सतनाः कलेक्टर का शो-कॉज मिलते ही जिला संयोजक ने मांगी स्वैच्छिक सेवा निवृत्ति | Collector's notice received, DOTW asked for voluntary retirement | News 4 Social h3>
ये है मामला जानकारी के अनुसार मैहर कलेक्टर रानी बाटड ने 26 मार्च को अविनाश पाण्डेय जिला संयोजक जन जातीय कार्य विभाग को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब तलब किया था। जिसमें छात्रावासों से संबंधित नस्ती प्रस्तुत नहीं करने, निराकृत नस्तियों को वापस नहीं ले जाने, छात्रावासों को सामग्री उपलब्ध कराने की नस्ती प्रस्तुत नहीं करने, योजनाओं की अद्यतन जानकारी नहीं देने, बैठकों में अनुपस्थित रहने आदि मामलों को लेकर जवाब तलब किया था। इसका जवाब दो दिन के अंदर प्रस्तुत करने कहा गया था, अन्यथा की स्थिति में एक पक्षीय कार्यवाही करने की चेतावनी दी गई थी।
पीएस को सेवा निवृत्ति का लिखा पत्र जिला संयोजक पाण्डेय को मैहर कलेक्टर का पत्र 5 अप्रैल को मिलता है। इस पत्र प्राप्ति के बाद जिला संयोजक 5 अप्रैल को ही अपने विभाग के प्रमुख सचिव को एक प्रार्थना पत्र लिखते हैं। जिसमें मंडल संयोजक के 4 और क्षेत्र संयोजक का 1 पद रिक्त होने का हवाला देते हुए खुद पर काम का बोझ होने की जानकारी देते हैं। इसके अलावा जिला पंचायत की बैठकें, कलेक्टर की बैठकों सहित जनप्रतिनिधियों से तालमेल करते हुए कार्य संपादित करने की बात कहते हैं। इन स्थितियों का हवाला देते हुए पीएस को बताते हैं कि इसके बाद भी जिला संयोजक पर दबाव बना कर नस्तियों की मांग करना, दो जिलों के कलेक्टरों के अधीनस्थ कार्य करते हुए नवीन मैहर जिला के कलेक्टर द्वारा अनावश्यक दबाव बनाना एवं कमिश्नर को कार्यवाही के लिए पत्र लिखना सोचनीय विषय है। खुद को मानसिक रूप से प्रताडि़त बताते हुए भविष्य में किसी अनहोनी घटना के कारित होने की आशंका भी जताते हैं। साथ ही चेताते हैं कि इसकी समस्त जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी। अंत में स्वैच्छिक सेवा निवृत्ति स्वीकृत करने की प्रार्थना की है।
कलेक्टर मैहर को भी भेजा जवाब जिला संयोजक ने कलेक्टर मैहर के सवाल पर भेजे गये जवाब में कलेक्टर सतना को ढाल बनाने की कोशिश की है। जिसमें कहा है कि सामग्री क्रय करने की नस्ती कलेक्टर सतना को प्रेषित की जा रही है। अनुमति मिलने के पश्चात तत्काल अवलोकन के लिए उपलब्ध करा दी जाएगी। इसके अलावा मैहर कलेक्टर के यहां कोई नस्ती लंबित नहीं होने की बात कही है। बैठक में अनुपस्थिति के संबंध में अन्य शासकीय कार्य में व्यस्तता का हवाला दिया है।
ये है मामला जानकारी के अनुसार मैहर कलेक्टर रानी बाटड ने 26 मार्च को अविनाश पाण्डेय जिला संयोजक जन जातीय कार्य विभाग को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब तलब किया था। जिसमें छात्रावासों से संबंधित नस्ती प्रस्तुत नहीं करने, निराकृत नस्तियों को वापस नहीं ले जाने, छात्रावासों को सामग्री उपलब्ध कराने की नस्ती प्रस्तुत नहीं करने, योजनाओं की अद्यतन जानकारी नहीं देने, बैठकों में अनुपस्थित रहने आदि मामलों को लेकर जवाब तलब किया था। इसका जवाब दो दिन के अंदर प्रस्तुत करने कहा गया था, अन्यथा की स्थिति में एक पक्षीय कार्यवाही करने की चेतावनी दी गई थी।
पीएस को सेवा निवृत्ति का लिखा पत्र जिला संयोजक पाण्डेय को मैहर कलेक्टर का पत्र 5 अप्रैल को मिलता है। इस पत्र प्राप्ति के बाद जिला संयोजक 5 अप्रैल को ही अपने विभाग के प्रमुख सचिव को एक प्रार्थना पत्र लिखते हैं। जिसमें मंडल संयोजक के 4 और क्षेत्र संयोजक का 1 पद रिक्त होने का हवाला देते हुए खुद पर काम का बोझ होने की जानकारी देते हैं। इसके अलावा जिला पंचायत की बैठकें, कलेक्टर की बैठकों सहित जनप्रतिनिधियों से तालमेल करते हुए कार्य संपादित करने की बात कहते हैं। इन स्थितियों का हवाला देते हुए पीएस को बताते हैं कि इसके बाद भी जिला संयोजक पर दबाव बना कर नस्तियों की मांग करना, दो जिलों के कलेक्टरों के अधीनस्थ कार्य करते हुए नवीन मैहर जिला के कलेक्टर द्वारा अनावश्यक दबाव बनाना एवं कमिश्नर को कार्यवाही के लिए पत्र लिखना सोचनीय विषय है। खुद को मानसिक रूप से प्रताडि़त बताते हुए भविष्य में किसी अनहोनी घटना के कारित होने की आशंका भी जताते हैं। साथ ही चेताते हैं कि इसकी समस्त जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी। अंत में स्वैच्छिक सेवा निवृत्ति स्वीकृत करने की प्रार्थना की है।
कलेक्टर मैहर को भी भेजा जवाब जिला संयोजक ने कलेक्टर मैहर के सवाल पर भेजे गये जवाब में कलेक्टर सतना को ढाल बनाने की कोशिश की है। जिसमें कहा है कि सामग्री क्रय करने की नस्ती कलेक्टर सतना को प्रेषित की जा रही है। अनुमति मिलने के पश्चात तत्काल अवलोकन के लिए उपलब्ध करा दी जाएगी। इसके अलावा मैहर कलेक्टर के यहां कोई नस्ती लंबित नहीं होने की बात कही है। बैठक में अनुपस्थिति के संबंध में अन्य शासकीय कार्य में व्यस्तता का हवाला दिया है।