहल्लों में टैंकर के माध्यम से पानी भेजा जा रहा है। इधर, कई मोहल्लों में चापाकलों से पानी गिरना बंद हो गया है। ऐसे में लोग सबमर्सिबल गड़वाने के लिए हार्डवेयर दुकानों की ओर रुख कर रहे हैं। लेकिन सबमर्सिबल की मांग अचानक काफी बढ़ जाने के कारण दुकानदार एक सप्ताह से 15 दिन तक का समय ले रहे हैं। अभी लग्न का समय है। इस कारण मजदूर उसमें उलझे हुए हैं। साथ ही गेहूं की तैयारी को लेकर भी मजदूरों का अभाव है। फलस्वरूप सबमर्सिबल गड़वाने में लोगों को अधिक समय लग रहा है।

लहेरियासराय के सैदनगर स्थित एक हार्डवेयर दुकानदार ने बताया कि उनके यहां एकमी, जनकपुरी, पंडासराय आदि जगहों से लोग सबमर्सिबल गड़वाने के लिए बात करने के लिए आते हैं। जब उन्हें 10 दिन बाद सबमर्सिबल गाड़ने की बात बताते हैं तो कुछ लोग तैयार हो जाते हैं। लेकिन अधिकतर लोग अधिक समय के कारण लौट जाते हैं। वहीं, बेलवागंज में स्थित एक हार्डवेयर दुकानदार का कहना है कि बलभद्रपुर, उर्दू मोहल्ला, इमामबाड़ी, बेलवागंज, जीएनगंज आदि मोहल्लों के लोग उनसे सबमर्सिबल गड़वाने के लिए संपर्क करते हैं। उन लोगों को एक सप्ताह से 10 दिन बाद का समय दिया जाता है। अभी लग्न का समय है। इस कारण मजदूर भी बीच-बीच में छुट्टी मार देते हैं। फलस्वरूप लोगों को एक सप्ताह के बदले 10 दिन से ऊपर का समय लग जाता है।

मिर्जापुर के एक बड़े हार्डवेयर दुकानदार के यहां सबमर्सिबल गड़वाने के लिए प्रत्येक दिन दो दर्जन से अधिक लोग संपर्क करते हैं। उनका कहना है कि जितने लोगों का उन्होंने ऑर्डर लिया है उसी को पूरा करने में कम से कम 15 दिन का समय लगेगा। उसके बाद ही वे लोगों का सबमर्सिबल गड़वाने का काम कर सकते हैं। बलभद्रपुर के मोहन झा का कहना है कि वे किसी तरह इतने दिनों से चापाकल से काम चला रहे थे। इस बार काम चलने वाला नहीं है। उन्हें चार बजे सुबह में उठकर ही मोटर चलाना पड़ता है। तब जाकर एक हजार लीटर की टंकी तीन घंटे से अधिक समय में भरता है। उन्होंने कहा कि सबमर्सिबल गड़वाने में 60 हजार का खर्चा है। इतना खर्च करने के बाद भी उन्हें सबमर्सिबल गड़वाने में 15 दिन का समय बोला गया है। जनकपुरी मोहल्ले के रहने वाले संत कुमार ने कहा कि एक पड़ोसी के पास सबमर्सिबल गड़ा हुआ है। चापाकल फेल होने के कारण उन्हीं के यहां से पानी लेकर काम चलाना पड़ता है। दुकानदार कह रहा है कि 10 दिन के बाद ही सबमर्सिबल का काम होगा।

अभी शहर का औसत जलस्तर 31 फीट है। तेज धूप होने के कारण पानी की खपत ज्यादा होती है। साथ ही सबमर्सिबल अधिक गड़ने के कारण भी जलस्तर नीचे चला गया है। लोगों को यथासंभव टैंकर से पानी पहुंचाने का काम जारी है।

– सुबोध शंकर, कार्यपालक अभियंता, पीएचईडी

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